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(GMT+08:00) 2005-09-01 16:48:48    
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 40 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में समारोह

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एक सितम्बर को तिब्बत के विभिन्न तबकों के लगभग 20 हजार लोगों ने ल्हासा में नवनिर्मित पोताला महल चौक पर एक भव्य समारोह आयोजित कर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मनायी। चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के अध्यक्ष चा छिंग लिन के नेतृत्व में केंद्रीय सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल इस समारोह में उपस्थित हुआ। श्री चा छिंग लिन ने इस अवसर पर भाषण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता की मजबूती व मातृभूमि के पुनरेकीकरण की रक्षा तिब्बत में बसी विभिन्न जातियों का मूल ही नहीं है, तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक विकास को आगे ले जाने की पूर्व शर्त भी है।

तिब्बत दक्षिण-पश्चिमी चीन के सीमांत क्षेत्र में स्थित छिंगहाई-तिब्बत पठार पर स्थित है , जो समुद्र की सतह से चार हजार मीटर से भी अधिर ऊंचा है। वहां तिब्बती जाति के साथ हान, हुई व मनपा समेत दसेक जातियां आबाद हैं । सितम्बर 1965 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की प्रथम जन प्रतिनिधि सभा का पहला सम्मेलन ल्हासा में आयोजित हुआ और उसमें तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की विधिवत स्थापना की घोषणा की गयी, जो तिब्बत में जन सरकार कायम होने का द्योतक थी। पिछले 40 सालों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बत के सामंती भूदास व्यवस्था से समाजवादी समाज में बदलने का ऐतिहासिक दौर पूरा हुआ और उसने समाजवादी निर्माण व खुलेपन व सुधार कार्य में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विशेष तौर पर भेजे बधाई संदेश में कहा कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना के बाद के पिछले 40 सालों में प्राप्त शानदार उपलब्धियों ने पूर्ण रूप से जाहिर किया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जातीय नीति बिल्कुल सही है और समाजवादी क्षेत्रीय स्वशासन व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ है।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के नेता चा छिंग लिन ने समारोह में कहा तिब्बत के लिए जरूरी है कि वह हमेशा समाजवादी व देशभक्ति का झंडा फहराते हुए तिब्बत की स्थिरता व एकता की राजनीतिक स्थिति को सुदृढ़ व विकसित करे , चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जातीय व धार्मिक नीतियों को मूर्त रूप देते हुए क्षेत्रीय स्वशासन व्यवस्था को पूर्ण बनाने की कोशिश करे , विभिन्न जातियों की एकता, समान समृद्धि व विकास को प्रधानता देकर सामंजस्यपूर्ण समाजवादी राष्ट्रीय संबंध को सुदृढ़ बनाये और मातृभूमि के पुनरेकीकरण, स्थिरता व एकता के अनुकूल अंतर्राष्ट्रीय वातावरण बनाये रखे , ताकि बहुजातीय वाले देश के विकास में और बड़ा योगदान किया जा सके।

पिछले 40 सालों में जन प्रतिनिधि सभा व्यवस्था की गारंटी करते हुए तिब्बती जनता समूचे चीन की विभिन्न जातियों की जनता की तरह राजकीय मामलों में समानता के साथ भाग लेने के अधिकार का उपभोग करती आयी है। वर्तमान में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के प्रतिनिधियों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के 21 प्रतिनिधि हैं, जिन में 13 तिब्बती जाति के हैं।

इन 40 सालों में चीन की केंद्र सरकार ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को अधिकाधिक वित्तीय सहायता दी। वर्ष 1965 से वर्ष 2004 तक केंद्र द्वारा तिब्बत को दी गयी वित्तीय सहायता 96 अरब य्वान रही। वर्ष 2001 से अब तक के चार सालों में तिब्बती अर्थतंत्र की वार्षिक वृद्धि दर 12 प्रतिशत बनी रही। वर्ष 2004 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का उत्पादन मूल्य 21 अरब 10 करोड़ य्वान रहा।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के प्रमुख नेता श्री यांग च्वानथांग ने एक बयान में कहा कि 40 साल पहले तिब्बत में धर्म व राजनीतिक शासन को जोड़ने वाली सामंतवादी व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया और तिब्बती जनता का दमन करने वाली नैतिक विचारधारा को तोड़ डाला गया। आज तिब्बत में शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान व तकनीक तथा संस्कृति का उल्लेखनीय विकास हो रहा है। तिब्बत में रहने वाली विभिन्न जातियों की जनता का वैज्ञानिक व स्वास्थ्य स्तर उन्नत हो रहा है। नया तिब्बत देश के दूसरे क्षेत्रों व विदेशों के लिए खुला है, जहां जनता को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है और वह आपस में मिलजुल कर रहती है। अब तिब्बत विश्व की सभ्यता व प्रगति तथा मातृभूमि की समृद्धि के साथ आगे बढ़ रहा है।

तिब्बती जनता के प्रतिनिधि श्री आनू ने अपने बयान में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी तथा केंद्र सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इन 40 सालों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी तथा केंद्र सरकार हमेशा हम पर ध्यान देती रही है। तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को चिकित्सा प्रतिभूति प्राप्त है। हमारे बच्चों को सरकार से शिक्षा का खर्च प्राप्त होता है। केंद्र सरकार ने तिब्बत में कृषि व पशुपालन के विकास की उदार नीति तैयार की है। आज तिब्बत के गांवों-गावों में राजमार्ग, टीवी व प्रसारण सेवा उपलब्ध है। अनेक परिवारों में टेलीफोन , फ्रिज , वाशिंग मशीन , मोटर गाड़ी , कृषि उपयोगी गाड़ी, सेलफोन तथा कंप्यूटर का प्रवेश हो चुका है । तिब्बती किसानों और चरवाहों के खाने और रहने का सवाल हल हो चुका है और उन का जीवन दिन ब दिन सुधरता जा रहा है ।

अब तिब्बत आर्थिक छलांग और दीर्घकालिक स्थायित्व कायम करने के कुंजीभूत काल में है। अब से वर्ष 2010 तक तिब्बत के विकास का नया काल होगा। इस दौरान तिब्बत रणनीतिक बुनियादी उपकरणों के निर्माण में वास्तविक प्रगति प्राप्त करेगा, छींगहाई-तिब्बत रेललाइन तथा लीनची हवाईअड्डे का काम शुरू हो जाएगा, राजमार्ग जाल का आगे सुधार किया जाएगा तथा ऊर्जा, सूचना व जलसंरक्षण की कुछ नयी परियोजनाओं पर भी काम शुरू किया जाएगा।