मित्रो, चार मई चीन लोक गणराज्य का युवा दिवस है। हर वर्ष इस दिवस की चीन भर में खुशी मनायी जाती है। इस बार इस उपलक्ष्य में तैयार अपने ( आज का तिब्बत ) कार्यक्रम में हम आप को कुछ तिब्बती युवाओं से मिलवायेंगे।इन में एक तिब्बती युवती पेमाचोखा भी हैं। इस तिब्बती युवती की सबसे बड़ी अभिलाषा क्या है यह आप आज के कार्यक्रम में जान पायेंगे। पेमाचोखा थोड़ी देर में खुद बतायेंगी अपनी अभिलाषा आपको। हम पेमाचोखा की अभिलाषा पूरी होने की कामना एक मधुर गीत के साथ कर रहे हैं। गीत का नाम है हमारा तिब्बत। गीत की प्रस्तुति तिब्बती गायिका केसानछूचन की है। केसानछूचन बड़ी लोकप्रिय हैं।
वे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की ल्हासा नृत्य-गीत मंडली की सदस्य हैं। हाल ही में हमारी संवाददाता ने पेइचिंग के तिब्बती मिडिल स्कूल के एक मिलन समारोह में तिब्बती युवती पेमाचोखा के साथ बातचीत की। पेइचिंग स्थित तिब्बती मिडिल स्कूल एक बहुत सुन्दर स्कूल है । मित्रो अभी आप ने सुनी पेइचिंग के तिब्बती मिडिल स्कूल के छात्रों की आवाज। वे एक स्वर में आप को नमस्कार कर रहे थे। गत 9 फरवरी को वसंत दिवस की खुशी मनाने के लिए तिब्बती मिडिल स्कूल में एक शानदार मिलन समारोह आयोजित किया गया, जिस में तिब्बती छात्रों ने कई सुन्दर कार्यक्रम प्रस्तुत किये । हमारी संवाददाता सुश्री ल्यू हवी ने भी इस समारोह में भाग लिया।
वहां उन की मुलाकात तिब्बती युवती पेमाचोखा से हुई।स्कूली पोशाक में पेमाचोखा बहुत सुन्दर लग रही थीं । हमारी संवाददाता ने उन से पूछा कि वे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के किस स्थान की निवासी हैं तो पेमाचोखा ने कि वे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोका प्रिफेक्चर की रहनेवाली हैं। पेमाचोखा ने बताया कि वे एक तिब्बती किसान की बेटी हैं और उन के परिवार में 4 सदस्य हैं। परिवार में माता-पिता के अलावा उन की एक छोटी बहन भी है। पेमाचोखा के अनुसार उन की छोटी बहन भी उन की तरह स्कूल में पढ़ती है पर वह पेइचिंग के तिब्बती मिडिल स्कूल में नहीं तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा के खेल स्कूल है। उन की छोटी बहन खिलाड़िन बनना चाहती है और वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपियाड में भाग लेने की कोशिश कर रही है।
पेमाचोखा ने यह भी बताया कि 9 फरवरी को वसंत दिवस सुबह-सुबह उन्होंने अपने परिवार को शुभकामना देने के लिए पेइचिंग से फोन किया। पेमाचोखा का कहना है कि उन्होंने फोन पर अपने मां व पिता और बहन को नये साल की शुभकामना दी और उन के परिवार ने भी उन्हें नव वर्ष की शुभकामना दी। इस से उन सब की खुशी का ठिकाना न रहा। तिब्बती युवती पेमाचोखा का कहना है कि उन्हें पहली बार पेइचिंग में वसंत दिवस की खुशी मनाने का जो मौका पाकर बहुत खुशी हुई। पेमाचोखा के अनुसार पेइचिंग आने से पहले वे पूर्वी चीन के च्यांसू प्रांत के छांचो शहर के तिब्बती मिडिल स्कूल में 3 वर्षों तक पढ़ती रहीं। वर्ष 2004 में उन्हें पेइचिंग के तिब्बती मिडिल स्कूल में पढ़ाई करने का मौका मिला। इससे वे बहुत खुश हुईं । यहां बता दें कि चीन सरकार ने पेइचिंग, शांहाई समेत देश के 26 शहरों में तिब्बती छात्रों के लिए विशेष स्कूल कायम किये हैं।
पेमाचोखा का कहना है कि उन्हें पेइचिंग का तिब्बती मिडिल स्कूल बहुत पसंद है। स्कूल के अध्यापक बहुत अच्छे हैं। वे तिब्बती छात्रों से अपने बच्चों की ही तरह प्यार करते हैं और उन की बड़ी मदद करते हैं । हमारी संवाददाता ने तिब्बती युवती पेमाचोखा से पूछा कि बड़ी होने पर वे क्या करना चाहती हैं तो पेमाचोखा ने कहा कि उन की अभिलाषा डाक्टर बनने की है। 16 वर्षीय पेमाचोखा का कहना है कि कि डाक्टर बन कर वे अनेक रोगियों की सेवा कर सकेंगी। पेमाचोखा का कहना है कि बचपन से ही डाक्टर बनने में उन की बड़ी रुचि रही है।हमें विश्वास है कि इस तिब्बती युवती की अभिलाषा पूरी होगी। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने तिब्बती युवकों व युवतियों की अभिलाषा पूरी होने की अच्छी स्थिति तैयार की है। अब बड़ी संख्या में प्रक्षिशित तिब्बती युवा तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विकास में अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं । इधर के कुछ वर्षों में ही पेइचिंग के तिब्बती मिडिल स्कूल के लगभग दस हजार छात्र स्नातक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश वापस लौट कर सुन्दर तिब्बत के निर्माण की यथाशक्ति कोशिश कर रहे हैं।
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