
वर्तमान में ल्हासा में ऐसे होटलों की संख्या दस से अधिक है, पर बानाक शोल उन में सब से विख्यात है और उसका शहर में अपना अलग स्थान है। ल्हासा शहर में कुछ छोटे होटल विशेष तौर पर युवाओं के लिए खुले हैं। इन होटलों में आप को घी वाली तिब्बती चाय पीने को ही नहीं मिलती, आयरलैंड की शुद्ध कॉफी भी मिलती है। शायद चीन व पश्चिम की परम्पराओं के मेल से ही तिब्बती शैली वाले ये छोटे होटल दिन ब दिन अधिकाधिक पर्यटकों को अपनी ओर खींचनें लगे हैं। ज्यादातर पर्यटक तारांकित होटलों की तुलना में तिब्बती शैली वाले इन छोटे होटलों में ठहरना ज्यादा पसंद करते हैं। 
प्रिय मित्रो , पहले चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में तिब्बती शैली युक्त बानाक शोल होटल घूमने ले गये थे । आज के इस कार्यक्रम में हम आप को इसी ल्हासा शहर में स्थित अन्य तिब्बती शैलियों वाले छोटे होटलों को देखने ले चलते हैं ।
ल्हासा शहर में कुछ छोटे होटल विशेष तौर पर युवाओं के लिए खुले हैं। इन होटलों में आप को घी वाली तिब्बती चाय पीने को ही नहीं मिलती, आयरलैंड की शुद्ध कॉफी भी मिलती है। शायद चीन व पश्चिम की परम्पराओं के मेल से ही तिब्बती शैली वाले ये छोटे होटल दिन ब दिन अधिकाधिक पर्यटकों को अपनी ओर खींचनें लगे हैं। ज्यादातर पर्यटक तारांकित होटलों की तुलना में तिब्बती शैली वाले इन छोटे होटलों में ठहरना ज्यादा पसंद करते हैं।
वर्तमान में ल्हासा में ऐसे होटलों की संख्या दस से अधिक है, पर बानाक शोल उनमें सब से विख्यात है और उसका शहर में अपना अलग स्थान है। बानाक शोल को तिब्बत के ल्हासा शहर के तिब्बती शैली वाले पहले छोटे पर्यटन होटल की हैसियत के साथ चीन के ऐसे प्रथम पहाड़ी होटल का भी दर्जा हासिल है और यह विश्व पर्यटन संगठन द्वारा चुने गये दस सर्वश्रेष्ट पहाड़ी पर्यटन होटलों में भी शामिल है। पहाड़ी होटल का अर्थ है पठारीय या पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों का सत्कार करने वाला सस्ता होटल। बानाक शोल का किराया इतना सस्ता नहीं है पर वह बहुत सी सुविधाएं उपलब्ध कराता है। इस होटल के आंगन में एक विज्ञापन बोर्ड खड़ा है जिस पर विभिन्न विषयों के संदेश लगे मिलते हैं। हांगकांगवासी चुंग इंग शिन कुछ समय पहले बानाक शोल में रहने आयी। वह इस पर संदेश के जरिये किसी मित्र की खोज करना चाहती थी, ताकि उसके साथ दूसरे पर्यटन स्थल की सैर कर सके।
उस ने कहा, मैं किसी पर्यटन एजेंसी के जरिये बाहर घूमने नहीं जाती। ग्रुप में शामिल होकर यात्रा करने में स्वतंत्रता नहीं होती बल्कि दिक्कतें ज्यादा होती हैं। मैं ने मित्रों की खोज के लिए विज्ञापन बोर्ड पर संदेश लगाया तो कई पर्यटकों ने मेरे साथ सम्पर्क किया, अब मैं ने शन चन शहर से आयी दो लड़कियों के साथ घूमने का निर्णय किया है। बानाक शोल होटल सूचनाओं के आदान-प्रदान के अतिरिक्त विचारों के आदान-प्रदान की भी अच्छी जगह है। इस होटल के तंग कमरों में विभिन्न देशों के पर्यटक इकट्ठे होकर यात्रा के अपने खट्ट- मीठे अनुभवों को आपस में बांटते हैं और एक-दूसरे को समझने की कोशिश करते हैं। यहां सांस्कृतिक पृष्टभूमि की भिन्नता भी उन की सहजता और स्नेह को बाधित नहीं करती।
बानाक शोल के आंगन के बीचोंबीच एक छोटा बगीचा भी है। बगीचे के एक खुले भाग में कई बड़ी-बड़ी छतरियां खड़ी हैं। इनके नीचे मेजें और कुर्सियां लगी हैं। पर्यटक यहां बैठकर खाना खाते हैं, चाय पीते हैं और किताब पढ़ते हैं या गपशप करते हैं। सछ्वान प्रांत के पर्यटक चांग शू खाई ने कहा कि बानाक शोल होटल में बहुत से देशी-विदेशी पर्यटक रहते हैं। अक्सर पर्यटक यहां बैठकर आने-जाने वालों को देखते हैं या एक-दूसरे से गप करते हैं तो कुछ खामोश बैठे अपने आप में लीन रहते हैं। मैं भी साल में कई दिन य़हां बिताने आता हूं और यहां आकर अपने मनोभाव को व्यवस्थित करता हूं ।
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