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(GMT+08:00) 2005-12-09 08:43:16    
सिन्चांग की मुस्लिम महिलाओं का नया जीवन

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चीन में मुस्लिम लोगों की कुल संख्या कोई तीन करोड़ है , जिस का एक तिहाई भाग उत्तर पश्चिमी चीन के सिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश में रहता है । विशेष परम्परा और ऐतिहासिक कारणों से पहले सिन्चांग में मुस्लिम महिलाओं का आर्थिक व सामाजिक स्थान हमेशा माताहत होता था । लेकिन इधर के सालों में चीन में सामाजित . सांस्कृतिक और आर्थिक तेज विकास के परिणामस्वरूप अधिक से अधिक संख्या में मुस्लिम महिलाएं घर से निकल कर सामाजिक व आर्थिक प्रगति की तेज बढ़ती धारा में प्रवेश कर गई . हम सिन्चांग की कुछ मुस्लिम महिलाओं के नए जीवन के बार में थोड़ा बता रहे हैं ।

चीन देश में यह मान कर चलता है कि सिन्चांग की युवती बहुत सुन्दर है , वहां की विशेष प्राकृतिक स्थिति के वर्दान से विभिन्न जातियों की युवतियों को बड़ी खूबसूरती नसीब होती है । जबकि सिन्चांग में वेवूर जाति की युवती कहीं अधिक खूबसूरत मानी जाती है । वेवूर युवती खूबसूरती के साथ नाचगान के लिए भी मशहूर होती हैं ।

जब हम सिन्चांग के सीमावर्ती शहर काश्गर में थे , हम शहर के नामी होटल सेमान में रहते थे। हमें बताया गया कि सेमान होटल इसलिए अत्यन्त मशहूर है , क्योंकि वह विदेशी अतिथियों का सत्कार करने के लिए काश्गर का प्रथम सितारों वाला होटल है , और तो और होटल का मेनेजर एक सुन्दर वेवूर महिला भी है , जो दिलीनूर के नाम से जानी जाती है ।

34 वर्षीय दिलीनूर एक असाधारण खूबसूरत वेवूर महिला है , सुन्दर , कुलीन और सुशील छवि से वह सचमुच लोगों को मंत्रमुग्ध कर लेती है । होटल के व्यस्त कामों से समय निकाल कर वे हमें होटल के छोटे थिएटर में वेवूर जाति का परम्परागत नाच गान प्रोग्राम दिखाया , मौके पर उन्हों ने हमें बताया कि वे इस नाचगान कला मंडली की पुरानी सदस्य थी , जब वे 18 साल की थी , वे बड़े नवयौवन और खूबसूरती से भरिपूर्ण थी , सभी लोग उसे प्यार करते थे । उन्हों ने आगे आह भर कर कहा कि अब वह खूबसूरती चली गयी है , बच्चे की पैदाइश से थोड़ी मोटी भी हुई । कहने के लहजे में थोड़ा खेद का भाव व्यक्त हुआ । लेकिन दो बच्चों की इस वेवूर महिला का कैरियर होटल के मेनेजर जनरल के सफल कामकाज में असाधारण रूप से विकसित हो गया , अब वे काश्गर के सेमान पर्यटन उद्योग कापरेशन के मेनेजर जनरल है और काश्गर के सब से बड़े निजी कारोबार के शीर्ष नेता हैं ।

सुश्री दिलीनूर कह रही हैं कि सेमान पर्यटन उद्योग कापरेशन के मातहत दस कंपनियां हैं , मैं खुद पांच कंपनियों के संचालन व प्रबंधन का काम संभालती हूं , जिन में होटल , जमीन जायदाद , पर्यटन सेवा , भवन निर्माण तथा लोजिस्टिक्स व्यवसाय शामिल हैं । अब कापरेशन के व्यवसायों में सीमीवर्ती व्यापार भी शामिल किया गया और काश्गर के उपनगर में कापरेशन का 266 हैक्टर का एक हरित खाद्यपदार्थ उत्पादन केन्द्र भी खोला गया ।

सेमान होटल का संचालन पहले अच्छा नहीं था , लेकिन बाद में दिलीनूर के नेतृत्व में सेमान कापरेशन के साथ सहयोग का अनुबंध कायम हुया , जिस से दो सालों के भीतर ही होटल ने पहले के कुसंचालन से पैदा हुए दो करोड़ 60 लाख य्वान के भारी कर्जों की अदायगी तो की और मुनाफामंद संचालन के दौर में भी दाखिल हो गया , और दिलीनूर की सफलता की कहानी भी काश्गर में काफी प्रचलित हुई ।

सुश्री दिलीनूर 18 साल की उम्र में सेमान होटल की कला मंडली की सदस्य बनी , कला मंडली को छोड़ने के बाद वे होटल के सेवा विभाग की कर्माचारी नियुक्त हुई , वे मेहनती और होशियार थी , जल्दी ही सेवा विभाग के मेनेजर के पद पर नियुक्त की गई । इसबीच उन की मुलाकात पांच संतानों वाले एक प्रौढ़ पुरूष से हुई , जिस की पत्नी इस दुनिया से चल बसी थी । इस पुरूष के साथ दिलीनूर की मुहब्बत हुई । लेकिन मुस्लिम परिवार में जन्मी दिलीनूर को परिवार और समाज से भारी दबाव का सामना करना पड़ा । किन्तु उन्हें पक्का विश्वास था कि यह पुरूष एक भरोसामंद पति होगा . अंततः उन्हों ने तरह तरह के विरोधों की परवाह न कर उन के साथ शादी की और परम्परागत प्रथा से शादी के बाद होटल की अपनी नौकरी छोड़ कर घर में कामकाज संभालने लगी । सेमान होटल का संचालन अच्छा नहीं चला , होटल के नेतृत्व दल को मेहनत और कार्यकुशल सेवा विभाग की पूर्व मेनेजर दिलीनूर की याद आयी , उन्हों ने उसे फिर मेनेजर के पद पर नियुक्त करने की पेशकश की , अपने पति को सफल समझाने के बाद सुश्री दिलीनूर पुनः सेमान होटल में आयी , उन के नेतृत्व में सेमान होटल की स्थिति एकदम बदल गई . एक साल बाद दिलीनूर सेमान होटल के मेनेजर जनरल नियुक्त हुई , फिर सेमान कापरेशन के मेनेजर जनरल के लिए नियुक्त की गई ।

वाणिज्य क्षेत्र में काम करने के अपने अनुभवों की चर्चा में सुश्री दिलीनूर ने कहाः

आधुनिक युग में महिलाएं बहुत बुद्धिमत्ता दिखती हैं , बहुत सी महिलाएं घर से बाहर अच्छे कैरियर के लिए काम करती हैं , परम्परागत विचार के अनुसार महिलाएं कोई खास नहीं कर सकती हैं , लेकिन मैं चाहती हूं , हम महिलाएं भी अपनी विशेष क्षमता दिखा देंगी , मैं कठिनाइयों से ग्रस्त महिलाओं को मदद भी चाहती हूं । यदि मैं अब भी घर में बन्द होती , तो मेरा कुछ सफल काम नहीं होता ।

अपने केरियर में दिलीनूर कामयाब हो गई और उन का आत्मविश्वास भी लगातार बढ़ता गया , घर से बाहर वे एक बड़े उद्योग कापरेशन का सफल नेतृत्व करती हैं , घर में वे पत्नी और मां का कर्तव्य बेहतर निभाने की कोशिश भी करती हैं ।

दिलीनूर की तरह सिन्चांग की विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों में बहुत सी मुस्लिम महिलाएं पुरानी परम्परा के बंधन से छुटकारा पा कर सक्रिय रूप से समाज के विभिन्न कामों में लग गई हैं । स्थानीय सरकार भी महिलाओं को आर्थिक निर्माण व सामाजिक प्रगति के काम में हिस्सा लेने का प्रोत्साहन देती है। सिन्चांग महिला विकास योजना के तहत महिलओं के जीवन और विकास के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती हैं । अब सिन्चांग के विभिन्न स्तरों पर तीन लाख से ज्यादा महिलाएं नेतृत्वकारी पदों पर कार्यरत हैं, जिन में बहुत सी मुस्लिम महिलाएं भी हैं ।

इस साल 45 वर्षीय राईहान .युसुफु एक वेवूर महिला है , 21 साल पहले वित्त अर्थशास्त्र विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद वे ऊरूमुची में एक सरकारी कर्मचारी बने , अब वे सिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के विकास व सुधार कमेटी के उपाध्यक्ष नियुक्त हुई हैं , जो प्रदेश के सामाजिक आर्थिक विकास के बारे में नीति बनाने तथा नीतियों के कार्यान्वयन का काम संभालती है । उन्हों ने हमें बतायाः

मैं ऊरूमुची वासी हूं , प्राइमरी व मिडिल स्कूल का जवन यही बिता था और विश्वविद्यालय की शिक्षा उत्तर पूर्वी चीन के वित्त अर्थ विश्वविद्यालय में ली , ऊरूमुची में 21 साल तक सरकारी नौकरी में रही, जिस के दौरान मुझे कभी यह अनुभव नहीं हुआ था कि महिलाएं पुरूष से कहीं कमजोर हैं । पुरूष कर्मचारी भी हमारा बड़ा समर्थन करते हैं , मुझे नेता के पद पर नियुक्त किया जाने के बाद भी पुरूष सहयोगी मेरा सम्मान व समर्थन करते हैं ।

अपने परिवार की चर्चा में सुश्री युसुफु का जोश और बढ़ा , वे कहती हैः

मेरी शादी 1987 में हुई , परिवार सुखमय है , एक बेटा एक बेटी हैं , पति प्रेस का काम करते हैं और मेरे काम का निस्वार्थ समर्थन करते हैं , मैं भी उन का बड़ा समर्थन करती हूं, हम दोनों घर का कामकाज बेहतर करते हैं और बाहर के कामकाज को भी पूरी शक्ति से पूरा करते हैं ।

सिन्चांग की विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों की महिलाएं पुरूषों के साथ मिल कर अपनी मेहनत व बुद्धिमत्ता से समाज को सुन्दर और सुखमय बनाने के लिए अपनी शक्ति अर्पित करती है । उम्र बड़ी होने पर उन का वृद्धावस्था कालीन जीवन भी अच्छी तरह चल रहा है । काश्गर की यात्रा के दौरान हम ने वेवूर बुजुर्ग महिला रेजहान से बातचीत की । उन्हों ने अपने वृद्धावस्था के जीवन पर बोलते हुए कहाः

मैं 19 साल की उम्र में सरकारी होटल में काम करने लगी , काश्गर के जन होटल से रिटायर हुई , मैं अब 70 साल की हूं , हर महीने में छै सौ य्वान की पैंशन लेती हूं , मेरा वृद्धा जीवन बहुत अच्छा है मकान बहुत बड़ा है , होटल के नेता त्यौहार के मौके पर हम से मिलने आते हैं और उपहार भी भेंट करते है ।

बुजुर्ग महिला रेजहान का पुत्र ऊरूमुची के फिल्म निर्माण स्टुडियो में काम करता है और पुत्री पेइचिंग में नौकरी करती हूं , काश्गर में अकेले रेजहान 70 वर्गमीटर के नए फ्लेट में रहती हैं, उन के पड़ोसी और बस्ती के कार्यकर्ता हर समय उन की मदद करने के लिए आते हैं ।

वेवूर जाति के मशहूर परम्परागत संगीत के बीच वेवूर युवती नाच गान के लिए झूम उठती है , वे नए जीवन पर गाना गाती है । सिन्चांग की इस सुन्दर और खुशहाल भूमि पर मुस्लिम महिलाएं अन्य जातियों की महिलाओं के साथ मिल कर अपने नए जीवन का निर्माण करती है और अपने उज्जवल भविष्य के लिए निरंतर प्रयत्न करती रहेंगी ।