हम ने चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफ़ेक्चर की च्यांग जी कांउटी में स्थित पुराने फाला जागिर का दौरा संबंधी एक लेख प्रसारित किया था, जिस से आप ने जान लिया कि पुराने जमाने में फाला जागिर में काम करने वाले भूदासों यानी लांग शङ का जीवन नरक जैसा था । इस लेख कार्यक्रम में हम आप को बताएंगे फाला जागिर के पुराने भूदासों के आज का सुखमय जीवन।
वर्ष 1959 में तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार से पहले फाला बान ज्यू लुन बू जागिर के भूदास मुख्य तौर पर लांग शङ आंगन में रहते थे, जहां की स्थिति अत्यन्त कठोर औप दुभर थी । फाला जागिर के भूदास आम तौर पर कार्बेट बनाने, घोड़ों की देखभाल, शराब बनाने, वस्त्रों की बुनाई सिलाई और जागिर की रक्षा आदि कठोर काम करते थे । काम बहुत भारी होने पर भी उन की आमदनी बेहद कम थी , और इस के साथ ही इन भूदासों की कोई व्यक्तिगत स्वतंत्रता भी नहीं थी । भूदासों के निवास स्थान लांग शङ आंगन का कुल क्षेत्रफल महज 150.66 वर्गमीटर था, जिस में 67 भूदास रहते थे, और हर भूदास का आसत क्षेत्रफल 2.5 वर्गमीटर से भी कम था ।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफ़ेक्चर की च्यांग जी कांउटी के पर्यटन ब्यूरो के फाला जागिर अवशेष संरक्षण शाखा के प्रधान श्री बाई मा तो ची ने फाला जागिर के भूदास आंगन की जानकारी देते हुए कहा
"फाला जागिर के इस भूदास आंगन में कुल 14 परिवार एक साथ रहते थे, तत्कालीन फाला जागिर में कुल 100 से ज्यादा भूदास थे , और 67 भूदास लांग शङ आंगन में रहते थे। भूदास फ्येन तो के परिवार का कमरा सब से बड़ा था, उस के परिवार के सात सदस्य भी 14.58 वर्गमीटर के तंग कमरे में रहते थे ।"
वर्ष 1959 में तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार शूरु हुआ , कोई दस लाख से ज्यादा भूदासों को स्वतंत्रता मिली । फाला जागिर के भूदास भी अन्य भूदासों की तरह समाज का मालिक, भूमि के मालिक तथा अपने आप का मालिक बन गए । ये भूदास बान ज्यू लुन बू गांव के निवासी बन गए । अपनी भूमि प्राप्त होने के बाद आजाद हुए इन भूदासों ने सक्तिय रूप से उत्पादन में भाग लिया , इस के साथ ही सरकार और पार्टी की उदार नीति तथा प्रगतिशील वैज्ञानिक व तकनीकी तरीकों से मदद से इस गांव के कृषि व पशुपालन के विकास में भारी प्रगति हुई , वर्ष 2002 तक गांव के आर्थिक उत्पादन मूल्य दस लाख य्वान से ज्यादा रही , और हर गांववासी की औसत आमदनी 2375 य्वान थी,अनाज और खाद्य तेल के कुल उत्पादन 6 लाख 93 हज़ार दो सौ किलोग्राम से ज्यादा था और हर हैक्टर खेत की पैदावार 5 हजार छै सौ 85 किलोग्राम थी । इस से गांवासियों का जीवन स्तर लोकतांत्रिक सुधार के पहले की तुलना में आठ गुना गया । अब बान ज्यू लुन बू गांव के किसानों व चरवाहों का जीवन स्तर दिन ब दिन उन्नत होता जा रहा है , और उन का जीवन अभूतपूर्व रूप से सुधर गया ।
खाने पहनने की समस्या को हल किया जाने के बाद समृद्ध हुए बान ज्यू लुन बू गांववासियों ने अपने जीवन स्तर और आवास की स्थिति को सुधारने पर जोर दिया । पुराने फाला जागिर के अधिकांश पूर्व भूदास लांग शङ आंगन को छोड़ कर आसपास के स्थान पर अपनी अपनी दुमंजीला इमारतों का निर्माण किया । आंकड़ों के अनुसार, गत शताब्दी के 90 वाले दशक में पुराने फाला जागिर के 35 पूर्व भूदास परिवारों में से 31 परिवारों ने अपनी नयी इमारतों का निर्माण किया , और अब तक बान ज्यू लुन बू गांव के हरेक वासी के हक में औसतः 40 से 50 वर्गमीटर का मकान है । वर्ष 1994 में गांव वासी नल के पेयजल का प्रयोग करने लगा, और उन का जीवन स्तर उल्लेखनीय सुधर गया । वर्तमान में बान ज्यू लुन बू गांव में हर परिवार के पास रेडियो सेट उपलब्ध है और गांव में सभी 75 परिवारों में से 71 परिवारों के अपने अपने टेलिवेज़न हैं । यहां तक कि कई परिवारों में फ़्रिज और वाशिंग मशीन आदि उच्च स्तरीय साजसामनों का प्रयोग किया जाने लगा है।
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