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(GMT+08:00) 2005-08-30 16:31:16    
शिकाज़े में फाला जागिर का दौरा

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चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफेक्चर की च्यांग जी कांउटी में सामंती भूदास व्यवस्था का साक्ष्य अवशेष फाला जागिर अब भी सुरक्षित है, इस लेख में हम इस जागिर को देखने जाएंगे

फाला जागिर पुराने तिब्बत के सामंतवादी जागिर फाला घराना का निवास स्थान था, जो च्यांग जी कांउटी शहर से दक्षिण पश्चिम में चार किलोमीटर दूर स्थित बान ज्यू लुन बू गांव में बसा हुआ है, यह अब तक तिब्बत में पूर्ण रूप से सुरक्षित एक मात्र सामंती भूदास मालिक का जागिर है । पहले यह जागिर च्यांग जी कांउटी के च्यांग गा गांव में बसा हुआ था , वर्ष 1904 में बिटिश आक्रमणकारी सेना ने च्यांग गा कांव पर कब्ज़ा कर उसे आग लगा कर नष्ट कर दिया । ब्रिटिश आक्रमण विरोधी युद्ध समाप्त होने के बाद वर्ष 1937 में फाला जागिर वर्तमान के बान ज्यू लुन बू गांव में स्थानांतरित किया गया, इस लिए फाला जागिर को बान ज्यू लुन बू जागिर भी कहा जाता है ।

च्यांग जी कांउटी के पर्यटन ब्यूरो के अधीन फाला जागिर अवशेष संस्था के कर्मचारी मी मा त्सी रन ने इस के इतिहास बताते हुए कहा

"फाला घराना तीन सौ साल से ज्यादा पुराना परिवार था । इस का निवास स्थान यानी फाला जागिर अब तक तिब्बत में सब से अच्छी तरह सुरक्षित सामंती कुलीन जागिर है । फाला फा ज्ये ला खांग घराने का संक्षिप्त नाम है । पुराने जमाने में फाला परिवार के पास तिब्बत के च्यांग जी, बाई लांग, खांग मा, लोका तथा ल्हासा आदि स्थानों में कुल 37 उद्यान थे । फाला घराने की दो हज़ार से ज्यादा हैक्टर भूमि थी और तीन हज़ार से ज्यादा भूदास थे ।"

श्री मी मा त्सी रन के अनुसार, फाला घराने का इतिहास कोई तीन सौ साल से ज्यादा पुराना था । इस लम्बे अरसे में फाला परिवार के पांच सदस्य तत्कालीन तिब्बत की स्थानीय सरकार के वरिष्ठ पदाधिकार बने थे । तिब्बत के आवाचीन इतिहास में फाला घराने के तीन भाइयों ने सत्ता में अहम भूमिका निभायी थी । बड़े भाई फाला थूतङ चौदहवें दलाई लामा के प्रबंध अधिकारी थे, , दूसरे भाई फाला जाशी वांग ज्यू फाला जागिर की देखभाल करते हुए स्थानीय सरकार के उच्च अधिकारी भी थे और छोटा भाई फाला त्वो ची वांग ज्यू ने पन्द्रहवें दलाई लामा के रक्षक दल के नेता थे । इस लिए राजनीतिक और धार्मिक दृष्टी से देखा जाए ,तो फापा घराना पुराने तिब्बत में बहुत प्रभावकारी था ।

तिब्बत की च्यांग जी कांउटी के बान ज्यू लुन बू गांव में स्थित फाला जागिर के मालिक के पास सौ से ज्यादा भूदास थे । जागिर के मकान लकड़ी से निर्मित है , जो बहुत विशाल और आलीशान लगता है । वहां कुल 82 मकान हैं और उन का कुल क्षेत्रफल कोई 5357.5 वर्ग मीटर है । निवास स्थान के तीन प्रांगन हैं, जिन के कुल क्षेत्रफल 47234 वर्ग मीटर है । भिन्न भिन्न कमरे भिन्न भिन्न प्रयोग के लिए बंटे हुए थे, जिन में धार्मिक पूजा भवन, डाइनिंग रूम, मिटिंग रूम, और मननोरंजन रूम आदि शामिल थे । हर कमरे के स्तंभों व दीवारों पर सुन्दर चित्र अलंकृत हुए हैं , जो बहुत सुन्दर और कुलीन नज़र आता है । फाला निवास स्थान के पूजा भवन विशेष शैली में डिज़ाइन किया गया , इस में तिब्बती बौद्ध धर्म के बुद्ध मुर्तियां रखी हुई हैं, श्यन कक्ष में सोने, चांदी तथा जेड के विविध डिज़ाइन वाले पात्रों में तत्कालिक कीमती खाद्यान्न, विदेशी मदिरा, आयातित विनिगर तथा मुल्यवान जानवरों के चमड़ों से बने वस्त्र आदि रखे हुए थे । फाला के बान ज्यु लुन बू उद्यान में एक विशेष कमरा है, जिस में सर्दियों के दिनों में उद्यान के मालिक सूर्य की धूप सेंकते थे । पर्यटन ब्यूरो के फाला जागिर अवशेष संस्था के कर्मचारी मी मा त्सी रन ने इस कमरे की जानकारी देते हुए कहा

"इस कमरे में भरिपूर धूप पड़ती है । सर्दियों के दिनों में सूर्य की किरणों से कमरा बहुत गर्म महसूस होता था । इसलिए फाला उद्यान के मालिक सर्दियों में यहां ठहरते थे । इस कमरे में मालिक बैठने के लिए जानवरों के चमड़ों से बने कंबल सजते थे , जिन में बंदर, चीता और बारहसिंगा के चमड़ों से बने कंबल शामिल थे , इस के अलावा इस कमरे की दीवार भी ल्हासा बाघ के चमड़ों से सुसजित किया गया था।"