बहुत पहले की बात थी , चीन के किसी शहर में ले-क्वांग नाम का एक अफसर रहता है , उस का एक अच्छा दोस्त था , जो अकसर उस के घर आ कर खाना खाता था और गप्शप मारता था ।
लेकिन एक बार बहुत लम्बा समय बीत चुका था , उस का वह दोस्त घर नहीं आया , अफसर को उस की काफी याद आई , वह उस का हालचाल पूछने खुद दोस्त के घर पहुंचा , वहां उस ने देखा कि दोस्त पलंग पर लेटे गंभीर बीमारी से पीड़ित हुआ सा लग रहा है , उस का चेहरा भी बहुत मीलिन रहा है ।
अफसर को अब मालुम हुआ कि दोस्त गंभीर बीमारी पड़ा है , तो उस ने दोस्त से बीमारी का कारण पूछा , पहले दोस्त ने बात को टालते हुए कारण बताना नहीं चाहा , बार बार पूछने पर दोस्त ने कहा कि एक दिन आप के घर पर मदिरा पी रहा था , उस वक्त मुझे मदिरा कटोरी में एक छोटा सा सांप तैरता हुए नजर आया , सांप का रंग नीला था , बीच बीच में लाल फुल जैसा धब्बा अंकित था ।
सांप देख कर मैं काफी घबराया , मैं मदिरा पीना छोड़ना चाहता हूं , लेकिन आप ने बार बार मुझ से मदिरा लेना कहा , शिष्टाचारी के कारण मैं ने आंखें बन्द कर इस कटोरी का मदिरा गले के नीचे डाल दिया । उसी समय से मुझे महसूस हुआ कि मेरे पेट में एक सांप रेंग रहा हो ।
उल्टी काफी आती है , खाना खाने का मन लहीं लगा । पिछले आधा महीने से ऐसी ही खराब सेहत में पड़ा रहा हूं । ले -क्वागं को दोस्त की बातों पर बड़ा ताज्जुब हुआ , उसे समझ में नहीं आ रहा था कि सांप अखिरकार किस तरह मदिरा कटोरी में घूस आया । लेकिन दोस्त से साफ साफ कहा था कि उस ने कटोरी में सांप देखा है । आखिर असलियत क्या है , वह इस प्रकार के सोच बुन में घर वापस आया ।
घर के हॉल में वह घूमता टहलता इस आश्चर्य चकित बात पर सोच विचार कर रहा था , अनायास उस ने दीवार पर लटकाए अपना तीर का कमान देखा , वह कमान नीले और लाल रंगों से रंगित हुआ है ।
क्या वह सांप इसी कमान की परछाई है , यही विचार ले क्वांग के दिमाग में चौंकचौंध आया , वह तुरंत एक मदिरा कटोरी में शराब डाल कर लाया और मेज पर रख कर उसे कई स्थानों पर घूमाया , एक जगह पर उस ने पाया कि दीवार पर लटकाए कमान की परछाई मदिरा कटोरी में पड़ गई , लहराते हुए शराब में वह परछाई देखने में बिलकुल एक तैरता हुआ सांप जान पड़ता है और उस का रंग भी नीला और बीच बीच में लाल लाल दिखा है ।
ले -क्वांग उसी दिन अपने दोस्त को पालकी में बिठा कर घर ले आया , उसे पुनः उसी जगह पर बिठाया , जहां पन्दरह दिन पहले वह बैठा था , उस के सामने पहले की वही मेज रखी गई और पहले की उसी कटोरी में मदिरा डाला गया । उस ने दोस्त से कहा कि अब देखो , मदिरा कटोरी में क्या है ।
दोस्त ने सिर झुका कर देखा , तुरंत चिल्लाते कहा , सांप , सांप । वही नीला व लाल रंग का सांप । ले-क्वांग ऊंची आवाज में हंसते हुए दीवार की ओर इशारा किया , देखो , दीवार पर देखो , वह क्या है ।
दोस्त ने दीवार पर लटकाए कमान पर गौर करने के बाद फिर कटोरी में तैरता सांप पर नजर डाली , अनायास उसे समझ में आया , इसी वक्त उस की परेशानी एकदम मिट गई और पूरी तरह निश्चिंत हो गया । बेशक उस की बीमारी भी दूर हो गई ।
दोस्तो , यह नीति कथा पर आधारित एक चीनी कहावत प्राचीन काल से अब तक चीन में खूब प्रचलित है , चीनी भाषा में कहावत पे कुंग शे इंग कहलाता है , हिन्दी में कहावत का अनुवाद है मदिरा कटोरी में कमान की परछाई सांप बन गई ।
यह कथा लोगों को बताती है कि मिथ्या या बाहरी बात से शंका दूर करो , अकारण से किसी पर संदेह ना पैदा हो , असली बात की जांच पड़ताल करो , तब किसी भी रूप की धोखे में नहीं आ सकता है ।
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