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(GMT+08:00) 2005-06-23 10:18:59    
प्यानो द्वीप कू लांग यू का चर्चित प्यानो संग्रहालय

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प्रिय दोस्तो , पहले हम आप को बता चुके हैं कि दक्षिणी चीन के समुद्रतटीय शहर शा मन के एक ऐसे स्थल में समुद्री लहरों के बीच प्यानो सुना जा सकता है। क्यों कि इस के 17 हजार वर्गकिलोमीटर से कुछ अधिक क्षेत्र में बीस हजार से भी कम आबादी के बीच यहां पांच सौ से अधिक प्यानो हैं, यानी औसतन यहां के हर 40 निवासियों के पास एक प्यानो है। यह आंकड़ा चीन में ही नहीं, विश्व में भी कम दिखता है। इस के मुख्य कारण है कि कू लांग यू द्वीप का प्यानो के साथ रिश्ता 19 वीं शताब्दी के मध्य काल में तब जुड़ा जब ईसाई धर्म का यहां प्रचार-प्रसार शुरू हुआ। इससे धीरे-धीरे द्वीप के स्थानीय निवासियों के बीच पश्चिमी संगीत का प्रचार-प्रसार होने लगा।

आज कू लांग यू द्वीप में बहुत से ऐसे परिवार देखे जा सकते हैं, जिन के अधिकतर सदस्य प्यानो बजाने में निपुण हैं या फिर संगीतज्ञ हैं ।

लम्बे अर्से से संगीत के प्रभाव के चलते ही शायद कू लांग यू द्वीप में वाहनों का शोरगुल नहीं मालूम देता और समुद्री हवा, लहरों व प्यानो की ही आवाज सुन पड़ती है। कू लांग यू की रौनक व चहल-पहल भरी सड़कों पर भी शोर नहीं सुनाई पड़ता, बल्कि एक अपूर्व शांति का आभास होता है। सड़कों के किनारे पर खड़ी दुकानों के मालिक बड़े आराम से अपनी दुकान में बैठे चुपचाप सड़क से गुजरती भीड़ को देखते हैं और जब लोग उनकी दुकान में प्रवेश करते हैं, तो वे तुरंत उठ खड़े होकर उनका स्वागत करते हैं।

कू लांग यू द्वीप का प्यानो संग्रहालय भी बहुत चर्चित है। एक पहाड़ की तलहटी में स्थापित यह संग्रहालय वर्तमान चीन का ऐसा अकेला संग्रहालय है, जहां ब्रिटेन , फ्रांस , जर्मनी , अमरीका, औस्ट्रिया और औस्ट्रेलिया आदि देशों के 70 से ज्यादा दुर्लभ प्यानो प्रदर्शित हैं।

मित्रो, अब हम आप को बताना चाहते हैं कि इस प्यानो संग्रहालय में अमरीका द्वारा 1836 में निर्मित एक स्वचालित प्यानो भी अच्छी तरह सुरक्षित है । प्यानो संग्रहालय की गाइड सुश्री फान श्वांग येन ने इस स्वचालित प्यानो का परिचय देते हुए कहा कि तब के खानदानी अमीरों की उन बेटियों के लिए इस प्रकार के प्यानो तैयार किये जाते थे, जिन्हें प्यानो बजाना बिल्कुल नहीं आता था। इस प्रकार का प्यानो बजाने में दोनों हाथों से उसके परदे दबाने की जरूरत नहीं होती, बल्ति वादक अपने पैरों के जरिये ही प्यानो से मधुर धुन निकाल सकता है। बेशक, यह खुद के मनोरंजन का एक अच्छा साधन है।

स्वचालित प्यानो के अतिरिक्त इस संग्रहालय में और बहुत से मूल्यवान प्यानो भी सुरक्षित हैं। इनमें 19 वीं शताब्दी के मध्य काल में जर्मनी में हाथी दांत से बना प्यानो, विश्व का सब से विशाल चौकोना प्यानो आदि शामिल हैं। यहां सुरक्षित बेशकीमती प्यानो पर्यटकों को मोहे रखते हैं। पर्यटक सुश्री वेइ यू यू ने कहा कि मैं संगीत शास्त्र की छात्रा हूं। मुझे प्यानो से विशेष लगाव है। आज मुझे प्यानो के बारे में इतनी अधिक जानकारी पा कर बड़ी खुशी हुई। इस प्यानो संग्रहालय में मैं ने जो कुछ देखा,सुना व सीखा, वह मेरे लिए बहुत मूल्यवान है। कू लांग यू द्वीप की यात्रा मेरे लिए एक बड़ा सुखद और अविस्मरणीय अनुभव है।