हाल ही में चीन के पूर्वी सानतुंग प्रांत के वए हाए शहर में पूर्वी एशिया निवेश मंच का आयोजन किया गया। चीन, जापान , कोरिया गणराज्य समेत आशियान के 10 देशों के सरकारी अधिकारियों , उद्यमियों व विशेषज्ञों ने पूर्वी एशिया क्षेत्र के आर्थिक विकास, निवेश पर्यावरण तथा वित्तीय सहयोग आदि सवालों पर गहन विचार विमर्श किया।
इधर के सालों में पूर्वी एशिया के चीन, जापान, कोरिया गणराज्य और आशियान के 10 देश, शुरू से ही पूर्वी एशियाई क्षेत्र के आर्थिक वृद्धि के सबसे तेज क्षेत्र रहा है। वर्तमान पूर्वी एशिया क्षेत्र की जी डी पी कुल मात्रा 77 खरब अमरीकी डालर को पार कर गई है, जो विश्व जी डी पी की कुल मात्रा का 20 प्रतिशत बनता है।
वर्तमान पूर्वी एशिया क्षेत्र का विदेशी मुद्रा भंडारण 24 खरब अमरीकी डालर तक जा पहुंचा है, जो विश्व विदेशी मुद्रा भंडारण का दो बटा तीन के करीब है। इस के अलावा, पूर्वी एशिया में अनगिनत गैर सरकारी पूंजी भी भरमार है। इस बार के पूर्वी एशिया निवेश मंच में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी के उपाध्यक्ष कू श्यो ल्येन ने कहा निवेश सहयोग पूर्वी एशिया आर्थिक विकास का नया वृद्धि बिन्दु बन गया है। चीन समेत पूर्वी एशिया के देशों के पास भारी विदेशी मुद्रा भंडारण होने के साथ भारी मात्रा में इस्तेमाल न हो पाने वाली गैर सरकारी पूंजी भी है। पूर्वी एशिया में छिपा धन, पूंजी निवेश की एक भारी निहित शक्ति है।
लम्बे अर्से से चीन सरकार पूर्वी एशिया निवेश सहयोग को प्रेरित करने में हमेशा से सक्रियशील रहा है और क्रमशः बहुत से पूर्वी एशियाई देशों के साथ आपसी निवेश सुनिश्चता समझौता भी संपन्न किया है। फिलहाल पूर्वी एशिया चीन का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष पूंजी निवेश करने वाला क्षेत्र बन गया है। नवीनतम आंकड़ो के अनुसार, इस साल के पिछले पांच महीनों में चीन ने वास्तविक रूप से 22 अरब अमरीकी डालर का प्रयोग किया है, इन में करीब 30 प्रतिशत पूर्वी एशियाई देशों से हासिल हुए हैं।
पूर्वी एशिया के विभिन्न देशों में जापान चीन में ज्यादा पूंजी निवेश करना वाला देश है। जापान के अन्तरराष्ट्रीय व्यापार संवर्द्धन परिषद के निदेशक योशीहो नाखाता ने हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा कि वर्तमान चीन में जापान के उद्योगों की संख्या 18 हजार से अधिक हैं और पूंजी निवेश की कुल रकम 48 अरब अमरीकी डालर है। उन्होने कहा कि इस से पहले जापान के उद्योगों ने मुख्य रूप से पूर्वी चीन के समुद्रीतटीय क्षेत्रों में पूंजी निवेश किया था, जबकि अब धीरे धीरे चीन के भीतरी इलाकों में बढ़ रही है हाल ही में जापान के बहुत से उद्योगों ने पश्चिम चीन के विशाल विकास और उत्तर पूर्वी चीन के पुनरूत्थान नीति पर बड़ा गौर किया है, उन्होने इन क्षेत्रों में निवेश करने की ठान ली है, मैने दो बार जापानी उद्योगों के साथ पश्चिम चीन का दौरा किया था। इस के अलावा, मध्य चीन भी जापान के उद्योगों का प्रवेश स्थल बन रहा है।
जापान के अलावा कोरिया गणराज्य के उद्योगों ने भी चीन में पूंजी निवेश की गति तेज की है। 2004 में कोरिया गणराज्य ने चीन में 3 अरब 60 करोड़ अमरीकी डालर का पूंजी निवेश किया था जो कोरिया गणराज्य का विदेशों में पूंजी निवेश का 50 प्रतिशत बनता है।
पूर्वी एशिया के विभिन्न देशों के पूंजी निवेश को आयात करने के साथ चीन ने अपने देशों के उद्योगों को विदेशों में पूंजी निवेश को प्रेरित करने के लिए अनेक कारगर कदम उठाए हैं। चीनी राष्ट्रीय विकास बैंक के उपगवर्नर याओ चुंग मिंग ने पूर्व एशिया पूंजी निवेश मंच में कहा कि इधर के सालों में राष्ट्रीय विकास बैक समेत चीनी वित्तीय संस्थाओं ने क्रेडिट , बीमा आदि क्षेत्रों में चीन के उद्योगों को भारी समर्थन दिया है, ताकि अधिकाधिक चीनी उद्योग पूर्वी एशिया में पूंजी निवेश करने में सक्षम हो सके। उन्होने कहा हमारे विकास बैंक ने मुद्रा को एकत्र करने व तकनीनी सहायता व बीमा आदि तरीकों से चीन के उद्योगों को विदेशों में पूंजी निवेश करने में समर्थन दिया है, विशेषकर हमने पूर्वी एशिया क्षेत्र के साथ मिलकर वहां के कृषि, वन उद्योग व कच्चे माल व आधारभूत संस्थापनाओं मुददों के विकास को समर्थन दिया है। 2004 में राष्ट्रीय विकास बैंक ने चीन व आशियान के छोटे व मध्य उद्योगों के निवेश कोष में भाग लेना शुरू किया है, इस कोष का लक्ष्य आशियान के दस देशों व चीन के छोटे व मध्य उद्योगों को वित्तीय समर्थन प्रदान करना है।
इस साल के मार्च तक चीनी उद्योग पूर्वी एशिया क्षेत्र में 1500 कोरोबार स्थापित कर चुके हैं और कुल 3 अरब 60 करोड़ अमरीकी डालर का पूंजी निवेश किया है। फिलहाल चीनी कोरोबारों का पूर्वी एशियाई देशों में पूंजी निवेश व्यापार, परिवहन व खान पान आदि क्षेत्रों से बढ़ाकर कृषि सहयोग, संसाधन विकास, वास्तुनिर्माण के ठेका लेने, विद्युत, दूर संचार जैसे अनेक क्षेत्रों में विस्तार हो रहा है।
चीन के उद्योगों ने पूंजी निवेश में स्थानीय देश के रोजगारी व आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका अदा की है। इस पर चर्चा करते हुए थाएलैंड के पूंजी निवेश प्रोत्साहन ब्यूरो के उपानिदेशक थामरूंग महाजचारीया अवांग ने कहा पूर्ण रूप से कहा जाए थाएलैंड में विद्युत उत्पाद, कार , साइकिल कल पुर्जे व खान पान आदि क्षेत्रों में पूंजी निवेश के अवसर कही अधिक है, हम आशा करते है कि चीनी उद्योग सक्रिय से थाएलैंड में पूंजी निवेश करेगें और पूंजी निवेश के पैमाने का विस्तार केरेगें। भविष्य में हम थाएलैंड में पूजीं निवेश करने वाले चीनी उद्योगों के जाने माने मशहूर उद्योगों को अपना सलाहकार नियुक्त करेगें और उनके सुझाव के अनुसार, चीनी उद्योगों के थाएलैंड में पूंजी निवेश को अधिक प्रोत्साहित करेगें।
श्री थामरूंग ने कहा कि वर्तमान में जापान थाएलैंड का सबसे बड़ा पूंजी निवेश देश है, हालांकि चीन को थाएलैंड बाजार में आए ज्यादा समय नहीं हुआ है, तो भी उन्हे विश्वास है कि इस साल चीन के थाएलैंड में पूंजी निवेश का अनुपात गत वर्ष से 50 प्रतिशत अधिक होगा।
थाएलैंड के अलावा इन्डोनीशिया, कम्बोडिया यहां तक कि जापान आदि देश भी कई तरीकों से अधिकाधिक चीनी उद्योगों को अपने देशों में पूंजी निवेश करने के लिए प्रोत्साहन कर रहे हैं।
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