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(GMT+08:00) 2005-06-16 16:05:06    
तिब्बती देशबंधु वर्ष 2008 के पेइचिग औलिंपियाड के समर्थक हैं

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वर्ष 2008 के पोइचिग ओलिंपियाड की तौयारी जोरशोर से चल रही है । यहां बता दें कि हाल ही में हमारी संवाददाता को सुश्री चीचा के साथ बातचीत करने का मौका मिला। सुश्री चीचा तिब्बती हैं और तिब्बती स्वायत्त प्रदेश के खेलकूद विभाग के प्रधान हैं । उन्हें इस नेतृत्वकारी पद पर काम करते हुए अनेक वर्ष हो चुके हैं। हमारी संवाददाता के साथ बातचीत में सुश्री चीचा का कहना था कि इस समय तिब्बत स्वायत्त प्रदेश भी वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपियाड के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। हम तिब्बती वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपियाड का पूरा समर्थन करते हैं। सुश्री चीचा ने कहा कि इधर के वर्षों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में एक के बाद अनेक खेल स्कूल कायम किये गये हैं। इन स्कूलों के बहुत से छात्र वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपियाड में भाग लेंगे। मित्रो, हाल ही में हम ने आप को खबर दी कि चीन की चुमुलांगमा चोटी के नाप दल के बीसेक सदस्यों ने विश्व की सब से ऊंची चोटी इस चोटी पर चढ़ कर चीन लोक गणराज्य के पांच तारे वाले लाल झंडे को बड़ी शान से फहराया । इस का आंखों देखा हाल देश-विदेश में प्रसारित किया गया। विश्व की सब से ऊंची चोटी चुमुलांगमा ने अपनी बाहें फैला कर उन का स्वागत किया। यह सुन्दर दृश्य देख कर देश-विदेश के कितने ही लोगों की आंखों में खुशी के आंसू आ गये। हे, चुमुलांगमा देवी हम तुम्हारे आभारी हैं। सुश्री चीचा के अनुसार इस बार 4 तिब्बती बंधुओं ने विश्व की सब से ऊंची चोटी चुमुलांगमा पर चढ़ कर इस चोटी की ऊंचाई की नाप शुरू की। उन के नाम हैं भाई चापू , भाई फूपू ,आवनकीथून और भाई दोचीकशान ।सुश्री चीचा का कहना है कि वे सब तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के खेल स्कूल के छात्र हैं। वे सब तिब्बत का गौरव हैं। खेल स्कूल में उन्हें अच्छी शिक्षा मिली हैं। अब वे वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपियाड में भाग लेने की कोशिश कर रहे हैं। हम अपने तिब्बती भाइयों चापू , फूपू , आवनकीथून और दोचीकशान को सलाम करते हैं । आप ने जो कुछ किया,बहुत अच्छा है । मित्रो क्या आप जानना चाहते हैं कि तिब्बती भाषा में अच्छा कैसे बोलते हैं । तिब्बती लामा थूतान हमारे नियमित कार्यक्रम आज का तिब्बत के जरिये हमें तिब्बती भाषा सिखायेंगे ।तिब्बती लामा थूतान के अनुसार तिब्बती भाषा में याखूदू का अर्थ है अच्छा। यहां बता दें कि वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपिक का प्रमुख नारा इस जून के उत्तरार्ध में घोषित होगा।पेइचिंग ओलिंपिक आयोजन समिति ने 6 मई को पेइचिंग में घोषणा की कि वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलिंपिक का मुख्य नारा 26 जून को पेइचिंग में आयोजित होने वाले तीसरे पेइचिंग ओलिंपिक सांस्कृतिक उत्सव के उद्घाटन समारोह में औपचारिक रूप से घोषित किया जाएगा । पेइचिंग ओलिंपिक आयोजन समिति के उप कार्यकारी अध्यक्ष चांग यो शू ने बताया कि पेइचिंग ओलिंपिक का मुख्य नारा ओलिंपिक परिवार की भावना और चीन में आयोजित ओलिंपिक की विशेषता प्रतिबिंबित होगा ।ध्यान रहे हर ओलिंपिक का एक मुख्य नारा है । मसलन वर्ष 2004 के एथेंस ओलिंपिक का मुख्य नारा घर वापस लौटना का स्वागत है। तीसरा पेइचिंग ओलिंपिक सांस्कृतिक उत्सव जून से जुलाई तक पेइचिंग में होगा ।आधुनिक ओलिंपिक के एक परंपरागत विषय के नाते ओलिंपिक सांस्कृतिक उत्सव ओलिंपिक के मेजबान द्वारा अपनी संस्कृति दिखाने का महत्वपूर्ण तरीका है ।तीसरे पेइचिंग ओलिंपिक सांस्कृतिक उत्सव के दौरान पहली बार पेइचिंग अंतरराष्ट्रीय खेल फिल्म वीक का आयोजन करेगा । यहां बता दें कि जून माह के लिए हम ने अपने नियमित कार्यक्रम आज का तिब्बत में आप के लिए चार सुन्दर कार्यक्रम तैयार किये हैं । उल्लेखनिय बात है कि तिब्बती जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू ने हाल ही में अमरीका समेत अनेक देशों की सफल यात्रा की । छै जून को हमारी संवाददाता को पेइचिग में तिब्बती जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू के साथ बातचीत करने का मौका मिला ।बातचीत में हमारी संवाददाता ने तिब्बती जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू से पूछा कि क्या आप वर्ष 2008 के पेइचिग ओलिंपियाड का पूरा समर्थन करते हैं । तो तिब्बती जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू ने खुशी खुशी बताया कि वे वर्ष 2008 के पेइचिग ओलिंपियाड का पूरा समर्थन करते हैं । और तो और हमारी संवाददातात के अनुरोध पर जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू ने वर्ष 2008 के पेइचिग ओलिंपियाड के लिये विशेष रूप से प्रार्थना की । उन की आवाज़ से हमें शक्ति ही नहीं विश्वास भी मिले हैं ।जीवित बुद्ध कोसीखछेछीचीमू हमारे कार्यकक्रम आज का तिब्बत के जरिये आप को तिब्बती भाषा सिखायेंगे ।मित्रो क्या आप जानना चाहते हैं कि तिब्बती भाषा में नमस्ते और शुभकामना कैसे बोलते हैं, तो हमारे नियमित कार्यकक्रम आज का तिब्बत सुनना न भूलें । हम आप की अच्छी सेवा करेंगे। मित्रो क्या आप तिब्बती भाषा सीखना चाहते हैं। हम ने आप को तिब्बती भाषा सिखाने के लिए अनेक कार्यक्रम तैयार किये हैं। हमारे तिब्बती बंधु हमारे नियमित कार्यक्रम आज का तिब्बत में आप को तिब्बती सिखायेंगे। नौ फरवरी को हमारे तिब्बती बंधु अपना वसंत दिवस मनायेंगे। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में इन दिनों खुशी ही खुशी नज़र आ रही है। शायद आप जानना चाहेंगे कि तिब्बती भाषा में नये वर्ष की शुभकामना कैसी व्यक्त की जाती है ।तो सुनिए हमारा नियमित कार्यक्रम आज का तिब्बत । इसमें तिब्बती लामा आप को तिब्बती भाषा सिखायेंगे और इसे सीखने में आप को मदद देने के लिए हम अपने कार्यक्रम में आपको सुन्दर व मधुर तिब्बती गीत भी सुनवायेंगे। इनमें नव वर्ष मंगलमय हो नामक गीत भी होगा। मित्रो, क्या आप जानना चाहते हैं कि तिब्बती भाषा का इतिहास कितना पुराना है। दरअसल तिब्बती भाषा का इतिहास कोई हजार वर्ष पुराना है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के स्कूलों में तिब्बती भाषा के पाठ्यक्रम हैं और वहां तिब्बती में पत्र-पत्रिकाएं भी उपलब्ध हैं। इसके साथ ही तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के रेडियो व टेलिविजन स्टेशनों द्वारा तैयार किये गये तिब्बती कार्यक्रम भी बहुत लोकप्रिय हैं। हमारे बहुत से तिब्बती बंधु इस काम में लगे हुए हैं। श्रोता दोस्तो, यहां बता दें कि इधर के वर्षों में चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के बारे में जानकारी देने वाली एक वेबसाइट भी बहुत लोकप्रिय हुई है। श्रोता दोस्तो, इधर के वर्षों में हमारे कार्यक्रम आज का तिब्बत को आप का भरपूर समर्थन मिला है । आपको धन्यवाद देने के लिए हम ने एक सुन्दर उपहार तैयार किया है। यह उपहार इस वर्ष का सुन्दर कैलेंडर है जिस में मुर्गे का सुन्दर चित्र अंकित है। यहां बता दें कि इस वर्ष चीनियों के लिए कुक्कुट वर्ष है। इसीलिये इस कैलेंडर के लिए मुर्गे का चित्र चुना गया। दोस्तो, हमें भेजे पत्रों में अपना पता साफ़-साफ लिखें। हमें आप के पत्रों का इंतजार है। चीन के रेल मंत्री श्री ल्यू चे च्वीन ने पेइचिंग में चल रहे राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के तीसरे अधिवेशन में भाग ले रहे तिब्बत स्वयात्त प्रदेश के प्रतिनिधि मंडल के साथ सरकारी रिपोर्ट पर विचार विमर्श के दौरान कहा कि छिंगहाए से तिब्बत तक का रेल मार्ग पर पटरी बिछाने का कार्य इस साल के अन्त तक पूरा कर लिया जाएगा, अगले वर्ष के जुलाई को रेल मार्ग को प्रायोगी तौर पर यातायात में लाया जाएगा। श्री ल्यू ने कहा कि इस रेल मार्ग का निर्माण पूरा हो जाने से वह तिब्बत पूरे देश के प्रांतों, स्वायत्त प्रदेशों व केन्द्र शासित शहरों के साथ आर्थिक, सांस्कृतिक आवाजाही बढ़ाने और तिब्बती जनता के जीवन स्तर को उन्नत करने व सामाजिक व आर्थिक विकास को प्रेरणा देने में सकारात्मक भूमिका अदा करेगा।