ढोली सकरा बिहार के दीपक कुमार दास ने सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रमों में समीक्षा करते हुए कहा कि 13 दिसम्बर 2004 को सामायिक वार्ता के अन्तर्गत चीन में वन सुरक्षा और भूमि के संरक्षण पर वार्ता सुनी , चीन सरकार अपने वनों की सुरक्षा के लिए व्यापक रूप में वृक्ष रोप की योजना बनायी है , इस से भारी संख्या में सुधार हो पाया है । इस काम के लिए नई छै परियोजनाओं का गठन किया गया है । इस से बंजर भूमि में भी सुधार किया गया है । इस योजना के तहत वनों का काफी विकास हो रहा है । इस से बड़ी संख्या में आर्थिक लाभ भी हो पाएगा । मुख्य उद्देश्य वन रक्षा की है , जिस से पर्यावरण की व्यापक सुरक्षा हो पाएगा ।
सामायित वार्ता के तहत तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में पर्यटन उद्योग पर चर्चा रोचक एवं सार्थक था । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में पर्यटन विकास पर आयोजित संगोष्ठी में तिब्बत के पर्यटन विकास पर जो चर्चा हुई , वह काफी महत्वपूर्ण था । इस पर्यटन विकास से सीमा व्यापार का अधिक विकास होगा ।आज तिब्बत में लोग विशेष रूचि ले रहे हैं । यहां का पहाड़ , वन और घास मैदान देखने को बनता है , यहां की नदियां कल कल मधुर स्वर के साथ पर्यटकों का दिल जीत लेती है । काश ,मैं भी तिब्बत की यात्रा करता ।
18 दिसम्बर को च्यु ताई को की यात्रा का रिपोर्ट रोचक और ज्ञानवर्धक था । सच में च्युताई को का दृश्य बहुत आकर्षक एवं सुन्दर है , इस की कल्पना स्वर्ग से किया जा सकता है । हरे भरे पेड़ पौधे आकाश में नीली उड़ती बादल देखने को बनता है , मानो स्वर्ग धरती पर उड़ आया है । यहां से छोटी बड़ी झील में कल कल करती पानी की ध्वनी मनमोहित होती है , झीलों के पानी के रंग रंगीन और सफेद हैं , जो लोगों का दिल जीत रहा है । सब से आश्चर्य बात यह है कि च्यु ताई को की जंगलों में दौ सौ से अधिक प्रजातियों के पौधे हैं , जो पर्यटकों को बहुत ही आकर्षित करते हैं ।
बिलासपुर छत्तीसगढ के चुन्नी लाल मासूम ने हमें भेजे पत्र में सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रमों पर यो चर्चा की कि जीवन और समाज के 25 नवम्बर के कार्यक्रम में शीआन पैलेस रेस्तरां में काम करने वाले श्री अनिल जी से आप की बातचीत सुनकर बड़ी खुशी हुई । चीन और शीआन वासियों के विषय में उन का विचार बहुत अच्छा लगा । कृपया बतलाने का कष्ट करें कि शीआन प्रांत की राजधानी शीआन है या शेनशी ।
चुन्नी लाल जी , शीआन शहर चीन का प्राचीन शहर है , जो चीन के इतिहास में कई राजवंशों की राजधानी हो चुका था । आज वह चीन के शेनशी प्रांत की राजधानी है ।
चुन्नी लाल मासूम ने अपने पत्र में यह कामना की है कि नव वर्ष में भारत चीन मैत्री और प्रगाढ़ होगी । 29 नवम्बर को आप से मिले कार्यक्रम में नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्री झबरीमल पारख जी से मिलवाने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यावाद । भारत और चीन के सांस्कृतिक संबंध तथा इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के अध्यापन के विषय में दी गई जानकारी बहुत ही रोचक एवं शिक्षाप्रद लगी । चीन की यात्रा करने वाले हर भारतीय से मिलवा करें ।
पहली दिसम्बर के विज्ञान , शिक्षा और स्वास्थ्य कार्यक्रम में चीन के लोकप्रिय व्यायाम कला ऊसू के विषय में दी गई जानकारी काफी रोचक , ज्ञानवर्धक और उपयोगी लगी । इतनी अच्छी जानतारी के लिए सी .आर .आई को बहुत बहुत धन्यावाद ।
कोआथ बिहार के सुनील केशरी ने हमें लिखे पत्र में कहा कि 15 दिसम्बर को विज्ञान , शिक्षा और स्वास्थ्य कार्यक्रम में हु मिन साहब के विचार सुना , जिस में हु मिन साहब और रिजवान अफताब भाई ने धुम्रपान पर बातचीत की वास्तव में मेरा मन्ना है कि धुम्रपान हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक है और इस में फजुल के पैसे की बर्बादी है । इस गंभीर समस्या से हमें हर पल बचना चाहिए तथा अपने अनमोल जीवन को सुरक्षित रख कर नशीली पदार्थों का सेवन जिन्दगी में कभी नहीं करनी चाहिए , क्योंकि धुम्रपान से खतरनाक रोग कैंसर का जन्म होता है । इस रोग से बचने के लिए नशा जैसी बुरी आदत को हमें बदलना होगा , तभी हम इस समस्या से बच सकते हैं .
श्री सुनील केशरी ने एक दूसरे पत्र में कहा कि श्योथांग द्वारा संपादित श्रोता वाटिका का अंक छै हमें मिल गया है । श्रोता वाटिका अंक छै की मुख्य खासियत ऐसी रही है कि शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के पांच सिद्धांतों की 50 वीं वर्षगांठ की खुशी पर पूर्व भारतीय राष्ट्रपति के .आर. नारायणन से चंद्रिमा और श्याओथांग की साक्षात्कार काफी जानकारी से परिपूर्ण लगा । विश्वविख्यात अभिनेता जैकी छन के बारे में बहुत ही रोचक और दिलचस्प जानकारी से भर कर हमें सी .आर .आई गदगद कर गया और आज का सिकाजे पर छपे लेख और भी महत्वपूर्ण लगा , जब मैं तिब्बती किसानों के बारे में ठोस जानकारी मिला , इतना ही नहीं , सी .आर .आई ने हमारे द्वारा लिखा कविता सुबह उठा वेला मिला को प्रकाशित करके श्रोता वाटिका से जो प्यार हमें मिला है , वह हमें भविष्य में कभी नहीं भूलेंगे और इतने सुन्दर और खुबसूरत श्रोता वाटिका को प्रकाशित कर श्याओ थांग दीदी ने हमारा खुशी से जीत लिया , इस के लिए मैं श्योथांग दीदी के साथ समस्त सी .आर .आई परिवार को हार्दिक बधाई पेश करता हूं ।
आरा बिहार के राम कुमार नीरज ने हमें लिखे पत्र में कहा कि सी .आर .आई हिन्दी सेवा के विशिष्ट कार्यक्रमों से मैं बेहद प्रभावित हूं । चीन की कला संस्कृति से मुझे बहुत लगाव है । भारत और चीन के बीच दिनों दिन प्रगाढ होते रिश्ते से दोनों देशों के बीच व्यापार तथा सूचना तकनीक के आदान प्रदान में काफी सहायता मिली है । अब आप के हिन्दी प्रसारण के माध्यम से दोनों देशों के बीच घटित प्रमुख राजनीतिक अथवा सामाजिक संवादों से परिचय होने का तुरंत मौका मिल जाता है । मैं प्रमुख रूप से प्रातः कालीन सभा का स्थाई श्रेता हूं । प्रतिदिनि के प्रसारित कार्यक्रमों में चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , विज्ञान ,शिक्षा और स्वास्थ्य , खेल जगत , सांस्कृतिक जीवन और आप का पत्र मिला मुझे बेहद पसंद है ।

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