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(GMT+08:00) 2005-04-21 14:22:08    
तिब्बत में पर्यावरण की स्थिति

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हाल के वर्षों में तिब्बत की पर्यावरण की स्थिति बहुत उच्च स्थर की रही है। जल पर्यावरण पिछले कुछ सालों में तिब्बत की मुख्य नदीयाँ,यारलुंग त्सांगपो, चिनशाचियांग नदी, नुचियांग नदी और लानसानचियांग नदी ग्रेड-दो की स्थल जल वाली नदीयाँ बन गईं हैं।तिब्बत के मुख्य शहरों से गुजरने वाली नदीयाँ,न्यांग छु और न्यांग नदीयाँ ग्रेड-तीन की स्थर वाली स्थल-जल वाली नदीयों की समूह में आ गईं हैं जब की रोंगपु नदी , जिसका क्ष्रोत माउंट छोमोलांगमा है , ग्रेड-एक की स्थर-जल वाली नदी है।

सन् दो हजार तीन में यामचोग युमत्सो लेक की जलस्थर बिजली के उत्पादन् से पहले काफी नीचे थीं, जब की नामत्सो लेक की स्थलजल भी ग्रेड-एक की समूह में सम्मिलित हो गईं हैं।तिब्बत में शहरों में आज भी जल की आपूर्ति मुख्य तौर पर जमीनीजल के द्वारा होती हैं।आम तोर पर तिब्बत में ग्रेड-दो की जल,जिसकी क्वालेटी अच्छी है,काफी मात्रा में पायी जाती है।

पिछले कुछ वर्षों में तिब्बत में औद्योगिक दूषितदल की रिहाई में चौदह प्रतिशत का कमी हुई है जबकी घरों से मलजल की रिहाई में शून्य पांइट नौ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुईं है।

वायुमन्डल पर्यावरण हाल के वर्षों में तिब्बत की वायुमन्डल में प्राकृतिक धूल प्रदूषण का मुख्य़ कारण रही है। लासा में सल्फरडाई-आक्साईड की औसतसंख्या दो से चार तक माईक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है,जब की इस की वार्षिक औसतसंख्या दो माईक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है;नाईट्रोजेनडाईआक्साईड की दैनिक औसत दो तीन माईक्रोग्राम प्रति क्यूबिकमीटर और वार्षिक औसत छब्बीस माईक्रोग्राम प्रति क्यूबिकमीटर है । सन् दो हजार तीन में तिब्बत की हवा एक सौ छियालीस दिनों के लिए उच्चतम क्षेणी की थी,209 दिमों के लिए अच्छी थी,और दस दिनों के लिए ज़रा सी प्रदूषित थी।इस दोरान यहाँ पर एसीड रेन भी देखने को नहीं मिलि।

फेंका गया ठोस रद्दी आम तौर पर तिब्बत में घरेलू रद्दी ठोस रद्दी का मुख्य क्ष्रोत है।औद्दोगिक रद्दी आम तोर पर खनीज़ रद्दी होती है।पिछले साल इस में दस प्रतिशत कि कमी हुई है।औद्दोगिक रद्दी को उपज भूमि में नहीं बल्कि मुख्य रूप से पर्यावरण में छोड़ा गया।सन् दो हाजर तीन में तिब्बत की सारी सोने की खनीज को एक नये सिरे से व्यवस्थित किया गया। पैंसठ सोने की खनीजों की व्यापार पर रोक लगा दी दयीं और इस तरह से इस व्यापार से संबंधित रद्दी में भारी कमी आयी है।लासा में घरेलू रद्दी से निपटने के लिए एक नया स्टेशन खोला गया।चिकित्सा से संबंधित रद्दी की निरिक्षण और संचालन के लिए भी ठोस कदम उठाये गये हैं।

चरागाह और जंगल  तिब्बत में साठ प्रतिशत जमीन चरागाह है।इसके मुकाबले में खेती किया गया जमीन बहुत ज्यादा नहीं है।समूचय विश्व में पर्यावरण में हो रहीं बदलावों के कारण और भारी मात्रा में पशुओं के द्वारा चरे जाने के कारण यहाँ की जमीन मरूस्थल में बदल गयी है।यहाँ पर चरागाह और पर्यावरण में सुधार लाने के लिए कई सारे जगहों को चारों ओर से घेरने की आयोजना लागू किया गया। तीन काउंटियों जो यान्गत्स कियांग के आसपास है,के प्राकृतिक जंगलों को बचाने के प्रोग्राम अमल किया गया।सन् 2003 में तेइस हजार हैक्टेयर जमीन में पौधे लगाये गये, तीन सौ हैक्ट्यर जमीन में बीज नर्सरीयों में उपजाए गये,और पंद्रह हैक्टैर जमीन में,पहाड़ों की दर्राओं को बन्द करके,नये जंगलों की खेती की गयी।इसी दौरान यहाँ पर सूर्य संबंधी उर्जा से उपयोग किये गये चुल्हों का इस्तेमाल आरम्भ किया गया।

जीवजन्तुओं में विविधता  तिब्बत , विभिन्न जीवजन्तुओं की संरक्षा के लिए एक महत्तवपूर्ण जीन बेस है।यहाँ पर नौ हजार छै सौ से भी अधिक जंगली पेड़ है।लगभग छै हजार चार सौ ऊँच क्षेणी के पेढ़, पंद्रह सौ उप वर्गीय जो दो सौ सत्रह वर्गों के घरों के निवासी वाले पेढ़ मिलते हैं।यहाँ पर तीन सौ प्रकार के चिकित्सा संबंधी पेढ़ भी मिलते हैं। जहां तक जीवजन्तुओं का सवाल है,यहाँ पर आठ सौ प्रकार के जन्तुएँ हैं।वाईल्ड याक,बेन्गाल टाईगर,लेपर्ड,इत्यादी देखने को मिलते हैं।इसके अलावा चार सौ अड़ासी प्रकार के पक्षिय़ाँ भी हैं,जिसमें बाइस सिर्फ तिब्बत में देखने को मिलते हैं।आंकड़ों के अनुसार यहाँ पर एक हजार से भी अधिक किस्म के समुद्री जीव हैं।

प्राकृतिक भंडार चीन में सर्वाधिक वेटलैंड तिब्बत प्रांत में है।तिब्बत की चार प्रतिशत जमीन नदियों से भरी हुई है।सन् दो हजार तीन में पर्यावरण के छानबीन के आधार पर तिब्बत को कई व्यावहारिक विभागों में बांटा गया।इसी संबंध में कई रिपोर्ट भी पेश किये गये जैसे तिब्बत के पर्यावरण के खास क्षेत्रों,यारलुंग त्सांगपो नदी के श्रोत में पर्यावरण की संरक्षना करने की योजना,इत्यादी।नागछु के मध्य घास-स्थल में प्रान्तिय स्थर के पर्यावरण प्रदर्शन की योजना की पहली चरण का अमल का काम भी हो चुका है।यहाँ की प्रान्तिय सरकार ने कुंगपुओ प्राकृतिक आरक्षित क्षेत्र की गठन के लिए अपनी अनुमति दी।इसके अलावा यहाँ की स्टेट काउंसिल ने प्रान्तिय स्थर की तीन अतिरिक्त प्राकृतिक आरक्षित क्षेत्रों की गठन के लिए अपनी अनुमति दी।

पर्यावरण की सुरक्षा

हाल में तिब्बत की प्रान्तिय संसद ने यहाँ के पर्यावरण संबंधी कानूनों में संशोधन किये हैँ। यहाँ की स्थानीय सरकार ने छोटे शहरों और कस्बों की पर्यावरण की

रक्षा के लिए और पर्यटन के क्षेत्रों की पर्यावरण की रक्षा के लिए नयी योजनाओं की अमल के लिए अपनी अनुमति दे दीं।यहाँ की सरकार के विभिन्न विभागों ने यहाँ के सोने खनिजों को साफ करना और उनका पुनःसमायोजन का काम नये नियमों के प्रतिबंध में संचालन करने का काम को प्राथमिकता दी है।

प्रसिद्धी बनाम जानकारी हाल के वर्षों में तिब्बत में विश्व पर्यावरण दिवस,विश्व भूमि दिवस,जैसे अवसरों पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।यहाँ पर विद्यालयों में ग्रीन स्कूल्स का अभियान चलाया गया है। पर्यावरण निगरानी और वैज्ञानिक अनुसन्धान पर्यावरण निगरानी और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक केन्द्र का निर्माण किया गया जिसका तत्कालित तौर पर भी उपयोग किया जा सकता है।इससे तिब्बत की पर्यावरण निगरानी में काफी सुधार आया है।