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आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के अब्दुल बारी ने सी .आर .आई हिन्दी विभाग को भेजे पत्र में कहा कि हिन्दी कार्यक्रम रोचक तथा ज्ञानवर्धक होता जा रहा है , मैं और मेरे क्लब के सभी सदस्य आप के सभी कार्यक्रम को ध्यान और शौक से सुनते हैं । आप के समाचार एवं रिपोर्ट ज्ञानवर्धक और मालूमाती होते हैं । आप का पत्र मिला सुन्दर कार्यक्रम है ,इस में श्रोताओं का पत्र शामिल किया जाता है , मेरा और क्लब के सदस्यों का आप अकसर पत्र शामिल करके हमारा हौसला बढ़ाते हैं ,इस पर मैं आप को धन्यावाद देता हूं । जीवन और समाज कार्यक्रम बहुत ज्ञानवर्द्धक होता है । और चीनी भाषा सिखाने का सिलसिला भी बहुत अच्छा है ।
बहनो और भाइयो , अब्दुल बारी के साथ आजमगढ़ के अब्दुर्र शीद , हेना आफरीन तथा अब्दुल गनी अजहरी ने भी पत्र लिख कर सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम पर अपनी पसंद बतायी , इस के लिए हम यहां उन्हें कोटि कोटि धन्यावाद देते हैं ।
मऊ उत्तर प्रदेश के राम प्यारे राम ने सी .आर .आई के आप की पसंद कार्यक्रम के नाम लिखे पत्र में कहा कि रिजवान भाई और बहन चंद्रिमा और रूपा जब इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे बीच रहते हैं , मानो हमारे सामने वसंत की बहार छायी रहती है . पर जब आप हम मित्रों से जुदा होने की बातें करते हैं , मानो पतझड़ छा जाता है । आप से एक छोटी शिकायत है कि बहन चंद्रिमा इस कार्यक्रम से जुदा क्यों हो गई और बहन रूपा इस कार्यक्रम से कब जुड़ी , आप ने कोई जानकारी नहीं दी है , आप इस तरह हम मित्रों को कभी अंधकार में न रखे , वर्ना खुदा की कसम , हम जीते जी मर जाएंगे।
राम प्यारे राम जी , यह सच है कि रिजवान आफताब अपने किसी काम के लिए सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम आप की पसंद से बिदा हो गए हैं । उन की ओर से हम आप की जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश बेहतर समझते हैं । पिछले दो सालों से आप की पसंद में रिजवान आफताब और चंद्रिमा कार्यक्रम पेश करते आए थे , जिन्हें व्यापक श्रोताओं से भरपूर समर्थन और प्रशंसा मिली है , लेकिन पिछले साल के जुलाई के बाद दोनों क्रमशः आप की पसंद कार्यक्रम से अलग हो गए , रिजवान अपने ही काम की वजह से चले गए थे , और चंद्रिमा जी हिन्दी के आगे अध्ययन के लिए नई दिल्ली गई है , योजना के मुताबिक वे इस साल के भीतर देश वापस आएगी और सी. आर .आई हिन्दी सेवा में काम जारी रखेगी । जहां तक रूपा बहन का ताल्लूक है , वे पिछले साल पेइचिंग विश्वविद्याल से हमारे हिन्दी विभाग में आयी है और चंद्रिमा की जगह आप की पसंद कार्यक्रम संभालने लगी है । हमें बड़ी खुशी है कि व्यापक श्रोताओं को चंद्रिमा की भांति रूपा की कार्यक्रम प्रस्तुति पसंद आयी है और पत्र लिख कर उस का समर्थन भी किया है । हमें पक्का विश्वास है कि चंद्रिमा और रूपा बहन दोनों आगे भी श्रोता मित्रों की पसंदीदा कार्यक्रम प्रस्तुतिकर्ता बनी रहेंगी और आप लोगों की ओर से उन्हें निरंतर समर्थन मिलता रहेगा।
मऊ उत्तर प्रदेश के एस .ए . फारूकी ने सी .आर .आई के नाम लिखे पत्र में कहा कि आप का कार्यक्रम मैं और हमारे साथी बहुत ध्यानपूर्वक सुन रहे हैं और शिक्षा गृहण कर रहे हैं । आप की तमाम रिपोर्टें बहुत अच्छी रहती हैं । नई दिल्ली से भेजी हुंगशान की रिपोर्ट बहुत स्टीक और विस्तृत होती है । आप से अनुरोध है कि चूंकि अगला आलंपिक खेल 2008 में चीन में होगा , अतः चीन में किस तरह की तैयारियां शुरू हो गई है , इस के लिए आप इस पर एक पांच मिनट की रिपोर्ट रोजाना प्रस्तुत करें । तथा एक दूसरा सुझाव है कि सी .आर .आई की हिन्दी सेवा के जितने भी कार्यक्रम निर्माण एवं प्रस्तुत करने से जुड़े है , उन सभी स्टाफ का पूरा परिचय फोटो के साथ अगली श्रोता वाटिका में छापें , तो बहुत अच्छा होगा और यादगार के तौर पर रखेंगे ।
रोहतास बिहार के हासिम आजाद ने अपने पत्रों में सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर टिपण्णी करते हुए कहा कि बहन श्याओ थांग द्वारा श्री अनील कुमार जी से बातचीत अच्छी लगी , अनील जी का यह कहना हमें सब से अधिक प्रभावित करता है कि उन का बॉस उस से बहुत अधिक प्यार करते हैं , आशा करता हूं कि भविष्य में और अधिक भारतीय लोगों की भेंटवार्ता सुनाएंगे ।
खेल जगत कार्यक्रम के अन्तर्गत नए स्टेडियम के निर्माण एवं चीनी लोगों के व्यायाम के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करने के संबंध में पूर्ण जानकारी मिली , जिस से हम सब का ज्ञान वर्द्धित हुआ है ।
इन दिनों आप की पसंद कार्यक्रम अच्छे हो रहे हैं , गीतों का चयन एवं रूपा जी की प्रस्तुति भी अच्छी है , मेरी राय है कि कम से कम दो गीत पुराने यानी 50 से 60 वाले दशक के शामिल किया जाए , ताकि हरेक पुराने श्रोता की रूचि पूरी हो ।
सी .आर .आई ने वर्ष 2004 में अपने अनेकों कार्यक्रमों की बदौलत उल्लेखनीय प्रगति की थी । आप का पत्र मिला , आप की पसंद , सवाल जवाब , चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , चीनी गीत संगीत , विशेष समाचार और आज का तिब्ब्त कार्यक्रम के माध्यम से अद्भुत जानकारियां प्राप्त करा कर दुनिया के नम्बर एक रेडियो स्टेशनों में अपनी पहचान बनायी । सी .आर .आई का हरेक श्रोता अब गर्व के साथ कह सकता है कि सी .आर .आई जितनी अच्छी जानकारियां कराता है , किसी और रेडियो स्टेशनों से प्राप्त नहीं हो पाती है ।
गोरखपुर उत्तर प्रदेश के राज गुप्ता ने हमें लिखे पत्र में कहा कि इस सप्ताह के सभी प्रोग्राम अच्छे लगे , खास कर सप्ताहांत के सर्वश्रेष्ठ प्रोग्राम आप से मिले , खेल जगत , विज्ञान शिक्षा व स्वास्थ्य , जीवन व समाज तथा चीन भारत मैत्रीपुल के निर्माता आदि बहुत अच्छे लगे ।
आप के लिए एक खुशखबरी है कि मैं यहां पर भी रह कर बहुत अच्छी तरह से आर .एस लिस्नर्स क्लब का संचालन कर रहा हूं . इस का सबूत यह है कि अभी चार और सदस्य इस क्लब से जुड़ गए हैं , जिन में एक ऋषि है जिन के पिता जी एस .पी है , दूसरा लाल साहब है , जिन के पिताजी सब इंस्पेक्टर है और तीसरा अग्रहरी है , जो मेरे साथ कम्प्युटर कोर्स करते हैं , चौथा जयसवाल है , जिन के पिताजी बिजनेसमैन है ।
राज गुप्ता जी , आप को बधाई देते हैं कि आप के श्रोता क्लब का और विस्तार हुआ , जिस में चार नए सदस्य आए । हम आप के साथ उन सभी का हार्दिक स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि वे भी आप की भांति नियमित रूप से सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण सुनते रहेंगे और हमें लिख कर अपनी राय बताएंगे । सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण सुनने वाले श्रोताओं की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के लिए आप के प्रयत्न पर हम आप के आभारी हैं ।
फफून्द उत्तर प्रदेश के रिजवान सज्जाद ने हिन्दी सेवा के नाम लिखे पत्र में कहा कि हमें पक्का विश्वास है कि इस नए वर्ष में सी .आर .आई अपने श्रोताओं के लिए एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत करते रहेंगे , साथ ही उन्नति के नए आयामों के छूने की भी कामना करते हैं ।
आप के द्वारा प्रस्तुत विभिन्न साप्ताहितक कार्यक्रमों के माध्यम से हम सभी का अच्छा ज्ञानोपार्जन होता है । चीन से संबंधित सभी समाचार सी .आर .आई से मिलते हैं , इस के साथ ही विश्व की महत्वपूर्ण घटनाओं को भी समाचार में जगह दी जाती है । समाचार पूर्ण रूप से निष्पक्ष होते हैं , विभिन्न अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर प्रस्तुत रिपोर्ट भी अच्छी होती है । सुनामी से प्रभावित देशों के समाचार और इन पर प्रस्तुत रिपोर्टें भी अच्छी लगी । हम इस की सराहना करते हैं , ये रिपोर्टें बड़ी मेहनत से तैयार की गई थीं ।
साप्ताहिक कार्यक्रम बड़े ही रोचक और ज्ञानवर्धक होते हैं , इन के माध्यम से चीनी सभ्यता व संस्कृति वहां के सुधारों के विषय में अच्छी जानकारियां मिलती है । साथ ही चीन की आर्थिक , सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों से भी बहुत ही अच्छी अवगत कराया जाता है।

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