बहराइच उत्तर प्रदेश के शब्बन खान गुल ने हमें भेजे पत्र में कहा कि हमें प्रसन्नता है कि आप द्वारा भेजे पत्र हमें मिल रहे हैं। आप के पत्रों से साबित होता है कि आप लोग अपने श्रोताओं का बहुत ध्यान रखते हैं । आप भविष्य में भी इसी तरह संवाद का रिश्ता बनाए रखेंगे । जब हमें आप का पत्र मिलता है ,तो बहुत प्रसन्नता होती है । हम तो सी.आर.आई के सभी कार्यक्रम नियमित व बड़ी रूचि से सुनते हैं । कई बार सी .आर .आई द्वारा जारी हिन्दी वेबसाइट को भी देखा , वाकई वेबसाइट भी बहुत ही उपयोगी और उत्कृष्ट है । इतनी अच्छी वेबसाइट जारी करने के लिए आप सब को हार्दिक धन्यावाद ।
तिब्बत के बारे में रिपोर्ट सुन कर ऐसा लगता है कि हम तिब्बत का स्वयं भ्रमण कर रहे हों । अन्य सभी कार्यक्रम बहुत ही रोचक, ज्ञानवर्धक और प्रमाणिक होते हैं ।
सी .आर.आई हिन्दी सेवा आज मेरी पहली पसंद बन चुकी है । प्रतिदिन सुने बिना हमें चैन नहीं पड़ता है । आप के सभी कार्यक्रमों को हम नियमित और बड़े चाव से सुनते हैं । कार्यक्रम रोचक , ज्ञानवर्धक और रूचिपूर्ण होते हैं ।आप सब की प्रस्तुति तो बहुत ही अच्छी होती है रविवार को चीनी गीत संगीत के बोल व अर्थ तो समझ में नहीं आता , पर धुन इतनी मधुर होती है कि हमें भाव विभोर कर देती है । चीनी संगीत मेरे मन में इंद्रधनुष सा सप्तरंगी आभा बिखेर देता है ।
पत्रिका श्रोता वाटिका को पढ़ना अपने आप में अलग ही आनंद का अनुभव कराती है । मेरा अनुरोध है कि आप श्रोता वाटिका में पत्र मैत्री स्तंभ की जरूर शुरूआत करें , ये स्तंभ बहुत ही उपयोगी साबित होगा । सी .आर .आई के माध्यम से ही हमें जानकारी हुई है कि भारत चीन की मैत्री दो हजार वर्ष पुरानी है , ये तो गर्व और प्रसन्नता की बात है । हम सी .आर .आई परिवार को हार्दिक बधाई देते हैं ।
रामपुरफुल पंजाब के बलवीर सिंह ने हमें लिख कर यह बताया है कि तीस अक्तूबर को मैं ने केबल टीवी पर एक चीनी फिल्म टाइम वार्रिओर्स देखी , जो कि हिन्दी में डब करके दिखाई गई । बहुत अच्छी लगी , फिल्म के हीरो चांग तथा हीरोइन की भूमिका बहुत पसंद आई । पूरी फिल्म बेहद दिलचस्प लगी ।
मेरा रेडियो सैट खराब हो गया है , सो फिलहाल प्रोग्राम सुनने में कठिनाई आ रही है , क्योंकि हमारे छोटे शहरों में अच्छे एच आई—एफ आई रिसीवर उपलब्ध नहीं होता है । हमारे यहां केबल टीवी पर लगभग 57 चैनल दिखाये जाते हैं , उन में से कई चैनलों पर विदेशी फिल्में हिन्दी में डब करके दिखाई देती है । चीन में मेरी विशेष रूचि है , साथ साथ रेडियो बीजिंग का पुराना श्रोता होने के कारण चीनी फिल्में भी मुझे बहुत अच्छी लगती है ।
हिसार हरियाणा के राम चांदर गलहोत ने सी .आर .आई को भेजे पत्र में कहा कि मैं आप का एक नियमित श्रोता हूं और आप के कार्यक्रम नियमित रूप से सुनता हूं । वास्तव में चीन एक महा शक्ति है और अगले कुछ सालों में यह बात सच साबित होगी । आप ने मुझे चीन के संकटग्रस्त वन्य प्राणियों के चित्र भेजे हैं , इस के लिए धन्यावाद । मैं ने कई बार आप को अपने बारे में बताया था कि मैं एक पर्यावरण संस्था का संचालक हूं । मैं ने आप से चीन के संकटग्रस्त वन्य प्राणियों के चित्र भेजने को कहा था , जो बहुत अच्छे थे । आशा है कि आप आगे भी इन्हें भेजते रहेंगे , मेरी आप से विनती है कि चीन के पर्यावरण संबंधी पुस्तकें भी आप भेज सकते हो , तो भेजे।
चीन सरकार द्वारा तिब्बत के लिए किए गए पर्यावरण सुधार कार्यक्रमों की हम सराहना करते हैं ।यह एक अच्छा प्रयास है । आशा है कि चीन सरकार आगे भी ऐसे कार्यक्रम चलाएगी ।
सी .आर .आई आने वाले समय में एक सशक्त माध्यम के रूप में स्थापित हो जाएगा , आप ने अपने उत्कृष्ट कार्यक्रमों एवं लोकोपकारी कार्यों की वजह से बी बी सी को पीछे छोड़ दिया है एवं आने वाले समय में सी . आर .आई और ज्यादा उन्नति करेगा ।
सिवान बिहार के मौंलवी कुद्दुश अंसारी ने अपने पत्र में कहा कि मैं यह पत्र बहुत दुख के साथ लिख रहा हूं कि जिस क्लब से सी .आर .आई के श्रोता जुड़े हैं , उस क्लब को न आज तक श्रोता वाटिका प्राप्त हुआ और नहीं प्रतियोगिता की प्रश्नावली , जिस से हम लोग सी .आर .आई के कार्यक्रम में शामिल हो सकें । हम अपने सी .आर .आई से जुड़े क्लब को प्रतियोगिता के प्रश्नावली ला कर दिया , तो उन्हों ने यानी उस के सचिव महोदय ने हमें और दो चार लड़कों को प्रश्न हल करने को दिया और सी .आर .आई की नए चीन की 55 वीं जयंती की प्रतियोगिता में भाग लेनेको बोले । हमारा क्लब आजाद लाइब्रेरी क्लब है , जो भी सी .आर .आई के श्रोता है , उसी क्लब में बैठ कर कार्यक्रम सुनते हैं और अपना विचार विमर्श करते हैं ।
मौंलवी कुद्दुश अंसारी जी , आप का पत्र पाकर हम ने आप के नाम पता पर श्रोता वाटिका आदि कुछ सामग्री भेजी है , आशा है कि आप को अब प्राप्त हुई होगी । आप लोगों ने सी .आर .आई कार्यक्रम और ज्ञान प्रतियोगिता में भाग लेने की बड़ी कोशिश की है , इस के लिए हम आप लोगों के आभारी है । हमें विश्वास है कि हमारे दोनों तरफ की उभय कोशिश से हमारे बीच की दोस्ती जरूर बढ़ जाएगी । हम आप के नए पत्रों के इंतजार में हैं ।

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