चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री ल्यू च्यान-छाओ ने 7 तारीख को पेइचिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जापान सरकार इतिहास पर नजर डालने से डरती है और इस पर परदा डालने के लिए दिमाग खपाती रहती है। इसके परिणाम में जापान के आक्रमणकारी इतिहास का और परदाफाश हो रहा है।
श्री ल्यू ने संवाददाताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि जापानी नेता और संबंधित जापानी अधिकारी यासुकुनि मंदिर के दर्शन और इतिहास के सवाल पर जो गलत रुख दिखाते हैं, वह इतिहास को खारिज करता है, चीन इस का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि यासुकुनि मंदिर में सुदूर पूर्व की फौजी अदालत के ए दर्जे के उन युद्ध अपराधियों की तख्तियां रखी हैं, जो जापानी सैन्यवाद के प्रमुख अपराधी थे। जापानी नेता यासुकुनि मंदिर के दर्शन करने के लिए जाने से सिद्ध होता है कि वे आक्रमणकारी इतिहास को खारिज करते हैं, हालांकि यह सर्वविदित है।
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