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(GMT+08:00) 2005-08-04 09:59:40    
साचा मठ के तिब्बती लामा लोचूचाछो के साथ हुई बातचीत

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मित्रो यहा बता दें कि 15 से 21 जुलाई तक हांगकांग में बर्फीले क्षेत्र का रत्न नाम से चीन के तिब्बत संस्कृति सप्ताह सफलता के साथ आयोजित हुआ । यह संस्कृति सप्ताह चीन की केन्द्रीय सरकार द्वारा तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना की 40 वीं वर्षगांठ की खुशी मनाने के लिए आयोजित की अनेक गतिविधियों में से एक है। इस दौरान तिब्बती बौद्ध धर्म के दुर्लभ सांस्कृतिक अवशेष हांगकांग में पहली बार प्रदर्शित किये गये ।हाल ही में हमारी संवाददाता को तिब्बती लामा लोचूचाछो के साथबातचीत करने का मौका मिला ।तिब्बती लामा लोचूचाछो के अनुसार बर्फीले क्षेत्र का रत्न नाम से चीनी तिब्बत का सांस्कृतिक सप्ताह हांगकांग में तिब्बत की ऐसी पहली बड़ी सांस्कृतिक गतिविधि है ।

तिब्बती लामा लोचूचाछो का कहना है कि उन्हों ने बौद्ध धर्म के अनुयायियों के प्रतिनिधि के रूप में इस संस्कृति सप्ताह में भाग लिया ।तिब्बती लामा लोचूचाछो का कहना है कि वे तिब्बत के शिकेचे क्षेत्र में स्थित साचा मठ के लामा हैं ।तिब्बती लामा लोचूचाछो का कहमा है कि हांगकांग में उन्हों ने अनेक धार्मिक गतिविधियों में भाग लिया । मिसाल के लिये 16 जूलाई को हांगकांग में कुछ तिब्बती जीवित बुद्धों व वरिष्ठ भिक्षुओं ने हांगकांग के बौद्ध धर्म के वरिष्ठ भिक्षुओं व 100 से अधिक बौद्ध धर्म अनुयायियों के साथ मिलकर बौद्ध धर्म व स्नेहमय समाज की स्थापना करने के शीर्षक से एक संगोष्ठी में बाग लिया । यहां बता दें कि तिब्बती लामा लोचूचाछो ने भी उस में भाग लिया ।हाल ही में हमारी संवाददाता को पेइचिग में तिब्बती लामा लोचूचाछो के साथ बातचीत करने का मौका मिला ।

तिब्बती लामा लोचूचाछो देखने में बहुत जवान लगते हैं पर उन्हों ने बताया कि 21 साल पहले उन्हों ने तिब्बत के साचा मठ में भाग लिया और तब उन की उम्र केवल ही 17 साल थी । 38 वर्षीय लामा लोचूचाछो का कहना है कि साचा मठ तिब्बत के 8 बड़े बड़े मठों में से एक है । साचा मठ एक सुन्दर मठ हैं । यह मठ उन के लिये मठ ही नहीं स्कूल और परिवार भी हैं । तिब्बती लामा लोचूचाछो ने बताया कि 15 से 21 जुलाई तक हांगकांग में चीनी तिब्बत का सांस्कृतिक सप्ताह आयोजित किया गया । उन्हों ने इस में बाग लेने का जो मौका मिला इस से उन की खुशी का ठिकाना न रहा ।मित्रों क्या आप जानना चाहते हैं कि तिब्बती भाषा में खुशी कैले बोलते हैं ।तो सुनिये तिब्बती लामा लोचूचाछो हमें सिखा रहे हैं ।

तिब्बती लामा लोचूचाछो ने कहा कि तिब्बती बौद्ध धर्म चीन के पूर्ण बौद्ध धर्म का एक अभिन्न हिस्सा है, हान और तिब्बत एक परिवार के हैं, तथ्य इस के गवाह हैं। तिब्बती लामा लोचूचाछो का कहना है कि साचा मठ का इतिहास 900साल पुराना है । वर्ष 1073 में साचा मठ की स्थापना की गयी । अब कुल 2 सौ से अधिक लामा इस मठ में हैं और हर रोज पूजा के लिये बहुत से लोग साचा मठ में आते जाते हैं ।साचा मठ तिब्बतियों के लिये एक पवित्र मठ हैं । तिब्बती लामा लोचूचाछो का कहना है कि इधर के वर्ष चीन सरकार ने साचा मठ के जीर्णांरोद्धार के लिये ढेरसारे धन का खर्च किया । मिसाल के लिये हाल ही में चीन सरकार ने एक बार 8 करोड़ यूवान का अनुदान निकाला है । फलस्वरूप साचा मठ के जीर्णांरोद्धार का काम पूरे जोर शोर से चल रहा है ।

मित्रो आज हमारा सवाल है कि हाल ही में हांगकांग में आयोजित हुए चीन के तिब्बत संस्कृति सप्ताह का नाम क्या है । साचा मठ के लामा लोचूचाछो आप को बता रहे हैं कि उस का नाम है कि बर्फीले क्षेत्र का रत्न । हम आप से पूछना चाहते हैं कि क्या आप जानना चाहते हैं कि तिब्बती भाषा में बर्फीले क्षेत्र का रत्न कैसे बोलते हैं । तो सुनिये साचा मठ के लामा लोचूचाछो आप को सिखा रहे हैं । मित्रो आज हमारा सवाल है कि हाल ही में हांगकांग में आयोजित हुए चीन के तिब्बत संस्कृति सप्ताह का नाम क्या है ।

मित्रो यहां बता दें कि ईधर चीन सरकार तिब्बत स्वायत प्रदेश के पर्यावरण संरक्षण के लिये बहुत से काम किये हैं ।अब तिब्बत स्वायत प्रदेश के 70 प्रतिश्त से अधिक भू भागों में पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र कायम किये गये हैं ।मिसाल के लिये सर्दी का मौसम आने के साथ चीन के तिब्बत की यालूज़ानपू नदी के मध्य भाग की घाटी में सर्दी गुज़ारने के लिए दुर्लभ काले गर्दन वाले बगुले उत्तरोत्तर अधिक संख्या में एकत्र हो रहे हैं और वह पूरे विश्व का बगुलों का सर्दी गुज़ारने का सब से बड़ा स्थान बन गया है।

खबर है कि पूरे विश्व के करीब 10 हज़ार काले गर्दन वाले बगुलों में से 8000 सर्द व नम भाग में प्रजनन करते हैं जबकि सर्दी यालूज़ानपू नदी की घाटी की नम भूमि में गुज़ारते हैं। तिब्बत ने स्वायत्त प्रदेश के स्तर पर बगुलों का प्रकृति संरक्षण क्षेत्र स्थापित किया। अब इसे विस्तार के बाद यालूज़ानपू नदी के मध्य भाग की घाटी के बगुलों के प्रकृति संरक्षण क्षेत्र में बदल दिया गया है।

हम आप की सेवा में तिब्बत स्वायत प्रदेश के वीकास और वहां पर्यावरण संरक्षण के बारे में सिलसिलेवार जानकारियां देने की कोशिश जारी रखेंगे । आप का हमारे नियमित कार्यत्रम आज का तिब्बत के सुनने पर हार्दिक स्वागत करते हैं ।हमारे कार्यक्रम के सुनने के साथ साथ आप मधुर तिब्बती गीतों का आनंद भी उठा सकेंगे ।