
दक्षिण-पश्चिमी चीन में स्थित युननान प्रांत की श लिन ई जातीय स्वायत्त काउंटी में है। पर चीन के अन्य क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में अनोखे प्रस्तर-वन उपलब्ध हैं। आज हम आप के साथ पश्चिमी चीन के केंद्र शासित शहर छुंगछिंग में स्थित वान शंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र का भ्रमण करने जा रहे हैं। यह प्रस्तर-वन चीन में अब तक पाया गया ऐसा सब से प्राचीन वन माना जाता है। वान शंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र पश्चिमी चीन के छुंगछिंग शहर के दक्षिणी भाग में स्थित है। 
प्रिय मित्रो , आज के चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को किसी प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र का दौरा कराने के बजाय चीन के प्राचीनतम प्रस्तर-वन दिखाने ले चलते हैं। शायद आप को मालूम हो कि प्रस्तर-वन एक विशेष भूतत्वीय परत हैं। चीन का विख्यात प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र दक्षिण-पश्चिमी चीन में स्थित युननान प्रांत की श लिन ई जातीय स्वायत्त काउंटी में है। पर चीन के अन्य क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में अनोखे प्रस्तर-वन उपलब्ध हैं। आज हम आप के साथ पश्चिमी चीन के केंद्र शासित शहर छुंगछिंग में स्थित वान शंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र का भ्रमण करने जा रहे हैं। यह प्रस्तर-वन चीन में अब तक पाया गया ऐसा सब से प्राचीन वन माना जाता है।
वान शंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र पश्चिमी चीन के छुंगछिंग शहर के दक्षिणी भाग में स्थित है। कार से छुंगछिंग शहर से वान शंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र पहुंचने में एक घंटा लगता है।
वानशंग प्रस्तर-वन पर्यटन क्षेत्र का क्षेत्रफल करीब 2.4 वर्गकिलोमीटर है। इस पर्यटन क्षेत्र में अजीबोगरीब प्रस्तर-वनों और अनोखी प्रस्तर गुफाओं के अतिरिक्त तुबड़ा फूल झील, भूमिगत नदियां और प्रपात जैसे अनेक मनोहर प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलते हैं। वानशंग प्रस्तर-वन क्षेत्र के पर्यटन विभाग के अधिकारी चान शू तुंग इस प्रस्तर-वन की विशेषता का परिचय इस तरह देते हैं ।
वानशंग प्रस्तर-वन की सब से बड़ी विशेषता यह है कि उसका इतिहास 45 से 60 करोड़ वर्ष पुराना है और इस कारण यह चीन का प्राचीनतम प्रस्तर-वन माना जाता है। इसकी दूसरी बड़ी विशेषता यहां कोई तीन हजार मीटर लंबी एक गुफा का होना है।
चान शू तुंग के कहे के मुताबिक यदि आप वान शंग प्रस्तर-वन में कदम रखकर इधर-उधर नजर दौड़ायें, तो ऐसे बेशुमार अजीबोगरीब पत्थर देख सकते हैं जो सैकड़ों-हजारों नक्काशों द्वारा बड़े लगन से तराशे गये लगते हैं। हमारी गाइड सुश्री चांग येन ने बताया कि ऐतिहासिक सर्वेक्षण से पता चला है कि करीब 60 करोड़ वर्ष पहले यह एक विशाल समुद्री क्षेत्र था। बाद में समुद्र के लुप्त होने और समुद्री सतह के धीरे-धीरे ऊपर उठने से समुद्री लहरों व वर्षा व हवा के थपेड़ों से यहां विविध आकार वाले अनोखे पत्थर नजर आने लगे और फिर इन पत्थरों ने वान शंग प्रस्तर-वन का रूप ले लिया।
इस विशाल प्रस्तर-वन के कुछ पत्थर मोटे रीछ जैसे जान पड़ते हैं तो कुछ उड़ते बगुसे जैसे लगते हैं और कुछ खूंख्वार बाघ और तेज दौड़ते घोड़े से मालूम देते हैं। यह दुर्लभ जीवंत प्राकृतिक दृश्य देखते ही बनता है।
प्रस्तर पंखा वानशंग प्रस्तर-वन में अपना अलग विशेष स्थान रखता है। यह एक भीमकाय चट्टान है जिसका आकार प्रकार पंखे जैसा है, इसलिए इसे यह नाम दिया गया। यह पंखा पांच से सात मीटर ऊंचा, पांच से छै मीटर चौड़ा और दो से तीन मीटर मोटा है। पत्थर का इतना विशाल पंखा पहले हम ने कभी नहीं देखा था। सो हम प्रकृति की अपार महानता से अभिभूत हुए और उस के अनोखे करिश्मे से हुए आश्चर्यचकित।
वान शंग प्रस्तर-वन में विविध किस्मों के दुर्लभ पत्थर और गुफाएं ही नहीं हैं, यहां की वनस्पति भी बड़ी विविध है। आकाश से बातें करते छायादार और सीधी खड़ी चट्टनों के बीच उगे लतादार पेड़ों को देखकर पर्यटक दांतों तले उंगली दबाते हैं।
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