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(GMT+08:00) 2005-11-24 10:04:59    
तिब्बती कलाकार सुश्री षोलानचोमासे मिलें

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हाल ही में हमारी संवाददाता को पेइचिग में तिब्बती कलाकार षोलानचोमा के साथ बातचीत करने का मौका मिला ।तिब्बती कलाकार षोलानचोमा को हाल में पुरस्कार मिला है ।इधर के कुछ वर्ष तिब्बती कलाकार षोलानचोमा की कोशिशों से 480 तिब्बतियों को रोजकार मिला । उन्हों ने खुशी खुशी एक स्वर में कहा कि हम सुश्री षोलानचोमा के आभारी हैं । यहां बता दें कि तिब्बती कलाकार षोलानचोमा के नेतृत्व में उन्हों ने अनेक शहरों में जा कर जो अपने सुन्दर कार्यक्रम प्रस्तुत किये , वे बहुत लोकप्रिय रहे । आंकड़े बता दें हैं कि इधर के कुछ वर्ष देश विदेश के दस करोड़ दर्शकों ने उन के कार्यक्रमों का आनंद उठाया । देश विदेश के दस करोड़ दर्शकों ने उन के कार्यक्रमों का आनंद उठाया जो एक नया रिकार्ड है ।हाल ही में हमारी संवाददाता ने विशेष रूप से तिब्बती कलाकार षोलानचोमा के साथ बातचीत की तो सुश्री षोलानचोमा ने कहा कि मैं ने जो किया है उस का लक्ष्य है कि तिब्बती संस्कृति का प्रचार प्रसार करना है । ठीक है तिब्बती संस्कृति का प्रचार प्रसार करने के लिये तिब्बती कलाकार षोलानचोमा ने जो कोशिशें कीं वे सफल रही हैं। हम तिब्बती कलाकार षोलानचोमा को हार्दिक बधाई देते हैं । सुश्री षोलानचोमा ने आप ने जो कोशिश की बहुत बढ़िया है ।बहुत बहुत बढ़िया है ।यहां बता दें कि इधर के कुछ वर्ष सुश्री षोलानचोमा ने गांव गांव जा कर तिब्बती युवकों व युवतियों को गठित कर पेइचिग , छिंटो , छनतू आदि शहरों में जा कर तिब्बती कार्यक्रम प्रस्तुत कराने के लिये भरपूर प्रयास किये । षोलानचोमा ने खुद ही अपनी गीत नृत्य मंडली के सदस्यों को गीत व नृत्य सिखाने की कोशिश की । एक बार नहीं बार बार सिखाने की कोशिश की गयी । जहां चाह वहां राह । षोलानचोमा की कोशिश सफल रही । उन के कार्यक्रम देश विदेश के दर्शकों में लोकप्रिय हैं ।

देश विदेश के दर्शकों का कहना हैं कि तिब्बती कलाकार षोलानचोमा के तैयार कार्यक्तमों का स्तर ऊंच्चा है । वे इतना सुन्दर कार्यक्रमों को पसंद करते हैं । उन्हें बहुत खुशी हुई कि इतने सुन्दर कार्यक्रमों का आनंद उठाने का मौका मिला । देश विदेश के दर्शकों का कहना है कि उन के कार्यक्रमों से उन्हें तिब्बत के बारे में जानकारियां भी प्राप्त हुई हैं । उन का कहना है कि सुश्री षोलानचोमा तिब्बती संस्कृति का प्रचार प्रसार करने की दूत हैं । मित्रो , क्या आप जानना चाहते हैं कि इधर के दिनों में सुश्री षोलानचोमा क्या कर रही हैं । तो सुनिये सुश्री षोलानचोमा हमें बता रही हैं । सुश्री षोलानचोमा के अनुसार वे एक स्कूल की स्थापना करने की कोशिश कर रही है । उन के नये स्कूल का द्वार अधिकाधिक तिब्बती युवकों के लिये खुलेगा । स्कूल में उन्हें अच्छी शिक्षा दिक्षा प्राप्त होगी और स्कूल से निकलने के बाद उन्हें अच्छी नौकरी प्राप्त होगी । सुश्री षोलानचोमा का कहना है कि वे अपने स्कूल के स्नातकों को अपनी गीत नृत्य मंडली में शामिल कराने की कोशिश करेंगी और वे सब तिब्बती संस्कृति का प्रचार प्रसार करने में लगेंगे । स्कूल कायम करने में सुश्री षोलानचोमा की कोशिश सफल हो । यही हमारी शुभ कामना है । यहां बता दें हैं कि सुश्री षोलानचोमा के एक सुखमय परिवार है । उन के परिवार में 4 सदस्य हैं । दंपत्ति के पास एक बेटी और एक बेटा है ।बेटी हाई स्कूल में पढ़ रही है और बेटा तो छोटा है । उस की उम्र केवस 3 साल की है । सुश्री षोलानचोमा के पत्ति तिब्बती जाति के भी हैं । उन के पत्ति एक संगीतकार हैं और ईधर के वर्ष उन्हों ने अनेक सुन्दर गीत तैयार करने में सफलता प्राप्त की है । मित्रों , यहां बता दें कि हम ने वायदा किया है कि आप को तिब्बती कहानी सुनायेंगे । हमारे संवाददाता के अनुरोध पर सुश्री षोलानचोमा आप को तिब्बत में प्रचरित एक नीति कथा सुननाने की कोशिश करेंगी । यह नीति कथा बहुत लोकप्रिय है । नीति कथा का नाम है मेलमिलाप में चार भाई या चार भाई मेलमिलाप में । इस नीति कथा से हमें शिक्षा प्राप्त होगी कि एकता में ही शक्ति है ।मित्रों सुश्री षोलानचोमा निकट भविष्य में हमारे नियमित कार्यक्तम आद का तिब्बत के जरिये आप को एक लोकप्रिय तिब्बती नीति कथा सुनायेंगी । आप का हमारे कार्यक्रम आज का तिब्बत के सुनने पर हार्दिक स्वागत करते हैं । हर मंगरवार हम आप का हमारे कार्यक्रम आज का तिब्बत के सुनने पर हार्दिक स्वागत करते हैं ।नवंबर में हम ने आप के लिये 4 सुन्दर सुन्दर कार्यक्रम तैयार किये हैं । हरेक कार्यक्रम सुन्दर है । हम आप को तिब्बती प्रोफेसर तानबारोतान से मिलवायेंगे और वे खुद आप को तिब्बत में प्रचरित थानखा चित्र की जानकारियां बतायेंगे । तिब्बत में प्रचरित थानखा चित्र का इतिहास 1300 वर्ष पुराना है । तिब्बती प्रोफेसर तानबारोतान आप को बतायेंगे थानखा चित्र के पिछे की एक कहानी भी सुनायेंगे । आप का हमारे नियमित कार्यक्रम आज का तिब्बत के सुनने पर हार्दिक स्वागत करते हैं ।