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(GMT+08:00) 2006-01-24 13:03:26    
चीनी गायिका फंड ली य्वान

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गायिका फङ ली य्वान चीन में मशहूर है । एक सैन्य गायिका के रूप में चीनी जन मुक्ति सेना के सैनिकों ही नहीं, समूचे चीनी जनता उसे पसंद करते हैं । इस लेख में आप पा सकेंगे गायिका फङ ली य्वान का परिचय। सब से पहले सुनिये दूर दूर जगह पर वह लड़की नामक गीत

इस गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार हैः

दूर दूर जगह पे वह सुन्दर और सुशील लड़की रहती है

लोग जब उस के घर से गुजरते हैं ,

तो बार बार मुड़ कर देखने को मजबूर रहते हैं।

उस का मुखड़ा लालिमा की भांति खुबसूरत है ,

उस की चंचल आंखें पवित्र चांदनी जैसी होती है

उस की प्यारी आंखों में रमने का जी चाहता है

उस के पास दूर कभी नहीं चाहता हूं ।

उस का मुस्कान से भरा मुखड़ा रेशमी कपड़े का सरोखा हसन है ।

बनने का जी चाहता है उस के बगल में एक छोटी बकरी

उस का चाबुक मेरे शरीर पर

कोमल सा वार फेराता है ।

दोस्तो, अब आप सुन रहे हैं पश्चिमी चीन के छिंग हाई प्रांत का लोकगीत दूर दूर जगह पर वह लड़की नामक गीत। इस गीत में गहरा प्यार भरा है और ताल लय लहरदार और उत्साह से भरा हुआ है , जो चीन भर में दशकों से लोकप्रिय रहा है।

सुश्री फंड ली य्वान चीनी लोगों की एक पसंदीदा गायिका है। उन की मीठी आवाज व कुशल गायन बहुत लोकप्रिय है , जिस में हमेशा गहरा भाव और उमंग भरा हुआ है । अब आप सुनिये, उन द्वारा गाये गये मंगोल जाति का एक लोकगीत गा दा मेई लिन। गीत में 19 वीं शताब्दी के समय चीन की अल्पसंख्यक मंगोल जाति के गा दा मेइ लिन नामक राष्ट्रीय वीर का यशगान किया गया है ।

गीत---गा दा मेई लिन

गीत के बोल हैः

दक्षिण की दिशा में उड़े जंगल का हंस नहीं रूका

यांगत्सी नदी को पार किए बिना ।

मंगोल जाति के वीर गो दा मेई लिन करते थे

मंगोल जनता के लिए संघर्ष अद्मय ।

उत्तर से उड़े आया जंगल का हंस नहीं रूका

तब पहुंचा नहीं पीली नदी के पार,

मंगोल जाति के वीर सामंतों व राजाओं से भूमि के लिए,

संग्राम को कभी नहीं छोड़े ।

मंगोल जाति के लिए न्यौछावर करते थे

वे वीर गा दा मेई लिन ।

आगे आप सुनेंगे सुश्री फङ ली य्वान की आवाज में गाया गया पश्चिमी दक्षिण चीन के युन्नान प्रांत का लोकगीत, जिस का नाम है झरना यानी नदी का पानी बहता रहा ।

गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है

रूपहली चांदनी में बैठी प्रेमिका नदी किनारे

प्रेमी की याद में डूबी

जैसी नदी का पानी बह रहा ,

स्वच्छ जल राशि में प्रतिबिंबित पड़ी है

प्रेमी की परछाई ।

चांदनी को निहारती है वह लड़की

अपने प्रेमी की याद में डूबी है

मानो हल्की हवा बह रही ।

ओह , प्रेमी ,तुम मेरी आवाज़ सुनेंगे ,

जो हवा के झोंके के साथ जा पहुंची है।