एक सैन्य गायिका के रूप में चीनी जन मुक्ति सेना के सैनिकों ही नहीं, समूचे चीनी जनता फङ ली य्वान को पसंद करते हैं । हाल ही में उन्होंने एक नया एलबम जारी किया, जिसे दर्शकों की मान्यता हासिल हुई ।
अपने नए एलबम में फङ ली य्वान ने अन्य संगीतकारों की तरह विभिन्न तरीकों व उपायों से जातीय गीतों में विविध संगीत तत्व शामिल किये। इस नए एलबम को पूरे होने में दो साल का समय लगा। इस में परम्परागत चीनी वाद्ययंत्रों के साथ पश्चिमी तंतुवाद्य भी शामिल किया गयाय़ इस के साथ ही इलेक्ट्रोनिक बाज़ों का भी प्रयोग किया गया। दक्षिण-पश्चिमी चीन के यून नान प्रांत के लोकगीत"नदी का पानी बहता रहे" में सुधार कर फिनलैंड से आए संगीतकार ने कम्प्यूटर के जरिए चिड़िया उड़ने की आवाज़ को गीत में शामिल किया जिससे यून नान का यह प्रचलित लोकगीत और जीवंत हो उठा।
"नदी का पानी बहता रहे" दक्षिणी चीन के यून नान प्रांत का एक लोकगीत है। चांदनी बहुत शांत है। पहाड़ की तलहटी में नदी का पानी बहता सुनायी दे रहा है । एक सुन्दर लड़की चांदनी को देखते हुए अपने प्रेम को याद कर रही है । सुनिए फङ ली य्वान द्वारा गाया गया यह लोकगीत । इस गीत को आप ने शायद हमारे पिछले कार्यक्रम में भी सुना होगा। लेकिन फङ ली य्वान की आवाज़ में इस गीत से आप को जरूर एक अलग तरह का अनुभव होगा ।
गीत---"नदी का पानी बहता रहे"
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
चांदनी है बहुत चमकदार
प्रेमिका बैठी है नदी किनारे
प्रेमी की याद सताती है उसे
नदी का पानी बहता जा रहा है
स्वच्छ पानी में उभरती है प्रेमी की छवि
चांदनी को देखती है लड़की
अपने प्रेमी की याद करती है वह
हल्की हवा बह रही है
मेरे प्रेमी तुम मेरी आवाज़ सुन सकते हो न
इस हवा के साथ
अपने नए एलबम में उन्होंने तिब्बती शैली के गीत"सुन्दरी" के अवाला अन्य 12 गीत लोकगीत शामिल किये हैं। ये सभी गीत गायिका फङ ली य्वान के गायन से और अच्छे बन गये हैं। फङ ली य्वान का कहा है कि हालांकि इस नए एलबम में पोप संगीत, फ़ैशन तथा प्राचीन संगीत के तत्वों को शामिल किया गया है, फिर भी इन सब से लोकगीत ही तैयार हए हैं । यानी गीतों का मूल है लोकगीत। उन्होंने कहा कि वे जान बुझकर किसी शैली की नकल नहीं करेंगी। उन का विचार है कि विभिन्न संगीत शैलियों से सीखे तत्वों को वे अपनी रचनाओं में शामिल कर सकेंगी और इस तरह चीनी जातीय लोकगीत लम्बे अरसे तक जारी रहेगा ।
अब सुनिए फङ ली य्वान का गाया एक और लोकगीत, नाम है "अबाबील" । यह एक कज़ाख लोकगीत है । गीत में आकाश में उड़ते लचीले अबाबील के वर्णन से लोगों के सुन्दर प्रेम की चाह व्यक्त हुई है ।
गीत---"अबाबील"
फङ ली य्वान के नए एलबम में शामिल गीतों की शैलियां ही भिन्न नहीं, विषय भी विविध हैं । इस से फङ ली य्वान की विभिन्न क्षेत्रों व विभिन्न शैलियों के लोकगीत गाने की क्षमता पता चलती है । आज के कार्यक्रम की समाप्ति से पूर्व आप सुनेंगे फङ ली य्वान का एक और गीत , नाम है "गा दा मेई लिन"। इसे फङ ली य्वान ने मंगोल भाषा में गाया है । इस में 19वीं शताब्दी के चीन की अल्पसंख्यक मंगोल जाति के गा दा मेइ लिन नामक वीर का गुणगान किया गया है ।
गीत--"गा दा मेई लिन"
गीत कहता है
दक्षिण की ओर उड़ रही हैं चिड़िया
जाएंगी यांत्सी नदी जरूर
हमारा वीर है
गो दा मेई लिन
मंगोल जनता के लिए
करता है संघर्ष
सामंती ज़मींदार से
अपनी भूमि वापस लेने के लिए
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