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बेरोजगारों को पुनः रोजगार प्राप्त करने में मदद देना चीन सरकार अपना एक प्रमुख कार्य मानती है। बेरोजगार महिला मजदूरों को फिर से रोजगार दिलाना चीनी महिला संघ की विभिन्न शाखाओं की एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। हाल ही में हमारी संवाददाता क्वांगशी च्वांग स्वायत्त प्रदेश के दौरे पर थीं जहां उन्होंने जाना कि इस स्वायत्त प्रदेश का महिला संघ वहां की बेरोजगार महिलाओं को किस तरह मदद दे रहा है।
क्वांगशी च्वांग स्वायत्त प्रदेश चीन के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है. इसका क्षेत्रफल 23.6 वर्गमीटर है और आबादी है 8 करोड़, 78 लाख, 80 हजार। महिलाएं वहां की आबादी का 8.5 प्रतिशत ही हैं। क्वांग शी चीन के उन 12 प्रांतों में से एक है जहां चीन सरकार की देश के पश्चिमी भूभाग के लिए निर्धारित तीव्र विकास रणनीति का कार्यान्वयन हो रहा है। क्वांग शी स्वायत्त प्रदेश का महिला संघ शहरी महिलाओं को पुनः रोजगार दिलाने के अपने लक्ष्य को बड़ा महत्व देता है। क्वांग शी च्वांग स्वायत्त प्रदेश महिला संघ की अध्यक्ष सुश्री चांग फेई लेन के अनुसारः
आर्थिक रुपांतरण के गहन होने एवं औद्योगिक प्रबंध व्यवस्था में सुधार आने के साथ-साथ, बेरोजगारों की संख्या बढ़ी है। वर्ष 1999 में पूरे स्वायत्त प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या 1 लाख, 20 हजार पाई गई, जिसमें आधे से ज्यादा महिलाएं थीं। बेरोजगार महिला मजदूर एक ऐसा समूह है जिसे विशेष ध्यान व मदद की दरकार है ।स्वायत्त प्रदेश महिला संघ ने इसके मद्देनजर ही शहरी महिलाओं को सरकारी पुनः रोजगार योजना के केंद्र में रखा है ।
स्वायत्त प्रदेश महिला संघ के महिला कल्याण विभाग की प्रधान सुश्री काओ नींग का कहना है, हम बेरोजगार महिला मजदूरों को निरंतर प्रोत्साहित करते हैं। बेरोजगार महिलाओं के लिए हम ने सृजन नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है। बेरोजगार महिलाओं को हम घरेलू सेवा क्षेत्र में नौकरी काम खोजने को प्रेरित कर रहे हैं। उन्हें आसानी से दोबारा रोजगार मिल सके इसके लिए महिला संघ की विभिन्न शाखाएं उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण देकर उनके श्रम कौशल को उन्नत करने में मदद देती हैं। अपूर्ण आंकड़े बताते हैं कि पूरे स्वायत्त प्रदेश में कुल मिलाकर 50 हजार से ज्यादा महिलाएं ऐसा प्रशिक्षण पा चुकी हैं। अनेक ने प्रशिक्षण से सीखी तकनीक पर महारत ही हासिल नहीं की, नया काम भी पाया।
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पूंजी के अभाव में बेरोजगार महिलाओं के लिए खुद कोई धंधा शुरू करना बड़ा कठिन होता है। इस समस्या का हल करने के लिए क्वांग शी च्वांग स्वायत्त प्रदेश महिला संघ ने गांवों में सफलतापूर्वक चल रहे छोटे ऋण वाले उद्यमों का शहरों की बेरोजगार महिलाओं को परिचय दिया और उनकी पुनः रोजगार दिलाने में मदद की।
बेरोजगार महिलाओं को छोटे ऋण लेकर स्वयं उद्यमी बनने की बात समझाने के लिए महिला संघ के कार्यकर्ताओं ने हर मुहल्ले में जाकर उनके बीच ऐसे ऋण के लक्ष्य, अर्थ तथा उससे जुड़ी कार्रवाइयों का प्रचार किया औऱ इसके लिए प्रशिक्षण कक्षाएं चलाईं।
बेरोजगार महिला मजदूरों को फिर से रोजगार खोजने में सहायता देने के उपायों पर शोध के लिए महिला संघ ने सर्वप्रथम क्वांग शी के ल्यू च्ओ नामक उस शहर में प्रायोगिक कार्यक्रम शुरु किया , जहां अनेक राष्ट्रीय कारोबार हैं और बेरोजगारों की संख्या भी खासी बड़ी है। वर्ष 2000 के जनवरी माह में जारी की गई छोटे ऋणों की प्रथम खेप में 36 बेरोजगार महिला मजदूरों ने ऐसे ऋण हासिल किये। इससे उन्होंने शिशुशाला, छात्र-भोजनालय जैसे उद्यम शुरू किये। ल्यू च्ओ म्युनिसिपल सरकार ने इस ऋण योजना को शहर को मजबूत औऱ शहरियों को समृद्ध बनाने की
योजना माना औऱ इसमें 21 लाख, 50 हजार य्वान की धनराशि का निवेश किया। ल्यू च्ओ के महिला संघ ने बेरोजगार महिलाओं को छोटे ऋण लेकर स्वरोजगार विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया । ल्यू च्ओ में आजमाए अपने प्रयोग के सफल होने के बाद क्वांगशी महिला संघ ने उसका पूरे स्वायत्त प्रदेश में प्रचार करने का निर्णय लिया।
क्वांग शी महिला संघ की अध्यक्ष सुश्री चांग फेई लेन ने बताया, महिला संघ ने ग्रामीण महिलाओं को 1999 से छोटे ऋण देकर उनकी गरीबी दूर करने का जो प्रयास शुरू किया था बाद में उसके सफल अनुभवों को अपनाकर स्वायत्त प्रदेश के ल्यू च्ओ ही नहीं नान निंग, क्वे लिन आदि 11 शहरों की बेरोजगार महिलाओं की मदद की। वर्ष 2003 के मार्च के अंत तक स्वायत्त प्रदेश कुल 82 लाख, 6 हजार य्वान की धनराशि एकत्र कर 1 करोड़, 45 लाख, 70 हजार य्वान के छोटे ऋण बेरोजगार महिलाओं को दे चुका था। इससे 3665 महिला मजदूरों ने पुनः रोजगार पाया और 20 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए।
दोस्तो, यहां हम 北海 शहर की सिर्फ सात बेरोजगार महिला मजदूरों का उदाहरण ले रहे हैं। पेइहाए के एक डिपार्टमेंट स्टोर से बेरोजगार होकर निकलीं इन सात महिलाओं ने महिला संघ से 35 हजार य्वान का ऋण लेकर एक थोक दुकान खोली जो धीरे-धीरे बढ़कर बाजार में बदल गई। आज उनका मासिक व्यवसाय पहले के 1.5 लाख य्वान से बढ़कर 3 लाख य्वान तक जा पहुंचा है।
छोटे ऋण की बड़ी भूमिका के बारे में स्वायत्त प्रदेश की महिला संघ की अध्यक्ष सुश्री चांग फेई लेन ने कहा, छोटे ऋण ने न केवल बेरोजगार महिलाओं को पुनः रोजगार पाने में मदद दी, इन महिलाओं की रोजगार संबंधी विचारधारा भी परिवर्तित कर दी है। इससे सरकार व उनके बीच संबंध भी घनिष्ठ हुआ। छोटे ऋण के बेरोजगारों को पुनः रोजगार पाने में सहायता देने की विभिन्न स्तरों की सरकारों के संबंधित विभागों ने भी पुष्टि की है और इसे समाज के विभिन्न तबकों ने भी सराहा है।
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