आज के कार्यक्रम में एक श्रोता भाई ने कहा कि आगामी ओलंपिक खेल में दस प्रश्न पूछे जाए । हम लोग इस बात से सहमत नहीं है ।यह कोई रोजाना प्रतियोगिता नहीं है । यह तो मात्र श्रोताओं की रूचि की अभिव्यक्ति है । अतः कम से कम प्रश्न पूछे जाए , ताकि अधिक से अधिक श्रोता भाग ले सकें । आप लोगों को शायद यह पता नहीं होगा कि श्रोताओं का एक ऐसा समूह भी है , जो लिखने में असमर्थ है , वे दूसरों की मदद से प्रतियोगिता में ही भाग लेते हैं । लिहाजा वैसे श्रोताओं पर भी ध्यान रखना अनिवार्य और परम कर्तव्य भी है । अतः हमारा क्लब आप लोगों से विशेष अनुरोध करता है कि कम से कम और सरल शब्दों में प्रश्न पूछे जाए ।
इजराइल कस्तूरी और उन के क्लब सदस्यों की उपरोक्त यह कोशिश सराहनीय है । कार्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए हम श्रोताओं से विभिन्न रायें चाहते हैं , किसी एक कार्यक्रम पर भिन्न भिन्न राय होना स्वाभाविक होता है , हम इस का स्वागत करते हैं कि श्रोता मित्र किसी भी राय और सुझाव पर बहस कर अच्छा से अच्छा सुझाव पेश करें । जो सुझाव श्रोताओं के लिए सुविधापूर्ण होगा , हम उसे अपनाएंगे । वर्ष 2008 के ओलंपिक खेलों के आगमन पर हम जरूर श्रोताओं की मांग पर विशेष कार्यक्रम खोलेंगे , जिस के लिए हम अवश्य ही विभिन्न श्रोताओं के सुझावों पर ध्यान देंगे । अच्छी कोशिश के लिए इजराइल कस्तूरी को बहुत बहुत धन्यावाद ।
कोआथ बिहार के प्रमोद कुमार केशरी ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं सी .आर .आई का बहुत पुराना श्रोता हूं , हमेशा पत्र भेजता हूं , लेकिन आप उसे कार्यक्रम में शामिल नहीं करते , तो क्या करूं । इस नए साल में मेरी तरफ से एवं मेरे क्लब के सभी सदस्यों की तरफ से सी .आर .आई हिन्दी सेवा के परिवार को हार्दिक बधाई मिलें ।
कितनी सदियां बित गई ,
किताना जहां बदल गई ,
पुराना वक्त चला गया ,
नया वक्त आ गया ।
सारे संसार के रेडियो में
सी .आर .आई हम सब को भा गया,
आये खुशियां मनाए
नया साल 2005 आ गया ।
प्रमोद कुमार केशरी ने अपनी इस कविता के बाद आगे कहा कि आप के लगभग सभी कार्यक्रम ज्ञान का भंडार है , किसी को कम नहीं आंका जा सकता , जीवन और समाज ,आप का पत्र मिला , सवाल जवाब आदि पसंदीदा है । आप की पसंद कार्यक्रम बेहद रोचक लगा । रूपा जी बहुत अच्छी बोलती है । आज का तिब्बत कार्यक्रम बड़ा ज्ञानवर्धक लगता है।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अजहर बदरूज्जमा ने हमें भेजे पत्र में कहा कि मैं एक छात्र हूं और कक्षा नौ में पढ़ता हूं । मैं आप को यह पत्र लिख रहा हूं , जो मेरा पहला खत है । हमें आप के सभी प्रोग्राम अच्छे लगते हैं । शिक्षा , विज्ञान व स्वास्थ्य , खेल जगत , प्यारे प्यारे गीत , चीनी बोलना ,चीन का भ्रमण , सांस्कृतिक जीवन , इतिहास , आप का पत्र मिला जैसे कार्यक्रम काफी अच्छे लगते हैं । और हम बहुत चाव से सुनते हैं और दूसरों से सुनने को कहते हैं । हम लोगों ने एक क्लब भी गठित किया है , जिस में 18 श्रोता हैं ,जो बहुत ध्यान से सी.आर .आई सुनते हैं और आपस में विचार करते हैं
जमशेदपुर झाड़खंड की मिस अनुभा ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं चीन रेडियो की पुरानी श्रोता हूं , मुझे चाईना रेडियो इंटरनेशनल से प्रसारित सभी कार्यक्रम रोचक लगते हैं । आप के कार्यक्रम चीन में निर्माण और सुधार , चीनी गीत संगीत , आज का तिब्बत , समाचार , आप का पत्र मिला काफी रोचक एवं लोकप्रिय होते हैं । मैं ने जमशेदपुर इलाके में चीन रेडियो श्रोता क्लब की स्थापना की है, जिस की मैं अध्यक्ष हूं , क्लब के 20 सदस्य है , सभी प्रतिदिन आप के कार्यक्रम सुना करते हैं । हिन्दी उद्घोषकों में शाओ यांग , चन्द्रिमा , चिनफन भाई की आवाज मधुर होती है , हिन्दी उच्चारण शुद्ध होता है । उन्हें धन्यावाद ।
हम मिस अनुभा और उन के क्लब के सभी सदस्यों का हमारे निमयित श्रोता के रूप में स्वागत करते हैं । यह जान कर हमें बड़ी खुशी है कि जमशेदपुर में सी .आर .आई के श्रोता क्लब की स्थापना हुई है जिस ने हमारे साथ संपर्क भी कायम किया है । इस के लिए हम अनुभा बहन को बहुत बहुत धन्यावाद देते हैं । हमारी हार्दिक उम्मीद है कि आप का श्रोता क्लब अच्छी तरह विकसित हो जाएगा ।
कोआथ बिहार के प्रमोद कुमार केशरी ने हमें लिखे पत्र में यह सुझाव भी दिया है कि मैं सी .आर.आई हिन्दी सेवा का पुराना श्रोता हूं , मेरा सुझाव है कि आप की पसंद प्रोग्राम को हर सप्ताह में एक ही बार पेश करें ताकि अधिक श्रोता भाई शामिल हो सकें । जीवन और समाज के अन्तर्गत कार्यक्रम सुना , बड़ा ज्ञानवर्धक लगा , जिस में चीन के रेशम के उद्योगपति सुश्री शांग आईथिंग के बारे में जानकारी सुनी , इन की कहानी शानदार थी , वे रेशम के ग्रामीण उद्योग में बहुत तरक्की प्राप्त की एवं पुरस्कार भी प्राप्त किया है , बहुत अच्छा लगा है । जीन और समाज कार्यक्रम हम श्रोताओं का हौसला बढ़ाता है ।
प्रमोद कुमार केशरी जी , आप की पसंद कार्यक्रम वास्तव में एक हफ्ते के भीतर एक बार तो प्रसारित होता है , केवल पिछले कुछ महीनों में इस की आयोजक सुश्री चन्द्रिमा के भारत पढ़ने चले जाने के कारण विवश हो कर इस कार्यक्रम को कई बार दोहराया गया था । चन्द्रिमा के वापस आने के बाद आप की पसंद जरूर पुनः नियमित प्रसारित किया जाएगा । इन कुछ महीनों में आप की पसंद को पसंद करने वाले श्रोता मित्रों को जो असुविधा दिया गया था, इस के लिए हम आप से माफ चाहते हैं ।

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