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(GMT+08:00) 2005-12-01 10:19:34    
निजी आयकर सुधार ने करोड़ों लोगों का ध्यान खींचा

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चीन की विधि संस्था ने हाल ही में संशोधित निजी आयकर कानून पारित किया। इस कानून के तहत आयकर की प्रति माह 800 य्वेन की सीमा को बढ़ा कर 1600 य्वेन कर दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस परिवर्तन ने निजी आयकर के प्रबंधन को मजबूत किया है और यह चीनी समाज के विभिन्न स्तरों के लोगों के आर्थिक जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। आज के इस कार्यक्रम में हम आप को इस कानून से संबंधित कुछ जानकारी देंगे।

चीन के वेतनभोगी लोगों के लिए हाल के दिनों में सबसे ध्यानाकर्षक खबर 27 अक्टूबर को चीनी विधि संस्था द्वारा निजी आयकर कानून में एक संशोधन पारित करना रही। नए संशोधित कानून में चीन के आयकर विभाग ने अगले साल से पूरे देश में लागू होने वाले निजी आयकर के मापदंडों की घोषणा की। इस तरह आयकर की वसूली की सीमा वर्तमान की प्रति माह के 800 य्वेन से ऊपर उठकर 1600 य्वेन कर दी जाएगी। इस फेरबदल का मध्य व निम्न आय वाली व्यापक जनता स्वागत किया।

उत्तरी चीन के सानशी प्रांत में रहने वाली सुश्री छन ये श्यो का मासिक वेतन 1700 य्वेन के करीब है। उन्होंने नए निजी आयकर कानून को समर्थन जताया। सुश्री छन ने कहा कि निजी आयकर सीमा बढ़ाने का फैसला, उन जैसे मध्य व निम्न वेतनभोगियों के लिए एक तरह से देय कर में कमी लाया है। उन्होंने हिसाब लगाते हुए कहा मेरी मासिक आमदनी का आधे से ज्यादा हिस्सा मकान खरीदने के लिए लिये गये ऋण की किस्त चुकाने पर चला जाता है। टेलीफोन, यातायात आदि के खर्चों को जोड़ें तो कुछ ज्यादा बच नहीं पाता है। पर आयकर सीमा के 1600 य्वेन से शुरू होने के बाद से मैं हर महीने 80 य्वेन बचा सकती हूं। यह रकम इतनी बड़ी तो नहीं है, तो भी कुछ तो बचता है ही।

संबंधित आंकड़ों के अनुसार, आयकर की सीमा के 800 य्वेन होने की स्थिति में करीब 90 प्रतिशत चीनियों को निजी आयकर देना पड़ता है। पर इसे बढ़ा कर 1600 य्वेन कर देने पर लगभग आधे से ज्यादा लोगों को निजी आयकर चुकाने की जरूरत नहीं होगी।अन्य लोग हालांकि निरंतर आयकर चुकाएंगे, लेकिन आयकर की सीमा ऊंची होने के चलते उनके इस कर में थोड़ी कटौती होगी। इस तरह हिसाब लगायें तो हर साल चीन की जनता 28 अरब य्वेन निजी आयकर कम चुका कर लाभ हासिल करेगी।

यदि आप संशोधित आयकर कानून के आयकर सीमा को 800 से 1600 य्वेन तक ले जाने की गणित पर नजर डालें, तो आप को यह समझने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी कि इस कानून ने क्यों चीनी लोगों का इतना ध्यान आकर्षित किया। आम नागरिक को अपनी जेब में पैसे कम होने की बड़ी चिन्ता रहती है, पर अर्थशास्त्री आयकर वसूली में होने वाले परिवर्तन से समष्टिगत अर्थतंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर कहीं ज्यादा चिन्तित रहते हैं और समाजशास्त्रियों की चिंता निर्धन और धनी के बीच के अन्तर को कम करने से जुड़ी होती है।

निजी आयकर कानून के संशोधन के कार्य में भाग लेने वाले वी क्वांग येन के अनुसार, निजी आयकर कानून में अब एक महत्वपूर्ण परिवर्तन यह हुआ है कि इस ने ऊंची आमदनी वाले लोगों के आयकर देने पर बल दिया है। संशोधित कानून ने ऊंची आय वाले लोगों से खुद ब खुद आय कर रिपोर्ट भरने की मांग की है। आयकर विभाग अपनी आमदनी की सही रिपोर्ट न देने वाले वालों पर जुर्माना कर सकता है। यदि ऐसी कार्रवाई अपराध हुई तो अपराधी को कानूनी सजा भी दी जा सकती है। इस के साथ ही नए निजी आयकर कानून ने ऊंची आमदनी वाले लोगों की आयकर रिपोर्ट की निगरानी व्यवस्था भी कायम की है, जो आयकर प्रबंधन की खामियों को भरपाई करेगी।

श्री वी क्वांग येन ने कहा कि यह आयकर सुधार, चीन में निर्धन व धनी के अन्तर को कम करने की प्रक्रिया में निजी आयकर के जरिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा आयकर की सीमा बढ़ा दी गयी है, इसलिए यह कर अदा करने वालों के अनुपात में कमी आएगी जो निम्न आय वाले लोगों को जीवन की सुनिश्चितता प्रदान करने के साथ आमदनी के बंटवारे की असंगति को हल्का करने व आमदनी की बड़ी खाई को भी कम करने में मददगार सिद्ध होगा। यह सब समाज की स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 800 य्वेन की आयकर सीमा 1993 में शुरू हुई थी। पिछले 10 सालों में चीन के आर्थिक व सामाजिक विकास, व्यक्तिगत आमदनी व उपभोग व जीवन स्तर में उल्लेखनीय प्रगति के चलते, आय के स्रोत व उपभोग के ढांचे में भारी परिवर्तन हुआ। मिसाल के लिए पहले लोगों की आमदनी का मुख्य स्रोत वेतन ही था, जबकि अब शेयर से मिलने वाले लाभांश व अन्य रोजगार से मिलने वाले मुनाफे आदि ने निजी आयकर की सीमा में बदलाव की स्थिति तैयार की।

इस की चर्चा में चीन के वित्त उपमंत्री लओ ची वए ने कहा वेतन के कितने भाग पर आयकर वसूला जाये, यह एक बहुत जटिल सवाल है। हमने यह तय करने के लिए मुख्य रूप से सर्वप्रथम कर की रकम को नागरिकों के बुनियादी जीवन के खर्च से जोड़ा। वर्तमान में हमारे देश के एक औसत परिवार का मासिक खर्च 1100 य्वेन है। दूसरे, हमने मध्य व निम्न आय वाले लोगों के लिए आयकर कम करने, न करने व उच्च आय लोगों के लिए आयकर बढ़ाने पर विचार किया। तीसरे, विभिन्न क्षेत्रों व लोगों के बीच समन्वय पर भी विचार किया।

निजी आयकर व्यवस्था न केवल राष्ट्रीय आमदनी के वितरण का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, बल्कि आम नागरिकों के वित्त के उपभोग के तरीकों व निवेश की दिशा पर अप्रत्यक्ष प्रभाव भी डालती है। पेइचिंगवासी सुश्री ल्यू वी ने कई ट्रेजरी बांड खरीद चुकी हैं। उन्होने कहा कि ट्रेजरी बांड में जोखिम कम है और आयकर अदा करना जरूरी नहीं होता है। उन्होंने कहा पिछले महीने मैंने कुछ ट्रेजरी बांड खरीदे। मैंने हिसाब लगाया कि एक साल में मैंने 1000 य्वेन से ज्यादा का ब्याज पाया और मुझे आयकर भरने की भी जरूरत नहीं पड़ी। यह निवेश का एक लाभदायक तरीका है।

विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के इस निजी आयकर संशोधन ने केवल कर वसूली की सीमा बढ़ायी है और उच्च आमदनी वाले लोगों से कर वसूली को दृढ़ किया है। इसने जनता की चिन्ता से जुड़े कर के अनुपात व आमदनी के बंटवारे के समायोजन जैसे सवालों को नहीं छुआ। इस का मतलब है कि भविष्य के एक लम्बे समय तक आम वेतनभोगी आयकर के मुख्य स्रोत बने रहेंगे।