चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री ल्यू च्यान-छाओ ने 7 तारीख को पेइचिंग में कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों में जी-चार देशों द्वारा पेश की गई सुधार की योजना को लेकर बड़ा मतभेद है। इस दशा में चीन ने सभी देशों से अपील की है कि वे परामर्श व सहमति के सिद्धांत पर डटे रह कर पूर्ण, लोकतंत्रिक और स्वच्छ वाद-विवाद के माध्यम से सभी पक्षों के हित में व्यापक समर्थन वाली योजना की खोज करें।
श्री ल्यू ने चीनी विदेश मंत्रालय के संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए चीनी विदेश मंत्री श्री ली चाओ-शिंग के हवाले से कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सुधार सभी सदस्य देशों के समान हित में है, साथ ही सभी सदस्य देशों के अपने हित से भी संबंधित है। इस सवाल के समाधान के लिए लोकतंत्र का विस्तार किया जाना चाहिए, पूर्ण सलाह-मशविरा किया जाना चाहिए और व्यापक तौर पर मतैक्य प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। चीन का मानना है कि जब तक सुरक्षा परिषद के सुधार के बारे में मतैक्य नहीं हो जाता, तो जी-चार का तुरंत मतदान के लिए ढांचागत प्रस्ताव का मसौदा पेश करना, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की एकता के प्रतिकूल है। इस से संयुक्त राष्ट्र के सुधार के उद्देश्य का उल्लंघन होता है और आखिरकार विकासशील देशों के हित को हानि पहुंच सकती है।
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