• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2005-04-06 13:51:25    
आधुनिक माहौल से अलग होकर प्राचीन सुंग राजवंश में प्रवेश

cri

प्रिय दोस्तो , जैसा कि आप जानते हैं कि आज से कोई एक हजार वर्ष पहले के सामंतवादी सुंग राजवंश के काल में खाई फूंग शहर राजधानी की हैसियत से बहुत रौनकदार रहा , इसीलिये वह अब पर्यटन का एक चर्चित आकर्षित केंद्र बन गया है । पहले हम चीन का भ्रमण कार्यक्रम में आप के साथ मध्य चीन के ह नान प्रांत के इसी प्राचीन शहर खाई फूंग के सुप्रसिद्ध तत्कालीन राजकीय भवन देखने और लोकप्रिय स्वच्छ व निस्वार्थ शासक पाऔ कुंग के दर्शन करने गये । पर आज के इसी कार्यक्रम में हम आप के साथ इसी शहर में पुनर्निर्मित मनमोहक छिंग मिंग शांग ह उद्यान का दौरा करने जा रहे हैं ।

चीन की राजधानी पेइचिंग के प्राचीन प्रासाद म्युजियम में देश का अद्भुत बेशकीमती चित्र छिंग मिंग शांग ह नामक एक बहुत विशाल चित्र सुरक्षित है । यह विशाल चित्र आज से कोई 900 साल से पहले बनाया गया है । चित्र में मुख्य तौर पर चीन के उत्तर सुंग राजवंश की राजधानी ब्येन ल्यांग यानी खाई फूंग के चहल पहल व्यापारिक माहौल व अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का चित्रण किया गया है । चीन के इतिहास पर उत्तर सुंग राजवंश की स्थापना ईस्वी दस वीं सदी में शुरू हुई , फिर करीब दो सौ वर्ष गुजर कर 12 वीं सदी में उस का पतन हुआ । आज उस समय की राजधानी ब्येन ल्यांग यानी आज के ह नान प्रांत के खाई फूंग शहर में इसी छिंग मिंग शांग ह नामक विशाल चित्र के आधार पर एक अपने ढंग का उद्यान निर्मित हो गया है , इसी उद्यान का दौरा करने के साथ साथ आप को यह आभास दिया जा सकता है कि आधुनिक माहौल से अलग होकर प्राचीन सुंग राजवंश में प्रवेश कर गये हो । अच्छा अब हम इस उद्यान को देखने चलते हैं ।

छिंग मिंग शांग ह उद्यान उत्तर खाई फूंग शहर में निर्मित हुआ है , उस का क्षेत्रफल लगभग 33 हैक्टर है , जिस का तीस प्रतिशत जलीय क्षेत्रफल का है , साथ ही इस उद्यान में चार सौ से अधिक सुंग राजवंश की वास्तु शैलियों से युक्त मकान खड़े किये गये हैं ।

प्रिय मित्रो , प्रतिदिन इस उद्यान का द्वार एक विशेष धुन की आवाज में खुलता है । सुबह 9 बजने पर उद्यान के मुख्य द्वार के सामने चहल पहल मचने लगता है और चारों ओर व्याप्त उल्लासपूर्ण पर्यावरण से अनगिनत लोगों को मोह लिया जाता है । संगीत के साथ हृष्ट पुष्ट रक्षक बड़े बड़े डग भरते हुए द्वार से बाहर निकलते हैं और फिर उस के दोनों ओर गम्भीर मुद्रा में खड़े हो जाते हैं , यह रस्म सुंग राजवंश कालीन राजभवन के नियमित कामकाज को दोहराती है ।

जब छिंग मिंग शांग ह उद्यान का मुख्य द्वार खुलता है , तो सामने खड़ी एक करीब 6 मीटर ऊंची मूर्ति नजर आ सकती है , यह मूर्ति छिंग मिंग शांग ह नामक विशाल चित्र के रचियता - उत्तर सूंग राजवंश के सुप्रसिद्ध चित्रकार चांग च त्वान की है । इस मूर्ति में यह चित्रित किया गया है कि चित्रकार चांग च त्वान बेहद विनम्र दीखते हैं , उन की पैनी नजरें बहुत दूर तक निहारती रही है , मानो वे खाई फूंग शहर के मनोहर दृश्य की खोज कर रहे हों , साथ ही हाथ में चित्र लिये दूर से आये पर्यटकों को खाई फूंग शहर की तत्कालीन समृद्धि व भव्यता दिखाने में लीन हों ।