पहली अक्तूबर को चीन गणराज्य की स्थापना की 56वीं वर्षगांठ है। इस उपलक्ष्य में लेख में चीन की मातृभूमि का गुणगान करने वाले गीत सुनवाया जाएगा । पहले सुनिए यह गीत, नाम है "आज है तुम्हारा जन्मदिन"।
गीत में चीनी राष्ट्र की संतान अपनी मातृभूमि को जन्मदिन की बधाई दे रही है।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
आज है तुम्हारा जन्मदिन
मेरे चीन
सुबह हमने उड़ाया
सफेद कबूतरों का एक झुंड
जो तुम्हारे लिए लाया
जैतून की एक पत्ती
जौ की स्वर्ण फ़सल
और संतानों की याद
हम बधाई देते हैं तुम्हें
तुम्हारे जन्मदिन पर
मेरे चीन
कामना है खुशहाल रहेंगी सदा
तुम्हारी संतानें
जैसा कि आप जानते हैं, चीन बड़ा ही नहीं, बहुजातीय देश भी है । चीन में हान जाति के अलावा, अन्य 55 जातियां भी रहती हैं, जो मुख्यतः चीन के सीमांत क्षेत्रों में बसी हैं। चीन में लम्बे समय से ये सभी जातियां एक परिवार की तरह रहती आई हैं। इन सभी ने राष्ट्र के विकास में योगदान किया। वर्ष 1978 में चीन में सुधार व खुलेपन की नीति लागू होने के बाद, चीनी अर्थतंत्र का भारी विकास हुआ। इससे चीन के अल्पसंख्यक जाति बहुल क्षेत्रों में भी भारी परिवर्तन आया और लोगों का जीवन स्तर उन्नत हुआ। इस सफलता पर सुप्रसिद्ध चीनी लेखक छ्याओ य्वी और संगीतकार शू फ़ेई तुंग ने मिलकर "चीनी राष्ट्र का प्यार" नामक गीत तैयार किया। इस गीत में चीनी लोगों का अपनी मातृभूमि के प्रति गहरा प्यार व्यक्त हुआ है। अब सुनिए यह गीत "चीनी राष्ट्र का प्यार", मशहूर चीनी गायिका सोंग जू यिंग की मीठी आवाज़ में।
गीत कहता है:
छप्पन जातियां हैं, छप्पन फूल
हैं सभी चीनी राष्ट्र के महापरिवार के सदस्य
छप्पन जातियों की भाषाओं में है एक वाक्य
है हमें चीनी राष्ट्र से प्यार
हम करेंगे देश का निर्माण
हमारा देश है बड़ा महान
हम सब करते हैं उससे प्यार
चीनी राष्ट्र से प्यार करते हैं हम
जीवन के हर क्षण
आगे सुनिए "स्नेहिल मां जैसी मातृभूमि" नामक गीत ।
गीत का भावार्थ इस प्रकार है
कौन नहीं प्यार करता
मां को
अपने दिल की भावना से
मातृभूमि
तुम हो हमारी मां
यांत्सी और पीली नदी का बहता पानी
जाहिर करता है हमारा प्यार
नीले आसमान और समुद्र में
छिपी है हमारी सदिच्छा
मातृभूमि
तुम हो स्नेहिल मां जैसी
अब सुनिए " मातृभूमि हम सदा देते हैं तुम्हें बधाई" नामक गीत। यह वर्ष 1999 में चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 50वीँ वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विशेष तौर पर रचा गया। इस में चीनी जनता का मातृभूमि के प्रति गहरा प्यार अभिव्यक्त हुआ है। आज का कार्यक्रम समाप्त हो इससे से पहले युवा गायिका मङ ग की आवाज में सुनिए यह गीत।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
तुम हो जमीन
हम हैं तुम्हारे फूल
सुखी हैं हम
तुम्हारे सुख में
आनंद लेते हैं
तुम्हारे साथ
अपनी खुशबू
जीवन से
हम गीत गा कर तुम्हें
देते हैं बधाई
हम तुम्हें
सदा बधाई देते हैं
प्यारी मातृभूमि
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