11 तारीख को अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी आदि 19 देशों व हांगकांग, मकाओ और थाएवान से आए सौ चीनी व विदेशी फोटोग्राफरों द्वारा खींचे गए तिब्बत के इतिहास, प्रकृति व आम जीवन पर आधारित चित्रों की प्रदर्शनी पेइचिंग में आयोजित हुई ।तिब्बत में फोटो खींचने के अपने अनुभव बताते हुए विदेशी फोटोग्राफरों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की मौजूदा स्थिति की सराहना की।
फ्रांस के फोटोग्राफर जैकी मार्टिन ने लिखा कि तिब्बत के आंखों देखे हाल को वे कभी नहीं भूलेंगे। वे अपने कैमरे से तिब्बत की सबसे सुन्दर व सबसे सच्ची छवि के प्रदर्शन की आशा करते हैं। नीदरलैंड के फोटोग्राफर जेनसन यान ने कहा कि तिब्बत में आने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि यूरोपीय लोगों को तिब्बत के बारे में बहुत कम जानकारी है और बहुत सी गलतफहमियां भी। उन्होंने कहा, हमने तिब्बत में जो देखा और सुना है ,वह हमारे अनुमान से कहीं अधिक मनोभावना से भरा था। तिब्बती जनता की धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की मौजूदा स्थिति ने हमारे दिल पर गहरी छाप छोड़ी है।
मौजूदा फोटो प्रदर्शनी तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 40 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में आयोजित की गई है ।
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