चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री खोंग छ्वेन ने 12 तारीख को संयुक्त राष्ट्र संघ में थाईवान की तथाकथित भागीदारी समस्या पर टिप्पणी देते हुए बताया कि थाईवान प्रशासन की इस कोशिश की असलियत अंतरराष्ट्रीय समुदाय में दो चीन ,एक चीन एक थाईवान और थाईवान स्वाधीनता का ढोल पिटाना है, और थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तटों में तनावपूर्ण परिस्थिति तैयान करना है।
श्री खोंग छ्वेन ने कहा कि वर्ष 1993 से , संयुक्त राष्ट्र महा सभा की जनरल कमेटी ने लगातार 12 वर्षों तक थाईवान की संयुक्त राष्ट्र संघ में भागीदारी समस्या को संयुक्त राष्ट्र महा सभा के प्रस्ताव में शामिल करने से इंकार किया है , जिस से पूर्ण रुप से यह साबित हुआ है कि इस समस्या पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में व्यापक मतैक्य प्राप्त हुआ है, यानी विश्व में केवल एक चीन है, थाईवान चीन का एक भाग होने के नाते, किसी भी नाम, किसी भी रूप से प्रभुसत्ता संपन्न देशों से गठित संयुक्त राष्ट्र संघ में भाग लेने की पात्रता नहीं है।
ध्यान रहे, थाईवान प्रशासन के भड़काव में चाद आदि ईने गिने देशों ने 12 तारीख को संयुक्त राष्ट्र महा सचिव कोफी अन्नान के नाम पत्र भेजकर संयुक्त राष्ट्र संघ में थाईवान का तथाकथित प्रतिनिधित्व अधिकार संबंधी सवाल के प्रस्ताव तथा थाईवान जलडमरुमध्य क्षेत्र की रक्षा के शांति प्रस्ताव को महा सभा के 60 वें अधिवेशन के अतिरिक्त प्रोटोकोल में शामिल करने की मांग की।
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