चीन में बाजार अर्थतंत्र के विकास के साथ विभिन्न कारोबार उत्पन्न हुए जिस से चीन में श्रम संबंध भी जटिल हुआ। कुछ कारोबारों ने उच्च लाभ पाने के लिए मजदूरों के कल्याण व अधिकारों को क्षति पहुंचाई । चीन के मजदूर संघ इस नयी परिस्थिति में अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने मजदूरों के कानूनी अधिकारों की सक्रिय रक्षा की है और इसके लिए निरंतर नयी व्यवस्थाओं की स्थापना की है। आज यदि किसी मजदूर के अधिकारों व कल्याण को क्षति पहुंचती है, तो सब से पहले वह यही सोचता है कि इस का समाधान करने के लिए मजदूर संघ से सहायता मांगे।
30 वर्षीय थुंग क्वांग हुंग ने एक वर्ष पहले पूर्वी चीन के ज च्यांग प्रांत के ईवू शहर के एक निजी कारोबार में एक वर्ष काम करने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। इस अनुबंध के अनुसार, इस पूरे वर्ष में कारोबार के मैनेजर को श्री थुंग क्वांग हुंग को 25 हजार य्वान का वेतन देना था। लेकिन, एक वर्ष बाद भी मैनेजर ने श्री थुंग क्वांग हुंग को वेतन नहीं दिया। श्री थुंग को विवश होकर ईवू शहर के अखिल मजदूर संघ से सहायता लेनी पड़ी। उन के अनुसार,जब मैं अखिल मजदूर संघ पहुंचा, तो वहां के कर्मचारियों ने मुझसे गर्मजोशी से व्यवहार किया। उन्होंने मेरे बारे में पूछताछ की औऱ मुझसे कहा चिंता न करूं। उन्होंने वचन दिया कि वे अच्छी तरह मेरी समस्या का समाधान करेंगे।
कानून के बारे में श्री थुंग क्वांग हुंग को बहुत कम जानकारी थी, इसलिए ईवू शहर के मजदूर संघ के कानूनी अधिकार रक्षा केंद्र के कर्मचारियों ने श्री थुंग क्वांग हुंग को श्रमिक कानून से संबंधित नियमावली समझायी और उन्हें मुकदमा दायर करने में मदद दी। यह पत्र बाद में ईवू शहर के श्रम प्रशासन प्रबंध विभाग, अखिल मजदूर संघ तथा शहरी आर्थिक विकास ब्यूरो आदि तीन पक्षों से गठित ईवू श्रम रोजगार मध्यस्थता कमेटी को दिया गया। मजदूर संघ के प्रयास से मध्यस्थता कमेटी ने तुरंत इस पर मुकदमा चलाने का निर्णय लिया। श्री तुंग की कमजोर आर्थिक स्थिति के मद्देनजर, ईवू अखिल मजदूर संघ ने कानूनी सहायता की प्रक्रिया भी शुरू की और संबंधित फीस माफ कर दी।
ईवू अखिल मजदूर संघ के कानूनी अधिकार रक्षा केंद्र के एक कर्मचारी श्री वांग जी छीन ने मध्यस्थता कमेटी के मध्यस्थों में से एक होने के नाते, मजदूर संघ का प्रतिनिधित्व कर इस मामले की मध्यस्थता में भाग लिया। उन्होंने कहा,सुनवाई का अंतिम निर्णय अब तक घोषित नहीं हुआ है, लेकिन, हम इस घटना की पूरी छानबीन करेंगे और श्री थुंग को पैसे दिलाने में मदद देंगे।
चीन के ज च्यांग प्रांत के ईवू शहर के अखिल मजदूर संघ में हम ने देखा कि उसका कानूनी अधिकार रक्षा केंद्र बहुत व्यस्त रहता है। उस में यात्री बैठक, कानूनी परामर्श कक्ष, मध्यस्थता कक्ष और कानूनी अधिकार रक्षा हॉट लाईन आदि कई दफ्तर हैं। ईवू मजदूर संघ के उपाध्यक्ष श्री च्याओ लेई ने बताया कि केंद्र का प्रमुख कार्य मजदूरों के श्रम विवाद की मध्यस्थता करने के अलावा, मजदूरों को सुनवाई सेवा प्रदान करना है। इतना ही नहीं, यह केंद्र मजदूरों को कानूनी प्रशिक्षण भी देता है।
चीन के ज च्यांग प्रांत में बाहर से आये अनेक कर्मचारी रहते हैं। यहां मजदूर संघ इन कर्मचारियों के हितों व अधिकारों की रक्षा करता है। प्रति वर्ष चीन के विभिन्न स्थलों के हजारों लोग इस शहर में नौकरी के मौके ढूंढ़ने आते हैं।
ईवू को छोड़कर चीन के अन्य क्षेत्रों में भी मजदूर संघ अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रहा है। उत्तरी चीन के थ्येन चीन शहर के स्थानीय मजदूर संघ ने कर्मचारियों के संयुक्त सेवा केंद्र की स्थापना की है। यहां 100 से ज्यादा कर्मचारी हैं और यहां की हॉट लाईन 24 घंटे खुली रहती है। केंद्र में मुसीबत में फंसे मजदूरों को सहायता देने, उत्पादन में सुऱक्षा की उपेक्षा, श्रमिक संबंधों की चेतावनी और समन्वय आदि सात द्रुत प्रतिक्रिया व्यवस्थाएं भी हैं और एक डिजिटल निपटारा व्यवस्था भी।
थ्येन चीन अखिल मजदूर संघ के अध्यक्ष श्री सेन श्यांग च्वन ने इस केंद्र के बारे में जानकारी दी। उन के अनुसार,
यदि उत्पादन में सुऱक्षा की उपेक्षा की समस्या उत्पन्न होती है, तो हम सेवा केंद्र के कर्मचारी को तुरंत घटनास्थल भेजते हैं। संबंधित विभाग दुर्घटना का निपटारा करता है, हमारे कर्मचारी वीडियो बनाते हैं। यदि मजदूर चाहे कि संबंधित विभाग न्यायपूर्ण तरीके से दुर्घटना का निपटारा करे, तो हम वीडियो देखते हैं और मामले की जांच करते हैं। यदि पता लगा कि संबंधित विभाग मजदूरों के हितों व अधिकारों को क्षति पहुंचाता है, तो हम मजदूरों को उस पर मुकदमा चलाने में मदद देते हैं।
श्री सेन ने यह भी बताया कि कभी-कभी एक ही दिन में लगभग सौ मजदूर थ्येन चीन शहर के मजदूर संयुक्त सेवा केंद्र के मजदूर सहायता केंद्र आते हैं। पिछले तीन वर्षों में इस केंद्र ने 1 लाख 60 हजार मजदूरों की समस्याओं का समाधान किया। मजदूर इससे संतुष्ट हैं कि मजदूर संघ ने उन के लिए भारी काम किये हैं।
मध्य चीन के ह नान प्रांत का शीन यांग क्षेत्र कृषि विकास क्षेत्र है। इधर के वर्षों में कृषि के औद्योगीकरण की प्रक्रिया के तेज़ होने के साथ ग्रामीण क्षेत्र के अतिरिक्त श्रमिकों की संख्या बढ़ी है। किसान शहरों में आकर नौकरी करने लगे हैं।एक जानकारी के अनुसार, हाल में चीन के विभिन्न स्थलों में नौकरी करने वाले शीन यांग के किसानों की संख्या लगभग 14 लाख है। इन श्रमिकों के कानूनी अधिकारों व कल्याण की रक्षा करने के लिए शीन यांग के अखिल मजदूर संघ ने विशेष व्यवस्था की है। अखिल मजदूर संघ के अध्यक्ष श्री छन मीन ने कहा, इन किसान मजदूरों को शहरों में नौकरी करने के लिए जाने से पहले मजदूर संघ में शामिल होना होता है। हम उन्हें मजदूर संघ के सदस्य का प्रमाण पत्र देते हैं। जब वे शहर पहुंचते हैं, तो हम उन्हें संबंधित स्थानीय मजदूर संघ को हस्तांतरित कर देते हैं। इस तरह, जब उनको क्षति पहुंचती है, तो उन के बुनियादी अधिकार व कल्याण कारगर रूप से सुनिश्चित किये जा सकते हैं।
श्री छन ने कहा कि शीन यांग शहर में इस व्यवस्था के लागू होने के पिछले तीन वर्षों में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त हुई। शीन यांग में शहर, क्षेत्र, काउंटी व गांव के स्तर के मजदूर संघों द्वारा अधिकारों की रक्षा के नेटवर्क की स्थापना की गयी है, जिस ने किसान मजदूरों को 14 करोड़ य्वान का वेतन वापस दिलाया और किसानों को लिए तीन लाख से ज्यादा श्रम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने में मदद दी।
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