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(GMT+08:00) 2005-04-29 09:13:08    
 सिन्चांग का जेड शिल्प मास्टर मा श्वे वु

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अल्प संख्यक जाति कार्यक्रम के अन्तर्गत हम आप को सिनचांग का दौरा प्रस्तुत है

सिन्चांग का दौरा कार्यक्रम में आज प्रस्तुत है सिन्चांग के सुप्रसिद्ध जेड नक्काशी शिल्प के मास्टर श्री मा श्वेवु की कहानी । दोस्तो , हाल ही में चीन के राष्ट्रीय जेड नक्काशी मास्टर चयन सम्मेलन में सिन्चांग की ह्वी जाति के जेड शिल्पकार श्री मा श्वे वु को 150 से अधिक उम्मीदवारों में से श्रेष्ठ कला प्रदर्शन के फलस्वरूप देश के मास्टर जेड नक्काशी शिल्पकार की उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया , अब तक चीन में इस उपाधि से सम्मानित हुए लोगों की संख्या सिर्फ 21 है , जिन में श्री मा श्वी वु शामिल है , जबकि सिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश में श्री मा श्वे वु एकमात्र जेड नक्काशी मास्टर है ।

सिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ऊरूमूची शहर के एक जेड शिल्प वर्कशाप में मेरी मुलाकात श्री मा श्वीवु से हुई , जो अपने शिष्यों को प्रशिक्षण देने में जुटे हुए हैं । श्री मा श्वी वु देखने में बड़ा विनय और ईमानदार लगते हैं , उन की तेजस्वी नजरों में जेड के प्रति गहरा लगाव का भाव दिखता है । लम्बे अरसे से जेड नक्काशी का काम करने से उन के दोनों हाथ असाधारण मजबूत और घठ्टों से भरा हुआ है ।

चीनी लोगों की मान्यता में जेड सुशीलता और स्वच्छ स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है और वह उत्तम और श्रेष्ठ व्यक्तित्व का प्रतीक है । इस के बारे में श्री मा श्वी वु को गहरा अनुभव हुआ है । उन्हों ने मुझे बतायाः

जेड के पांच श्रेष्ठ तत्व माने जाते हैं , जिन में स्वच्छता और ईमानदारी प्रमुख है । जेड नक्काशी का काम करने वाले शिल्पकारों का भी श्रेष्ठ चरित्र होना चाहिए , लोगों की भद्रता और ईमानदारी किसी भी काम के लिए भी जरूरी है । मैं अपने शिष्यों को बराबर बताता हूं कि हमें बेइमान से पैसा कमाने से हमेशा दूर रहना चाहिए।

इस साल मास्टर शिल्पकार मा श्वे वु की उम्र 48 साल की है । वे बालावस्था में ही मिट्टी से बिल्ली व कुत्ते की मुर्ति बनाने के शौकिन था , स्कूल के बच्चों में वह सब से तेज और होशियार था और कागज पर चित्र खींचना बहुत पसंद करता था । अपने पुत्र की इस प्रकार की शौक देख कर उन के पिता जी ने उसे जेड नक्काशी शिल्प सीखने के लिए भेजा । इस तरह मा श्वे वु सुप्रसिद्ध जेड नक्काशी शिल्पकार हान चील्यांग का शिष्य बन गया । श्री हान ची ल्यांग अतीत में पेइचिंग के शाही प्रासाद में जेड नक्काशी की नौकरी की थी । उन की कलाकृतियों में शाही दरबार की शानशौकत दिखती है । उन से मा श्वी वु ने जेड नक्काशी पर शाही दरबारी कला शैली सीखी ।

पिछली शताब्दी के अस्सी वाले दशक से चीन में जेड नक्काशी का काम फिर जोरों से विकसित होने लगा । श्री मा श्वी वु ने अपना वर्कशाप स्थापित किया और दो जेड पत्थरों के आधार पर अपनी निजी जेड नक्काशी उद्योग शुरू किया ।

शुरू शुरू में उन का व्यवसाय काफी अच्छी तरह चला । लेकिन पेइचिंग से आए एक पर्यटक की टिप्पणी से श्री मा श्वीवु बहुत प्रभावित हो गया । इस पर्यटक ने श्री मा के शिष्य द्वारा बनायी पांच हजार य्वान की एक जेड कृति को ले कर कहा कि यदि इस का कच्चा मिल मुझे बेच सकता , तो मैं इस की कीमत दस हजार य्वान देता । पर्यटक की आलोचना से मा श्वीवु ने अपना वर्कशाप बन्द करने का फैसला लिया । उन का कहना हैः

मैं ने सिन्चांग का वर्कशाप बन्द कर दिया और अपने 20 श्रेष्ठ शिष्यों को ले कर पेइचिंग और शांगहाई में जेड नक्काशी वर्कशाप खोले , दो सालों के समय में हम ने बहुत अच्छी तकनीकें सीख कर समृद्ध अनुभव संजोए किए ।

पेइचिंग और शांगहाई में नक्काशी कला के गहन अध्ययन के परिणामस्वरूप श्री मा श्वी वु का जेड नक्काशी कौशल चोटी के स्तर पर पहुंचा , उन की जेड नक्काशी गति तेज है , गुणवत्ता अनुपम है और डिजाइन फैशनेब है , इस तरह उन की प्रसिद्धि भी लगातार बढ़ती गई।

एक बार उन के हाथ में नीले रंग का एक जेड पत्थर आया , उस का रूपाकार आधा चांद जैसा था , पर पत्थर पर एक दरार पड़ा था , इस पत्थर का डिजाइन करना बहुत मुश्किल था । वे लगातार तीन महीनों तक सोचते रहे । अंत में अचानक उन के दिमाग में एक अच्छा सौंदर्य बौध जागा । उन्हों ने जेड पत्थर के आकार के मुताबिक तूंबड़े की आकृति में एक मदिरा पात्र नक्काश कर बनाया , जिस के बीच जो दरार पड़ा था , उसे मा ने सुयोजन से तूंबे के कमर का रूप दिया , यह जेड का काम कला की दृष्टि से उत्कृष्ट है , साथ ही उसे बनाने में कच्चे माल का बेकार प्रयोग भी नहीं हुआ । यह तूंबड़े की आकृति का मदिरा पात्र दो लाख तीस य्वान की कीमत पर बिक गया ।

श्री मा श्वीवु की कला तकनीक की बड़ी संख्या में विशेषज्ञ तारीफ का पुल बांधते हैं । वे जेड के कच्चे माल के चुनाव में भी माहिर सिद्ध हुए है । इस की चर्चा में जेड विशेषज्ञ हान छांगछिंग ने कहाः

जेड के कच्चे मालों के चुनाव में श्री मा समूचा पत्थर पसंद करते हैं , वे इस काम के लिए होशियार हैं, जो कच्चा पत्थर दूसरों से उपेक्षित हुआ था , उन के हाथ से श्रेष्ठ कलाकृति बनायी जा सकती है । एक बार उन्हों ने अपने कार के बदले में एक कच्चा पत्थर भी खरीदा था ।

सिन्चांग के ह थ्येन क्षेत्र में श्रेष्ठ जेड का भंडार है , जो विश्व में भी बहुत नामी है । आंकड़ों के अनुसार विश्व बाजार में ह त्येन जेड की कला कृतियों का व्यापार एक अरब य्वान तक पहुंचा है । वर्ष 1997 में श्री मा श्वीवु ने सिन्चांग में अपनी जेड नक्काशी विकास कंपनी खोली , वे कंपनी के बोर्ड अध्यक्ष बने । इस कंपनी में कच्चे माल जुटाने , जेड नक्काशी का काम करने तथा बनी बनायी जेड कृति बेचने का पूरा उत्पादन व व्यापार होता है और कंपनी का अच्छा विकास भी हुआ है । अब श्री माश्वीवु जेड नक्काशी के मास्टर होने के साथ करोड़ों य्वान की कंपनी के उद्यमी भी बने ।

चीन में जेड नक्काशी कला की उत्तरी व दक्षिणी दो शैली सदियों से चल रही है । लेकिन अब श्री मा श्वी वु ने दोनों शैली के अध्ययन पर सिन्चांग शैली कायम करने का प्रयास किया , जिस के जरिए सिन्चांग के क्षेत्र विशेष और जातीय विशेषता अभिव्यक्त होती है , इस शैली की विशेषता शानदार और विशाल होती है ।

वर्ष 2003 में श्री मा श्वीवु ने सिन्चांग के पाईयुछङ में ह त्येन कला अनुसंधान संस्थान खोला और फिर सिन्चांग में जेड नक्काशी स्कूल कायम किया , इस स्कूल में विशेष तौर पर अल्पसंख्यक जाति के छात्र भी दाखिल किये गए । श्री एसकेर .यासन वेवूर जाति का युवा छात्र है , उस ने अपने गुरू मा श्वी वु की प्रशंसा करते हुए कहाः

मैं यहां दो साल तक सीख चुका हूं , जेड नक्काशी का काम करनेके लिए सर्वप्रथम कच्चे माल पहचाना चाहिए , यह मेरे लिए काफी कठिन था , तो गुरू मा ने मुझे पहचाने का अच्छा तरीका सीखाया , उन के निर्देशन में मैं ने अच्छे से अच्छे जेड पहचाने पर अधिकार किया । वेवूर जाति में जेड नक्काशी जानने वाले बहुत कम हैं , मैं जरूर गुरू मा से लगन से सीखूंगा ।

सिन्चांग में हर साल 200 टन जेड का उत्पादन होता है , जिस का 80 प्रतिशत देश के भीतरी इलाके में पहुंचा कर प्रोसेसिंग किया जाता है । अब सिन्चांग में जेड नक्काशी उद्योग में 300 लोग कार्यरत हैं , श्री मा की उम्मीद है कि सिन्चांग में सिन्चांग शैली का जेड काम करने वाला शिल्पी दल प्रशिक्षित किया जाएगा और सिन्चांग शैली का विकास किया जाएगा ।

आप आज का प्रश्न हैः श्री मा श्वीवु की सिन्चांग शैली की जेड नक्काशी की क्या विशेषता है , आप के उत्तर के इंतजार में हैं ।