सोलह सितम्बर को फ्रांस के पेरिस संगीत नाटक थिएटर की बेले नृत्य मंडली ने पेइचिंग में "नीला सफेद लाल---फ़्रांसीसी बेले नृत्य का अनुभव" शीर्षक संगीत नाटक प्रस्तुत किया, इस के साथ चीन में आयोजित फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष की समाप्ति पर विभिन्न गतिविधियां शुभारंभ हो गयी ।
फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष के समाप्ति पर प्रस्तुत "नीला सफेद लाल---फ़्रांसीसी बेले नृत्य का अनुभव" प्रोग्राम में प्रस्तुत सफेद संगीत, अलेई शहर की युवती और बोलेईलो नाटक सुप्रसिद्ध फ्रांसीसी नाटककारों की तीन क्लासिकल रचनाओं से गठित है । प्रोग्राम के पूरे मंचन के दैरान पूरा थिएटर क्लासिकल और आधुनिक रोमांटिक वातावरण से परिपूर्ण है ।
चीनी और फ्रांसीसी नेताओं के संयुक्त आह्वान पर आयोजित चीनी और फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष ने दोनों देशों के सांस्कृतिक आवाजाही के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है । वर्ष 2003 के अक्तुबर से वर्ष 2004 के जुलाई तक फ्रांस में चीनी सांस्कृतिक वर्ष आयोजित किया गया । इस दौरान प्रस्तु चार हज़ार से ज्यादा रंगबिरंगी कार्यक्रमों का फ्रांसीसी जनता ने हृद्य से स्वागत किया । वर्ष 2004 की शरद ऋतु से वर्ष 2005 के सितम्बर माह तक चीन में फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष का आयोजन हुआ। चीन की राजधानी पेइचिंग , केन्द्र शासित शहर शांगहाई , थ्येन चिन और छुंग छींग तथा हांग कांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र व मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्र आदि 20 से ज्यादा शहरों में सैकड़ों कला प्रस्तुतियां प्रदर्शनियां , संगोष्ठियां व सांस्कृतिक समारोह आयोजित किए गए , जिन से चीनी नागरिकों को फ्रांसीसी संस्कृति के बारे में और ज्यादा जानकारी मिली ।
फ्रांसीसी संस्कृति व दूर संचार मंत्री दे वर्द्र चीन में फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष के सफल आयोजन पर बेहद संतुष्ट हैं । उन का विचार है कि सांस्कृतिक वर्ष के आयोजन से चीनी और फ्रांसीसी कलाकारों, विशेषज्ञों और दोनों देशों की जनता के बीच बहुत ज्यादा संपर्क हुआ, और पारस्परिक समझ बढ़ गयी । उन का कहना है
"फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष की गतिविधियां विविधतापूर्ण है । चीनी नागरिक इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं । फ्रांसीसी चित्र प्रदर्शनी को लगभग दस लाख दर्शकों ने देखा, शताब्दी फ़ैशन शॉ और दे गाउल की जीवनी प्रदर्शनी में भी लाखों दर्शकों ने हिस्सा लिया । करोड़ों चीनी नागरिकों ने टी.वी. के जरिए फ्रांसीसी संगीत सभा और फ्रांसीसी वायु सेना के पैराशुटिंग प्रदर्शन व कलाबाजी का आंखों देखा हाल देखा । फ्रांसीसी फिल्मों के शॉ ने भी अनगिनत चीनी दर्शकों को आकृष्ट किया । मेरा विचार है कि फ्रांस के बारे में चीनी जनता की आज की जानकारी पहले से जरूर ज्यादा हो गई, उन्हें मालूल हुआ कि फ्रांस एक रोमांटिक देश के साथ साथ भविष्य उन्मुख रास्ते पर साबित कदम से आगे बढ़ने देश भी है ।"
चीनी उप संस्कृति मंत्री सुश्री मङ श्याओ सी ने चीनी व फ्रांसीसी सांस्कृतिक वर्ष के सफल आयोजन का उच्च मुल्यांकन किया । उन्होंने कहा
"चीन और फ्रांस के बीच एक दूसरे के यहां सांस्कृतिक वर्ष का आयोजन चीन और युरोप के बीच सांस्कृतिक आवाजाही के इतिहास में भारी रचनात्मक महत्व रखता है । इस से चीन फ्रांस मैत्री व दोनों देशों की सांस्कृतिक आवाजाही में प्राप्त उपलब्ब्धियां प्रतिबिंबित हुई हैं और भविष्य में दोनों देशों के संबंधों के गहरे विकास के लिए बेहतरीन वातावरण तैयार किया गया है । इस के अलावा, इस सांस्कृतिक वर्ष का पैमाना भी अभूतपूर्व है, जो देशों की सीमा तथा महाद्वीप की दूरी को पार कर आयोजित हुआ और चीन और विदेशों के बीच सांस्कृतिक आवाजाही के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है ।"
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