
क्वेयांग शहर का जंगली पार्क चीन का प्रथम शहरी जंगली पार्क माना जाता है। इस जंगली पार्क में कदम रखने पर लगता है मानो हम एक अनोखे जंगली शाही राज्य में प्रवेश कर गये हों। यहां हजारों किस्मों की दुर्लभ वनस्पतियां ऊंचे पर्वतों या ऊबड़-खाबड़ ढलानों पर उगी नजर आती हैं। यदि आप पैदल चलें तो घने छायादार पेड़ों के बीच झरनों की कल-कल और पक्षियों की चहचहाट की मधुर ध्वनि सुनकर मन खुश हो उठता है। कभी-कभार जंगली खरगोश और सुअर जैसे जानवर भी दौड़ते दिखते हैं।
प्रिय दोस्तो , आज के इस चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान-क्वेचाओ पठार पर स्थित जंगली शहर के नाम से प्रसिद्ध क्वेयांग शहर के दौरे पर ले चलेंगे। क्वेयांग शहर का मौसम सुहाना ही नहीं है, साल भर सदाबहार रहता है और उसका विभिन्न शैलियों और जातीय रीति-रिवाज वाला स्वादिष्ट स्थानीय भोजन भी बहुत विख्यात है। अच्छा, अब चलते हैं इस जंगली शहर की खूबसूरती देखने।
क्वेयांग शहर दक्षिण-पश्चिमी चीन के क्वेचाओ प्रांत की राजधानी है। चीन की सबसे बड़ी नदी छांगच्यांग व तीसरी बड़ी नदी चूच्यांग के विभाजन स्थल पर स्थित इस शहर की भूस्थिति काफी जटिल है। यहां ऊबड़-खाबड़ ढलाने, छोटी-बड़ी बेसिन और घाटियां हर जगह देखने को मिलेंगी। इस की विशेष भौगोलिक स्थिति में विशाल वृक्षों ने और चार चांद ही लगाये हैं।
क्वेयांग शहर का जंगल पार्क चीन का प्रथम शहरी जंगल पार्क माना जाता है। वह क्वेयांग के दक्षिणी भाग में दो किलोमीटर दूर स्थित है। इस शहरी जंगल पार्क का क्षेत्रफल 530 हैक्टर से अधिक है और यह कोई दस किलोमीटर लम्बी पर्वतमाला से सटा हुआ है। इस समय यह चीन का सब से बड़ा शहरी जंगली पार्क भी माना जाता है।
इस जंगली पार्क में कदम रखने पर लगता है मानो हम एक अनोखे जंगली शाही राज्य में प्रवेश कर गये हों। यहां हजारों किस्मों की दुर्लभ वनस्पतियां ऊंचे पर्वतों या ऊबड़-खाबड़ ढलानों पर उगी नजर आती हैं। यदि आप पैदल चलें तो घने छायादार पेड़ों के बीच झरनों की कल-कल और पक्षियों की चहचहाट की मधुर ध्वनि सुनकर मन खुश हो उठता है। कभी-कभार जंगली खरगोश और सुअर जैसे जानवर भी दौड़ते दिखते हैं।
वास्तव में यह जंगली पार्क पहले क्वेयांग शहर की वन विज्ञान अकादमी का प्रयोगात्मक बागान था। चीन के स्वर्गीय प्रधानमंत्री चाओ एन लाई ने 1960 में क्वेयांग शहर के दौरे के समय इस प्रयोगात्मक बागान में पायी जाने वाली इतनी दुर्लभ वनस्पति और इसके अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को देखा, तो इस जंगली बागान को जंगली पार्क का रूप देने का प्रस्ताव पेश किया। तब से आज तक के कई दशकों तक इस बागान में कार्यरत सभी कर्मचारी इसके संरक्षकों व निर्माताओं के रूप में इस जंगली पार्क को मूर्त रूप देने की अथक कोशिश करते रहे। उन के कठोर परिश्रम से ही आज इस जंगली पार्क में इतना निखार आ सका और यह देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन पाया।
जंगली पार्क को छोड़कर क्वेयांग के और जंगली पार्क व जंगली फार्म भी पर्यटकों को बरबस मोह लेते हैं। पूर्वी चीन के शांगहाई शहर से आयी पर्यटक सुश्री ल्यू युन क्वेयांग इन पार्कों से इतनी मंत्रमुग्ध हुईं कि वापस लौटना भूल सी गईं। उन्होंने अपने अनुभव इस तरह बताये कि मैं ने पहले क्वेयांग शहर में दो हफ्ते ठहरने की योजना बनायी थी, पर यहां आने के बाद इस के अद्भुत सुहावने मौसम व पर्यावरण से मैं इतनी प्रभावित हुई हूं कि करीब तीन हफ्ते होने को हैं, फिर भी वापस लौटने का मन नहीं करता। यदि मेरे पास दो महीने की छुट्टी होती, तो कितना अच्छा होता।
सुश्री ल्यू युन जैसे बहुत से पर्यटक पहली बार क्वेयांग आने पर यहां के अपने ही ढंग के वातावरण से एकदम मोहित हो जाते हैं। क्वेयांग के अनोखे शहरी जंगली पार्कों के अलावा स्वादिष्ट व्यंजन और विशेष जातीय रिवाज भी बेहद मनमोहक जो हैं।
|