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(GMT+08:00) 2005-05-09 14:29:19    
चीन की सांस्कृतिक विरासत संरक्षण परियोजना में प्रगति

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दो साल पूर्व चीन ने "सांस्कृतिक विरासत संरक्षण परियोजना"शुरू की जो अब तक खासी महत्वपूर्ण प्रगति हासिल कर चुकी है।

चीन विविध लोक संस्कृति वाला महान देश है। चीन में लोक संस्कृति का इतिहास बहुत पुराना है। यह लोक संस्कृति परम्परागत साहित्य व इतिहास से भिन्न है। यह आम लोगों के सामान्य जीवन का अंग है और जातीय व क्षेत्रीय विशेषता लिये होती है। ऐतिहासिक कारणों से एक लम्बे अरसे तक चीन में लोक संस्कृति को काफी महत्व नहीं दिया जा सका और चीनी समाज के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में इसकी कई किस्मों का संरक्षण व विकास नहीं हो पाया। कुछ मूल्यवान लोककलाएं उनके कलाकारों के देहांत के बाद लुप्त हो गयीं और अनेक शास्त्रीय कलाएं भी अपनी पोषक भूमि के नष्ट होने से धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं। इसे देखते हुए दो साल पूर्व चीनी लोक कलाकार संघ ने औपचारिक तौर पर " सांस्कृतिक विरासत संरक्षण परियोजना" शुरू की। मशहूर विद्वान और चीनी लोक कलाकार संघ के उप प्रधान चीन की अल्पसंख्यक नाशी जाति के बाई गङ शङ कहते हैं

"पिछले 50 सालों में हम ने लोक कलाओं की परवाह नहीं की। अब प्रगतिशील संस्कृति के निर्माण के दौर में हम लोक संस्कृति के संरक्षण के कदम उठा रहे हैं, इसके लिए नीति बना रेह हैं और पूंजी निवेश भी कर रहे हैं। हम ने देश भर के विभिन्न स्थलों में लोक संस्कृति संरक्षण व्यवस्था को पूर्ण बनाया है और देश के 26 प्रांतों व स्वायत्त प्रदेशों में संबंधित कार्य दलों व विशेषज्ञ समितियों की स्थापना की है।इधर चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी ने भी जातीय लोक संस्कृति की रक्षा के कानून पर विचार-विमर्श किया है।"

श्री बाई गङ शङ के अनुसार चीनी लोक कलाकार संघ अब देश भर के संबंधित विशेषज्ञों को एकजुट कर सर्वतोमुखी तौर पर विभिन्न क्षेत्रों और जातियों की सभी किस्मों की लोक कलाओं का सर्वेक्षण कर उनके नमूने एकत्र कर रहा है। इन में लोक कटाई, छाया प्रदर्शनी, पत्थर तराशी, काष्ठ तराशी, कपड़ों के डिज़ाइन आदि के नमूने शामिल होंगे। चीन की सांस्कृतिक संरक्षण परियोजना ने अब तक खासी उपलब्धियां हासिल की हैं और "चीनी लोक संस्कृति चित्र", "चीनी लोक रीति का इतिहास", "चीनी लोक रीति मानचित्र","चीनी लोक चित्रकला का विभाजन","चीन की प्रतिनिधि लोक सांस्कृतिक विरासतों की नामसूची" तथा "चीनी ऐतिहासिक काव्य संग्रह"आदि पुस्तकों का प्रकाशन किया है। इस की चर्चा में श्री बाई गङ शङ बताते हैं

"हम देश भर से लोककथाओं का संग्रह कर रहे हैं। अब तक हम इस तरह लगभग 50 किताबों की सामग्री पा चुके हैं। इस के अलावा, हम ने देश की चार विशेष क्षेत्रीय संस्कृतियों व लोककलाओं पर जोर दिया है। ये हैं उत्तर की सामान संस्कृति, पूर्व की माजू संस्कृति, दक्षिण का नोह थिएटर और पश्चिम के थांग खा चित्र।"

चीनी सांस्कृतिक जगत के लोगों का विचार है कि चीनी लोक संस्कृति चीनी राष्ट्र की संस्कृति का अभिन्न अंग है। चीन में लोक संस्कृति की विरासतों के संरक्षण की परियोजना का कार्यान्वयन चीन व विश्व के लिए मूल्यवान सांस्कृतिक संपत्ति प्रदान करेगा। चीन के सतत आर्थिक विकास के चलते उसकी विभिन्न स्थानीय सरकारें व सामाजिक तबके इसमें भाग ले रहे हैं। वर्ष 2004 के सितम्बर माह में चीनी लोक सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण व विकास पर कांउंटी प्रधानो का पहला मंच आयोजित हुआ, जिसने चीनी लोक संस्कृति की विरासत के संरक्षण की परियोजना के विभिन्न अनुभवों के आदान-प्रदान को आगे बढ़ाया। शांग हाई शहर में अनुभवी लोक कलाकारों को सरकार से कला के लिए वेतन मिलना शुरू हुआ तो कला व मनोरंजन क्षेत्र के व्यक्तियों ने भी इस परियोजना को चंदे के जरिए समर्थन दिया। श्री बाई कङ शङ का विचार है कि चीन में लोक संस्कृति की विरासत के संरक्षण का कार्य इस समय बेहतरीन स्थिति में है। वे कहते हैं

"वर्तमान में हमारा देश सांस्कृतिक उद्योगों के विकास पर जोर दे रहा है। जातीय व लोक संस्कृति की रक्षा अंतरराष्ट्रीय रक्षा के दायरे में अंतरराष्ट्रीय मापदंड, विचारधारा तथा विश्व की विरासतों की नाम सूची में आवेदन आदि तरीकों से की जा रही है। इस के अलावा, हम शिक्षा का भी संरक्षण कर रहे हैं, लोक संस्कृति को कक्षाओं व विद्यालयों में प्रवेश दिलाने का कार्य शुरू होने लगा है। इस के साथ ही उद्योग क्षेत्र में भी लोक संस्कृति की रक्षा की जा रही है। हमारी अधिकांश लोक कला व संस्कृति उद्योग हैं। चीनी मिट्टी के बर्तनों और रेशम की संस्कृति तथा लोगों के आवासस्थल उद्योग ही हैं। "

श्री बाई कङ शङ के अनुसार चीनी लोक संस्कृति में कई मूल्यवान चीज़ें हैं। समाज के आधुनिकीकरण के आगे बढ़ने के साथ चीन की लोक संस्कृति और ज्यादा चमकेगी।