कहा जाता है कि प्राचीन काल में एक व्यक्ति नदी पार करने नदी के किनारे पर आ पहुंचा ।
वहां उस ने देखा , एक लोग एक छोटे बच्चे को उठाए नदी में छोड़ देने को था , डर के मारे छोटा बच्चा बुरी तरह रो रहा था ।
और उस के दो नन्हें हाथ हवा में मार मार कर बड़े लोग के कपड़े को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे ।
नदी को पार करने वाले व्यक्ति ने बीच में आकर कहा , यह बहुत छोटा बच्चा है , यदि तुम ने उसे पानी में छोड़ा , तो वह डूब कर मारा जाएगा ।
उस लोग ने बड़े विश्वास के साथ कहा , नहीं मरेगा ।
बच्चा बहुत छोटा है और नदी का पानी बहुत गहरा है , तो यह कैसा संभव है कि बच्चा डूब कर नहीं मरेगा ।
पहले आदमी ने तर्क किया ।
बच्चे को उठाने वाले लोग ने कहा , आप इस का रहस्य नहीं जानते हैं , यह बच्चा इसलिए नहीं डूबेगा , क्यों कि उस का पिता एक कुशल तैराक है ।
तो दोस्तो , यह नीति कथा कैसी लगी , पिता कुशल तैराक होने का यह अर्थ नहीं है कि उस के दो साल के बच्चे को तैरना आता है ।
कोई भी कौशल लगन से सीखने और अभ्यास करने से प्राप्त होता है ।
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