• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2005-07-07 09:30:14    
 चीन का वैदेशिक हान भाषा शिक्षा कार्य

cri

चीन का वैदेशिक हान भाषा शिक्षा कार्य का अर्थ चीन में आने वाले विदेशी छात्रों को हान भाषा की शिक्षा देना है। गत शताब्दी के पांचवें दशक के शुरू में छिंग ह्वा विश्वविद्धालय ने पूर्वी यूरोपीय और चीनी छात्रों की अदला-बदली के तहत हान भाषा की विशेष कक्षा के जरिए पूर्वी यूरोप से आने वाले विदेशी छात्रों के पहले जत्थे को हान भाषा की शिक्षा देने का कार्य निभाया था।

गत 1952 में पेइचिंग विश्वविद्यालय में स्थानांतरण के बाद एशिया के चीन के पड़ोसी देशों के छात्रों के बढ़ने के कारण इस कक्षा का नाम विदेशी छात्रों की हान भाषा कक्षा में बदला। वियतनामी जनता के फ्रांस विरोधी संघर्ष को समर्थन देने के लिए 1952 से गत 1957 तक नाननिंग व क्वेलीन शहरों में चीनी भाषा स्कूल, चीन में आनेवाले वियतनामी छात्रों के लिए हान भाषा की विशेष कक्षाएं आदि कायम हुईं। गत 1960 में तत्कालीन पेइचिंग विदेशी भाषा कालेज में अफ़्रीकी छात्रों के लिए अफ़्रीकी प्रशिक्षार्थी कार्यालय कायम हुआ। गत 1962 में चीन में आने वाले विदेशी छात्रों को हान भाषा की शिक्षा देने के लिए एक अलग विदेशी प्रशिक्षार्थी स्कूल कायम हुआ जो वर्तमान पेइचिंग भाषा विश्वविद्यालय का पूर्ववर्ती था। इन कक्षाओं-स्कूलों में हान भाषा सीखने पहले की तैयारी पढ़ाई होती थी।

गत शताब्दी के सातवें दशक के शुरू में संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन का कानूनी स्थान बहाल हुआ और जापान, पश्चिमी यूरोप आदि बहुत से देशों ने चीन के साथ राजनयिक संबंध कायम किये। इस के बाद 40 से अधिक देशों ने चीन में अपने शिक्षार्थी भेजे। देश के उच्चस्तरीय शिक्षालयों में भरती का काम बहाल हुआ तो पेइचिंग भाषा कालेज की 1973 में पुनर्स्थापना हुई। इस के बाद पेइचिंग शहर और अन्य प्रांतों व शहरों के उच्च स्तरीय शिक्षालयों ने भी विदेशी छात्रों को स्वीकार करना शुरू किया। गत 1975 में पेइचिंग भाषा विश्वविद्यालय प्रायोगिक रूप से कायम हुआ और 1978 में उस ने विदेशी छात्रों को हान भाषा की स्नातक उपाधि के लिए शिक्षा देनी शुरू की।

गत 1982 के अप्रैल में पेइचिंग भाषा कालेज की स्थापना की पहली तैयारी बैठक हुई। इसमें वैदेशिक हान भाषा शिक्षा कार्य के सुझाव की लोगों ने सर्वसम्मति से पुष्टि की और माना कि इस ने न सिर्फ़ चीन की अल्पसंख्यक जातियों और विदेशों की द्वितीय भाषा की शिक्षा की समानता ज़ाहिर की है बल्कि इसकी शिक्षा पाने वालों और उन के सीखने व रहने के पर्यावरण की अलग विशेषता भी ज़ाहिर की है। बैठक ने सर्व सम्मति से हान भाषा की शिक्षा देने वाली वैदेशिक सोसाइटी का नाम चीनी शिक्षा सोसाइटी की हान भाषा की शिक्षा के अनुसंधान का वैदेशिक संघ रखने पर सहमति व्यक्त की। बाद में यह चीनी वैदेशिक हान भाषा शिक्षा संघ कहलाने लगा। जिस का अंग्रेज़ी में नाम आल चाइना एसोसेएशन फ़ार टीचिंग चाइनीज़ एज़ फ़ोरेन लैंग्वेज़ है।