चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने 26 तारीख की शाम को उत्तर पूर्वी चीन के हारपीन शहर में जाकर सुंगहवा नदी के पानी की प्रदूषण स्थिति का निरीक्षण किया और जनता के पीने के पानी की आपूर्ति की स्थिति की जानकारी का पता लगाया। उन्होंने जनता के पीने के पानी की जरूरत और पेयजल की सुरक्षा को सुनिश्चितता प्रदान करने पर बल दिया। श्री वन च्या पाओ ने कहा कि चीन सरकार जनता की सरकार है और उसे अवश्य जनता के प्रति उंची जिम्मेदाराना रूख अपनाना चाहिए, सरकार को जनता की जान की सुरक्षा व शारीरिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठानी चाहिए , संबंधित स्थानों व विभागों को सुंगहवा नदी के पानी के प्रदूषण घटना को भारी महत्व देने के साथ सर्वोतोमुखी व बेरतरीन रूप से इस समस्या को सुलझाना चाहिए। श्री वन च्या पाओ ने संबंधित विभागों से पानी के प्रदूषण पर कड़ी निगरानी रखने के साथ साथ समाज को सर्वेक्षण परिणाम से अवगत कराने पर भी बल दिया। उन्होंने नागरिकों , विशेष कर अस्पतालों व स्कूलों के पीने के पानी आपूर्ति को सुनिश्चित करने की मांग की और सभी कारगर कार्रवाईयों से प्रदूषण कारकों को पूर्ण रूप से निकाल देने की भी मांग दोहारायी।
22 तारीख को उत्तर-पूर्वी चीन के हारबीन शहर में नदी के जल के प्रदूषण के निपटारे के लिए पाइप व्यवस्था बंद कर दी गयी। सरकार नागरिकों की पेयजल की आपूर्ति के लिए कारगर कदम उठा रही है। यहां के आम लोग व इकाइयां उत्पादन व जीवन की आवश्यकता के लिए जल का भंडारण कर रहे हैं। सरकार पेयजल की आपूर्ति की गारंटी कर रही है और बाहर से पेयजल पहुंचा रही है। इससे आम लोगों की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। इस के अलावा पुलिस समेत सभी विभाग व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
पानी के प्रदूषित होने की आशंका को लेकर, उत्तर-पूर्वी चीन के हएलुंगच्यांग प्रांत की हारपीन म्युनिसिपल सरकार ने कल रात 11 बजे से शहर में पेयजल की आपूर्ति बन्द कर दी।पर संबंधित विभागों ने कारगर कार्रवाई कर नागरिकों के पीने के पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित बनाये रखा है।
एक जानकारी के अनुसार, हारपीन शहर ने एक आपात प्रस्ताव के तहत पानी की आपूर्ति में समन्वय बिठाने के साथ, नये जल स्रोतों की खोज करने के अलावा अन्य प्रांतों से पानी की आपूर्ति के कदम उठाए हैं। इस के साथ ही स्थानीय नागरिकों और इकाइयों ने सभी संभव उपायों से उत्पादन व जीवन के लिए आवश्यक पानी का भंडारण करने में सक्रिय भूमिका अदा की है। एक सर्वेक्षण से पता चला है कि फिलहाल पूरे शहर के नागरिकों ने 3 लाख से अधिक टन पानी का भंडारण किया है। शहर के कोई 85 प्रतिशत नागरिकों द्वारा आरक्षित यह पानी शहर की तीन दिनों की बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकता है। इस के अतिरिक्त हारपीन म्युनिसपल सरकार ने आपात स्थिति में पानी के प्रयोग का परिसीमन किया है, स्नानघरों आदि स्थलों को पानी की आपूर्ति बन्द कर दिये जाने के साथ अस्पतालों और स्कूलों आदि प्राथमिक विभागों की फौरी जरूरत को सुनिश्चित रखा गया है।
चीनी राष्ट्रीय पर्यावरण ब्यूरो ने संबंधित अधिकारी ने 23 तारीख को मीडिया को सूचित किया है कि उत्तर पूर्वी चीन के चीलिन के एक रसायनिक कारखाने के वर्कशापों में 13 तारीख को हुए धमाके से उत्तर पूर्वी चीन से बहने वाली सुंगह्वाच्यांग नदी का पानी दूषित हो गया , चीलिन व हेलुंगच्यांग प्रांतों में स्थानीय जनसमुदाय की पेयजल पानी की सुरक्षा के लिये अप्रत्याशित पर्यावरण घटना के मुकाबले में आपात प्रस्तावित व्यवस्था लागू करना शुरू कर दिया गया है ।
उत्तर पूर्व चीन के हैलुंच्यांग प्रांत के हारपीन शहर की जल आपूर्ति कंपनी से मिली खबर के अनुसार शहर में जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए नदी से पानी की सप्लाई बन्द की जाने के दौरान 95 गहरी कुएं खोदी जाएगी , ताकि पीने के जल की सप्लाई की गारंटी हो सके ।
इस महीने की 13 तारीख को हारपीन शहर को जल सप्लाई करने वाले स्रोत यानी श्वांगहवाचांग नदी के ऊपरी भाग में स्थित चिलिन प्रांत की एक रसायन कंपनी में विस्फोट हुआ , जिस से नदी के पानी प्रदूषित होने की आशंका है , प्रदूषण से बचने के लिए नदी के किनारे पर स्थित हारपीन शहर में 23 तारीख की आधी रात से शहरी जल सप्लाई बन्द की गई । शहरी निवासियों को पर्याप्त पानी प्रदान करने के लिए उक्त प्रबंध किया गया ।
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