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(GMT+08:00) 2006-01-04 13:41:45    
पेइचिंग शहर की गलियां शहर की विशेष पहचान

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प्रिय मित्रो , जैसा कि आप जानते हैं, चीन की राजधानी पेइचिंग एक राजनीतिक व सांस्कृतिक शहर के रूप में ही विख्यात नहीं है, उसका पर्यटन कार्य भी खासा विकसित है। शहर के विश्वविख्यात लम्बी दीवार, प्राचीन प्रासाद, समर पैलेस और स्वर्ग मंदिर जैसे रमणीक स्थल देशी-विदेशी पर्यटकों को बरबस आकर्षित करते हैं।खैर, आज के चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को पेइचिंग की विशेष प्राचीन गलियों के दौरे पर ले जा रहे हैं।

पेइचिंग शहर की विशेष संकरी सड़कों को गली की संज्ञा दी जाती है। शहर की सब से पुरानी गली 13 वीं शताब्दी में स्थापित हुई और बाद में चीन में उभरे य्वान, मिंग व छिंग राजवंशों में बड़ी तादाद में इस प्रकार की गलियां एक के बाद तेजी से बढीं। इन राजवंशों के दौरान पेइचिंग का निर्माण राजमहल यानी पुराने प्रासाद को केंद्र बनाकर चारों तरफ रिहायशी मकान बना कर किया गया। इन मकानों के बीच शहर की बेशुमार गलियां एक जाल की तरह बिछती दिखीं।

पिछले कई सौ सालों में ये बेशुमार गलियां इतनी विकसित हुईं कि शहर के पुराने क्षेत्र के हर कोने में दिखने लगीं। आज ये पेइचिंग के निवासियों के दैनिक जीवन से घनिष्ठ रूप से जुड़ी ही नहीं हैं, एक अर्थ में इस प्राचीन शहर की विशेष पहचान भी बन चुकी हैं। इन गलियों में घूमते हुए आप पेइचिंग की ऐतिहासिक व वर्तमान स्थिति की प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आम चीनियों का वास्तविक जीवन भी नजदीकी से देख पाते हैं। इसीलिए कुछ पेइचिंगवासियों की मान्यता है कि गली देखे बिना पेइचिंग को जाना नहीं जा सकता, गली में प्रवेश किये बिना पेइचिंग आना कोई अर्थ नहीं रखता।

इसे ध्यान में रखकर पेइचिंग की अनेक पर्यटन कम्पनियां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पेइचिंग की गलियों के भ्रमण की विविध विषयों वाली गतिविधियां आयोजित करती हैं। सुश्री यांग ई पेइचिंग के श्वान ऊ क्षेत्र की एक पर्यटन कम्पनी में इसी तरह की गतिविधि का संचालन करती हैं। उन्हों ने कहा कि इस में पेइचिंगवासियों का सच्चा जीवन पर्यटकों को बहुत नजदीकी से दिखाने के लिए उन्हें गलियों का दौरा कराने के बाद हम वहां बसे साधारण लोगों के घर भी ले जाते हैं।

पेइचिंग की कुछ गलियां दो-तीन सौ वर्ष पुरानी हैं। पर्यटक रिक्शे पर सवार होकर इन पुरानी गलियों का दौरा कर पेइचिंग की परम्परागत जीवनशैली का एहसास कर सकते हैं। इसलिए हम आम तौर पर पेइचिंग के छ्येन मन द्वार से प्रस्थान कर पर्यटकों को रिक्शे के जरिये कई संरक्षित गलियों का दौरा कराते हैं, फिर उन्हें विशेष वास्तुशैली वाले चारदीवारी वाले घरों के दर्शन पर ले जाते हैं, ताकि वे अपनी आंखों से साधारण पेइचिंगवासियों का वास्तविक जीवन देख सकें।

पेइचिंग की गलियों का दौरा आप पैदल कर सकते हैं या इसके लिए रिक्शे का सहारा ले सकते हैं। जर्मनी से आये पर्यटक गोंटेर वेन ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि रिक्शे की सवारी पेइचिंग की गलियों के दौरे के लिए बेहद सुविधाजनक व मजेदार ही नहीं है बहुत नजदीकी से इन गलियों को देखने का मौका देती है।

मैं ने भारत में भी इस प्रकार का रिक्शा देखा है। यह बहुत सुविधाजनक है और टैक्सी से बेहतर है, क्योंकि आप को संकरी गलियों के हर कोने तक पहुंचाने में समर्थ हैं। पेइचिंग की गलियां भी अपने ढंग की हैं। गगनचुम्बी इमारतों और रौनकदार वाणिज्य केंद्रों की तुलना में मुझे इन गलियों से ज्यादा लगाव है।

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