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(GMT+08:00) 2005-08-09 14:30:06    
चीनी अल्पसंख्यक जाती के वाद्य---तुबड़ा श्याओ

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तुबड़ा श्याओ चीन की अल्पसंख्यक जातियों के सुषिर वाद्य यंत्रों में से है , वह मुख्य तौर पर दक्षिण पश्चिमी चीन के युननान प्रांत के ताई ,अछांग व वा जाति बहुल क्षेत्रों में बहुत लोकप्रिय है ।

तुबड़ा श्याओ का इतिहास बहुत पुराना है , उस का जन्म करीब ईसापूर्व 221 वर्ष से पहले यानी पूर्व छीन युगकाल में हुआ था , पर आज के तुबड़ा श्याओ की संरचना प्राचीन जमाने की विशेषता बनी रही है ।

तुबड़ा श्याओ की एक धुन: बांस इमारत में रात्रि धुन 

तुबड़ा श्याओ का रूपाकार व संरचना अपने ढंग की है , वह एक पक्के तुबड़े व तीन बांस पाइपों से तैयार हुआ है । तुबड़े के सब से ऊपरी भाग पर मुंह से बजाने के लिये एक छोटा पतला बांस पाइप लगा हुआ है , जबकि तुबड़े के नीचले भाग पर तीन भिन्न प्रकार वाले बांस लगाये गये हैं , बीच का बांस सब से मोटा है और उस पर सात छैद भी तैयार हुए हैं , जबकि दोनों ओर के पतले होते हैं और संगीत बजाने में मोटे बांस का साथ देते हैं ।

  तुबड़ा श्याओ अन्य समान किस्मों वाले सुषिर वाद्य यंत्रों की तरह स्वर का दायरा अपेक्षाकृत संकरा है , लेकिन उस के मुख्य वांस पाइप से निकलने वाली आवाज सुरिली व कोमल है , और तो और दोनों सहायक बांस पाइपों के तालमेल में उस की आवाज और रहस्यमय व मर्मस्पर्शी सौंदर्य का आभास देती है । क्योंकि उस की तुबड़े से निकलने वाली आवाज रेश्मी जितना मुलायम व हल्की लगती है , इसलिये लोग उसे तुबड़ा रेश्मी पुकारकर कहते हैं ।

तुबड़ा श्याओ से बजायी गयी धुन: लू कू झील का प्रेम गीत

जातियों व क्षेत्रों की भिन्नता के कारण युननान प्रांत में बसी अल्पसंख्यक जातियों के बीच प्रचलित तुबड़ा श्याओ के रूपाकार व बजाने के तरीके अलग अलग हैं । लेकिन ऐसा होने पर भी उन की यह समान विशेषता आज भी बनी रही है कि पहाड़ी गीत , खासकर चंचल व लहरदार धुन बजाने में उस की विशेष भूमिका है , क्योंकि उस से बजायी गयी धुने सुंदर व मनछूने वाली ही नहीं , संगीतकारों का मनोभाव भी पूर्ण रूप से अभिव्यक्त किया जा सकता है ।

बाद में चीनी जातीय संगीतकारों ने तुबड़ा श्याओ का रूपांतर किया , अब यह नये प्रकार वाला वाद्य यंत्र तुबड़ा श्याओ की परम्परागत शैलियों के आधार पर उस का स्वर दायरा बढ़ गया है और अभिव्यक्ती शक्ति भी विविधतापूर्ण है । उधर सालों में चीनी संगीतकारों के विदेश जाने के चलते तुबड़ा श्याओ भी वैश्विक कला मच पर चढ़ने लगा है

तुबड़ा श्याओ से बजायी गयी धुन:  चांदनी में फूंवईचू बांस