श्री गू छांग वेइ चीनी फिल्म जगत में बहुत मशहूर हैं। वे चीन के पहले कैमरामैन माने जाते हैं। कुछ समय पूर्व उनके द्वारा निर्देशित फिल्म "मोर" ने चीनी दर्शकों की वाहवाही हासिल की और इस वर्ष जर्मनी की राजधानी बर्लिन में आयोजित फिल्मोत्सव में रजत पदक जीता ।
वर्ष 1993 में मशहूर चीनी फिल्म निर्देशक चांग यी मों द्वारा निर्देशित फिल्म "रानी से राजा की विदाई" ने 46वें कान फिल्मोत्सव में स्वर्ण पदक हासिल किया। श्री गू छांग वेइ इस फिल्म के कैमरामैन थे। इस तरह श्री गू छांग वेइ ने फिल्म जगत के सर्वश्रेष्ठ ओस्कर पुरस्कार में फ़ॉटोग्राफ़ी के लिए नामांकन हासिल किया। इस के बाद श्री गू छांग वेइ ने हॉलीवुड में पांच साल काम किया औऱ इस दौरान तीन अमरीकी फिल्मों और तीन चीनी फिल्मों की शूटिंग की।
अमरीका में गू छांग वेइ ने सब से पहले जिस फिल्म की शूटिंग की वह थी "दि जिंजरब्रेड मैन"।इस में एक वकील की कहानी कही गयी थी। दूसरी फिल्म थी "हर्ली बर्ली" जो एक मनोरंजक फिल्म थी। श्री गू छांग वेइ ने बताया कि वे विभिन्न किस्मों की फिल्मों की शूटिंग सीखने के लिए अमरीका गए। उन का मानना है कि मानवीय भावना एक जैसी होती है। अमरीका की अच्छी फिल्में चीनी दर्शकों को पसंद हैं और अच्छी चीनी फिल्में अमरीकियों को। गू छांग वेइ ने कहा कि उनका अमरीकी फिल्म जगत के अपने सहकर्मियों के साथ अच्छा सहयोग रहा और उन्होंने अमरीकी साथियों से बहुत कुछ सीखा। अमरीका से कई साल बाद श्री गू छांग वेइ स्वदेश लौटे।
श्री गू छांग वेइ पूरी संजीदगी से काम करते हैं। वे फिल्म को अपने बच्चे की तरह प्यार करते हैं। शूटिंग के समय वे बहुत लगन से सोचते हैं औऱ एक तरफ़ फिल्म निर्देशक की भावना व शैली को समझने की कोशिश करते हैं तो दूसरी तरफ़ फिल्म की पटकथा के बारे में सोचते हैं। इस तरह वे फिल्म निर्देशकों को उनकी आवश्यकता की चीजें प्रदान करते हैं और फिल्म निर्देशकों के लिए ज्यादा से ज्यादा गुंजाइश रखने की यथासंभव कोशिश करते हैं। श्री गू छांग वेइ ने कहा कि फिल्म उन के लिए पेशा ही नहीं, जीवन भी है। उन्हें फिल्मों की शूटिंग का वातावरण बहुत पसंद है। उन के लिए फिल्मों की शूटिंग बचपन के खेलों की तरह है । वे बड़े होकर भी एक कलात्मक खेल का मजा ले रहे हैं। फिल्म की अपनी खोज की चर्चा में श्री गू छांग वेइ ने कहा
" किसी फिल्म का मूल्य उस के पुरस्कार प्राप्त करने में नहीं होता। मेरे विचार से एक अच्छी फिल्म वही होती है, जिसे सालों बाद फिर देखने की जिज्ञासा हो और जिसका कई सालों तक दर्शक ज़िक्र करते रहें। अच्छी फिल्म के आकलन का मेरा यही मापडंद है। इसलिए एक अच्छी फिल्म की शूटिंग बहुत मुश्किल होने के बावजूद मैं इसकी कोशिश करता हूँ।"
श्री गू छांग वेइ बहुत शर्मीले हैं। वे लोगों का ध्यान अपने ऊपर केंद्रित होना पसंद नहीं करते। उन की फिल्म "मोर" के प्रदर्शन के बाद विशेषकर उसे पुरस्कार मिलने के बाद गू छांग वेइ लोकप्रिय हुए और अक्सर मीडिया में बने रहे। पर यह श्री गू छांग वेइ को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कहा कि उन की अधिकार पाने की जिज्ञासा नहीं है। फिल्म की शूटिंग करते हुए वे एक सर्वश्रेष्ठ रचना की खोज में लगे रहते हैं पर साधारण जीवन बिताना चाहते हैं।
श्री गू छांग वेइ की पत्नी च्यांग वन ली चीन की मशहूर अभिनेत्री है और चीनी फिल्मों व टी.वी. धारावाहिकों में अक्सर नज़र आती हैं। श्री गू छांग वेइ अपना परिचय च्यांग वन ली के पति के रूप में दिये जाने पर कहते हैं
"मेरा विचार है कि सब से महत्वपूर्ण बात अपने आप को,अपने परिवार को और अपने विवाह को एक साधारण व्यक्ति की दृष्टि से देखना है। हम जीवन की साधारणता में ही उसका अर्थ महसूस कर सकते हैं।"
अपने भविष्य के बारे में श्री गू छांग वेइ ने कहा कि वे सिनेमैटोग्राफ़र भी बने रहेंगे हैं और फिल्म निर्देशन भी करना चाहेंगे। भविष्य के लिए कोई लक्ष्य न होना कोई अच्छी बात नहीं है। उन के लिए हर किसी के लिए अपना लक्ष्य साकार करना सबसे महत्वपूर्ण होना चाहिए। लोग अपना लक्ष्य साकार करने की प्रक्रिया में विशेष आनंद महसूस करते हैं।
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