प्रिय दोस्तो , जैसा कि आप को मालूम है कि विश्व छत के नाम से प्रसिद्ध छिंगहाई तिब्बत पठार के उत्तर पूर्वी भाग में चार हजार पांच सौ वर्गकिलोमीटर विशाल छिंगहाई झील स्थित है । यह झील अपनी विशालता व शांतिमय पर्यावरण से अत्यंत रहस्यपूर्ण बनी रही है ।
इस साल अगस्त के एक दिन की सुबह हम उत्तर पश्चिमी चीन में स्थित छिंगहाई प्रांत की राजधानी शीनिंग शहर से छिंगहाई झील देखने गये ।
छिंगहाई झील का सौदर्य देखने के बाद हम छिंगहाई झील के पक्षी द्वीप की ओर चल दिये । यह पक्षी द्वीप छिंगहाई झील का एक अनुपम पर्यटन स्थल से अत्यंत नामी है , यह स्थल छींगहाई झील के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित है , उस का क्षेत्रफल 0.8 वर्गकिलोमीटर है । हर वर्ष के वसंत में दक्षिण चीन व दक्षिण पूर्वी एशिया से बार हेडेड गूस, ब्लैक नेकेड क्राने व कोर्मोरांट जैसे मौसमी पक्षी झुंट में झुंट इसी द्वीप पर उमड़ आते हैं । इसी समय लाखों से अधिक नाना प्रकार वाले पक्षी चहचहाते हुए अपने घौंसले बनाने में व्यस्त दिखाई देते हैं । फिर अप्रैल व मई महीनों में वे अंडे देते हैं , जबकि जून जुलाई में जन्मजात नन्हे पक्षी धीरे धीर बड़े होकर पेट भरने या क्रिड़ा करने के लिये बाहर उड़ जाते हैं ।
रिपोर्ट के अनुसार यह पक्षी द्वीप इसीलिये पक्षियों के पसंदीदा अनुवंशित स्थल बन गया है , क्योंकि यहां का अद्भुत विशेष भौगोलिक व प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध है । इस द्वीप की भूस्थिति समतल है , मौसम सुहावना होता है , वातावरण एकदम शांत है , इतना ही नहीं , इस द्वीप पर पर्याप्त जलीय क्षेत्र , घासफूस व पर्याप्त मछिलियां पायी जाती हैं , ये सब बेशुमार मौसमी पक्षियों को बराबर आकर्षित करते आये हैं । पक्षियों के पारिस्थितिकी वातावरण के संरक्षण और पर्यटकों की नजदीगी से पक्षियों को देखने की मंसूबा पूरी करने के लिये स्थानीय सरकार ने इसी द्वीप पर एक मंडप स्थापित किया । पर्यटक मंडप पर चढ़कर आराम से मन भरकर पक्षियों को देख सकते हैं । मध्य चीन के हनान प्रांत से आयी पर्यटक सुश्री चाओ इंग ने हम से कहा कि मैं इतने अधिक पक्षियों को कभी भी नहीं देखा है , यह दृश्य बहुत भव्यदार व अद्भुत है । मैं प्रकृति में पक्षियों का इतना सुंदर स्वर्ग देखने से बहुत प्रभावित हुई हूं ।
समुद्री पर्वत छिंगहाई झील का दूसरा मनोहर पर्यटन स्थल है । यह पर्वत झील के केंद्र में खड़ा हुआ है । इस पर्वत पर वातावरण बहुत शांत है , पर्वत पर स्थापित पुराने मंदिर में मूर्तियां व भित्ति चित्र उपलब्ध हैं । यदि आप पर्वत पर अपनी नजर चारों ओर दौड़ाये , तो अद्भुत मनमोहक प्राकृतिक दृश्य आप को वापस जाने को भूला देता है ।
प्रिय श्रोताओ , छिंगहाई झील पर्यटन क्षेत्र में अपने ढंग के प्राकृतिक दृश्य को छोड़कर यहां के विशेष जातीय रहन सहन भी कम आकर्षित नही हैं ।
छिंगहाई झील के आसपास कोई बीसेक अल्पसंख्यक जातियां आबाद हैं , जिन में तिब्बती जाति प्रमुख है । पर्यटकों को तिब्बती जाति के अलग सांस्कृतिक रीति रिवाज से अवगत कराने के लिये स्थानीय सरकार ने विविधतापूर्ण रंगारंग आयोजन किये । अभी आप ने जो गाना सुना है , वह स्थानीय शादी व्याह में गाये जाने वाला विशेष गाना ही है । शादी पर अनेक युवतियां दुल्हन के पास बैठकर बारात के युवकों के साथ यह गाना गाते हैं । कुंगह कांऊटी के सांस्कृतिक भवन की तिब्बती निदेशिक सुश्री त्सेरांगगी ने हम से कहा कि पर्यटकों को तिब्बती जाति के शादी व्याह की जानकारी दिलाने के लिये यह आयोजन किया जाता है । उन्हों ने शादी व्याह के लिये स्थापित मंडप की ओर इशारा करते हुए कहा कि
अब शादी व्याह की प्रक्रिया काफी सरल हो गयी है , यह मंडप मायके का है और ससुराल का भी है । कोई भी पर्यटक अपनी इच्छा से उस में भाग ले सकता है , यहीं नहीं , उसे दुल्हन या दुलहे के रूप में भी भाग लेने को दिया जाता है । इस मंडप के पास कुछ लोग घुड़ सवार प्रतियोगित करते दिखाई देते हैं और चारों तरफ जयजयकार की आवाज गूंज उठती है । इसी बीच रस्साकशी , तीरंदाजी और कुश्ती भी पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेते हैं।
अब छिंगहाई झील के अनूठा प्राकृतिक सौंदर्य और विशेष मानवीय रीति रिवाज अधिकाधिक देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं । पिछले वर्ष यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 50 हजार तक जा पहुंची । फ्रांस से आयी पर्यटक सुश्री काक्लिट ने हम से कहा कि मुझे छिंगहाई झील बहुत सुदर लगती है , यहां पर बड़ा मजा आया है । इस के अलावा स्थानीय लोगों के सुंदर पोषाक भी बहुत फैशनबल है , बड़ा अच्छा लगता है ।
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