चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति का पांच हजार साल का इतिहास है। वह चीन की परंपरागत संस्कृति का महत्वपूर्ण भाग है। चीन और पूर्वी एशिया के बहुत से लोगों को चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति पर बड़ा विश्वास है। आज पश्चिमी परंपरागत चिकित्सा पद्धति स्वास्थ्य की दुनिया में मुख्य भूमिका निभा रही है। चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति में इलाज की विविधता होने के साथ खर्च भी कम आता है। इसलिए चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति का व्यापक स्वागत हो रहा है।
दक्षिण-पश्चिमी चीन स्थित सिछ्वान प्रांत चीन का मध्यम स्तर का विकसित क्षेत्र है। यहां के ज्यादातर लोग चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति का सहारा लेते हैं। सिछ्वान प्रांत के तुच्यांगयैन शहर में रहने वाली किसान सुश्री यूमिंगईंग पिछले पांच सालों से पित्ताशय की सूजन से ग्रस्त हैं। वे चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति के जरिये इस बीमारी का इलाज करा रही हैं, पर इस पर उनका पूरे साल का खर्च मात्र सौ यवान आता है, जो पश्चिमी चिकित्सा पद्धति की तुलना में बहुत कम है। कुछ दिन पहले उन्हें जुकाम की वजह से फिर एक बार इस पित्तरोग की शिकायत हुई। इस पर उन्हों ने अस्पताल में केवल 12 य्वान की चीनी परंपरागत दवा खरीदकर खायी और वे पुनः सही-सलामत हो गईं। सुश्री यूमिंगईंग ने कहा कि वे आम तौर पर चीनी परंपरागत जूड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि ये दवाएं न सिर्फ सस्ती होती हैं, बल्कि प्रभावकारी भी होती हैं। उन्हों ने कहा कि चीनी परंपरागत दवाओं की और एक विशेषता यह है कि इनका पश्चप्रभाव कम होता है।
आंकड़े कहते हैं कि चीन के ग्रामीण क्षेत्रों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति के इलाज पर औसतन छै से आठ य्वान का खर्च आता है, जो पश्चिमी चिकित्सा पद्धति के इलाज से बीस से तीस प्रतिशत सस्ता है। अब तुच्यांगयैन की 140 टाउनशिपों की सभी क्लीनिकों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति विभाग खोल दिये गये हैं, जिनसे किसानों का दवा पर खर्च हल्का हुआ है और किसानों को इससे फायदा मिला है।
श्री यांगयूंग तुच्यांगयैन शहर की एक टाउनशिप क्लीनिक में डाक्टर हैं। उन की क्लीनिक आसपास के तीन गांवों की सेवा करती है। उन के अनुसार इन तीन गांवों में 5500 किसान रहते हैं। किसान रोगियों के इलाज में चीनी परंपरागत औषधियों की प्रमुख भूमिका है, जो सभी दवाओं का चालीस प्रतिशत होती है।
इस कारण इधर के वर्षों में सिछ्वान प्रांत में काउंटी, टाउनशिप और गांव इन तीनों स्तरों पर एक चिकित्सा जाल स्थापित करने की कोशिश चल रही है। प्रांत की अस्सी प्रतिशत काउंटियों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति की क्लीनिकें स्थापित हैं। टाउनशिप स्तर की नब्बे प्रतिशत क्लीनिकों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति विभाग खोले गये हैं, जो चीनी परंपरागत औषधियों के अलावा एक्यूपैंक्चर आदि से भी रोगियों की सेवा कर सकते हैं। किसान वहां सुरक्षित और कारगर स्वास्थ्य सेवा पा सकते हैं। सिछ्वान प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवा में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति की भूमिका इससे तीस प्रतिशत तक जा पहुंची है।
चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति के प्रयोग के लिए चिकित्सकों के प्रशिक्षण को भी मजबूत किया जाना जरूरी है। इधर के सालों में सिछ्वान प्रांत की काउंटी व टाउनशिप स्तर के क्लीनिकों के एक हजार दो सौ डाक्टरों को चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति का प्रशिक्षण दिया गया है। दस हजार ग्रामीण डाक्टरों को चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति का प्रमाणपत्र भी सौंपा गया है। इस के अलावा सिछ्वान प्रांत में एक्यूपैंक्चर और मालिश आदि उपचार पद्धतियों का विकास भी किया जा रहा है, ताकि कम से कम खर्च से ग्रामीण क्षेत्रों के आम रोगों का इलाज किया जा सके।
सिछ्वान प्रांत के चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति प्रबंध विभाग के प्रधान श्री यांग डियनक्वेइ ने कहा कि चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति को मजबूत करने के जरिये किसानों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के साथ उसके खर्च में बचत भी की जा सकती है। किसान मामूली रोगों का इलाज गांव में ही करा सकते हैं। इस तरह ऐसे रोगों के गंभीर होने की संभावना भी कम हो जाती है। इस से किसानों का आर्थिक बोझ भी कम किया जा सकता है।
सिछ्वान प्रांत की ही तरह चीन के दूसरे बहुत से क्षेत्रों में भी किसान भारी चिकित्सा खर्च से परेशान हैं। इसलिए चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति भारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वर्ष 2004 के अंत तक चीन में काउंटी स्तर की कुल एक हजार पांच सौ क्लीनिकें निर्मित हो चुकी थीं, जिन का किसानों ने बहुत स्वागत किया। किसान आम तौर पर उन्हें स्वास्थ्य लाभ पाने का प्रथम स्थल मानते हैं । इसके साथ देश की 75 प्रतिशत क्लीनिकों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति विभाग हैं जिन में तीस प्रतिशत रोगियों का इलाज किया जाता है।
चीन की केंद्रीय सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति के प्रसार पर भारी पूंजी लगायी है। हाल ही में चीन सरकार ने देश के सात प्रांतों के गरीब ग्रामीण क्षेत्रों में चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति के विकास के लिए दस करोड़ यवान की पूंजी लगायी। आगामी तीन से पांच सालों में चीन सरकार चीनी परंपरागत चिकित्सा पद्धति की इन क्लीनिकों के साज-सामानों के सुधार पर और अधिक शक्ति लगायेगी।
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