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(GMT+08:00) 2005-11-10 16:13:49    
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में परंपरागत संस्कृति का संरक्षण

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हमारी संवाददाता को हाल में तिब्बती जीवित बुद्ध सीला के साथ बातचीत करने का मौका मिला । जीवित बुद्ध सीला बहुत स्नेहपूर्ण हैं ।बातचीत में जीवित बुद्ध सीला का कहना है कि उन के नेतृत्व में तिब्बती जीवित बुद्ध प्रतिनिधि मंडल की हांगान -यात्रा सफल रही । यात्रा में उन्हों ने अनेक सभाओं और बैठकों में भाग लिया और बौध धर्म के अनुयायियों के साथ विचारों का आदान प्रदान भी किया ।

मित्रो , हाल ही में हमें बहुत से श्रोता दोस्तों के पत्र मिले हैं । धन्यवाद । हमारे बहुत से दोस्तों ने हमारे सवाल का सही जवाब किया है । मिसाल के लिये हम ने आप से पूछा कि इस वर्ष की जूलाई में कितने तिब्बती जीवित बुद्ध ने हांगान की यात्रा की ।इस सवाल का सही जवाब है कि कुल आठ तिब्बती जीवित बुद्ध ने हांगान की यात्रा की ।ठीक है कुल आठ तिब्बती जीवित बुद्ध ने हांगान की यात्रा की । यात्रा के दौरान जहां वे गये वहां उन का स्वागत किया गया । हाल ही में हमारी संवाददाता की मुलाकात पेइचिग में उन 8 तिब्बती जीवित बुद्ध से हुई । उन का कहना है कि उन की हांगान यात्रा सफल रही ।

हमारी संवाददाता को तिब्बती जीवित बुद्ध नाछान के साथ बातचीत करने का मौका मिला । जीवित बुद्ध नाछान का कहना है कि वे जीवित बुद्ध प्रतिनिधि मंडल के महा सचिव थे ।जीवित बुद्ध नाछान के अनुसार जीवित बुद्ध सीला जीवित बुद्ध प्रतिनिधि मंडल के नेता थे ।हमारी संवाददाता को जीवित बुद्ध सीला के साथ बातचीत करने का मौका भी मिला । जीवित बुद्ध सीला बहुत स्नेहपूर्ण हैं ।बातचीत करने में जीवित बुद्ध सीला का कहना है कि उन के नेतृत्व में तिब्बती जीवित बुद्ध प्रतिनिधि मंडल की हांगान यात्रा सफल रही । यात्रा में उन्हों ने अनेक सभाओं और बैठकों में भाग लिया और बौध धर्म के अनुयायियों के साथ विचारों का आदान प्रदान किया । जीवित बुद्ध सीला का कहना है कि धर्म पर विशवास की स्वतंत्रता के बारे में चीन सरकार की नीति लोकप्रिय है । चीन में सामान्य धार्मिक गतिविधियों को सरकार की ओर से रक्षा मिली है । चीन सरकार ने मठों की रक्षा में ढेरसारे धन का खर्च किया है जो प्रशंसनीय है ।जीवित बुद्ध सीला का कहना है कि वे थार्शी मठ के हैं । उन के मठ का इततिहास बहुत पुराना है । उन के मठ में बड़ी संख्या में लामाएं हैं ।थार्शी मठ उन के लिये स्कूल और घर भी है । थार्शी मठ को नयी जीवनी शक्ति मेली है । अब थार्शी मठ में नये लामाएं भी हैं ।मित्रो यहां बता दें किहाल ही में

हमें तिब्बत स्वायत प्रदेश से खबर मिला कि विश्व में समुद्र सतह से सब से ऊंची व सब से लम्बी रेल लाइन यानी चीन की छिंग हाई तिब्बत रेल लाइन पर पटरी बिछाने का काम पंद्रह अक्तूबर को पूर्ण रुप से पूरा हो गया है। इस तरह, तिब्बत में रेल मार्ग न होने का इतिहास समाप्त हो गया। इस मौके पर चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने तार भेजकर रेल लाइन पर पटरी बिछाने की सफलता पर बधाई दी।

विश्व में समुद्र सतह से सब से ऊंची व सब से लम्बी रेल लाइन यानी चीन की छिंग हाई तिब्बत रेल लाइन पर पटरी बिछाने का काम 15 अक्तूबर को पूर्ण रुप से पूरा हो गया है। इस तरह, तिब्बत में रेल मार्ग न होने का इतिहास समाप्त हो गया। इस मौके पर चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने तार भेजकर रेल लाइन पर पटरी बिछाने की सफलता पर बधाई दी।

चीनी उप प्रधान मंत्री ह्वांग च्वू ने ल्हासा में आयोजित एक समारोह में कहा कि छिंग हाई रेल लाइन का सफल निर्माण तिब्बत व छिंग हाई दो प्रांतों के आर्थिक व सामाजिक विकास को बढ़ाने और चीन के पश्चिमी भाग के जोरदार विकास को तेज़ करने के लिए बड़ा महत्व रखता है।

ध्यान रहे, छिंग हाई तिब्बत रेल लाइन छिंग हाई प्रांत की राजधानी शी निंग से तिब्बत स्वायत प्रदेश की राजधानी ल्हासा तक पहुंची है, जिस की कुल लम्बाई एक हजार नौ सौ से ज्यादा किलोमीटर है। रिपोर्ट के अनुसार, यह रेल लाइन परियोजना ऐसी रेल निर्माण परियोजना भी है , जिस में चीन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सब से अधिक पैसे लगाये हैं।