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(GMT+08:00) 2005-04-04 14:47:01    
गाँव  के चित्रकलाकार

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शाम होने को आया है और तभी यान यु विश्राम कर के उठते है।उठते ही वो अवना ओवरकोट पहनकर अपने पाले हुए कुत्ते के साथ सैर करने के लिए निकल पड़ते हैं।सैर के समय उन्हें कोई भी एक किसान या ग्रामवासी समझ बैठेगा।

शाम में परिवार जनों के साथ भोज करने के बाद येन अपने स्टूडियो कि ओर प्रस्थान करते है जहाँ पर वो तब तक ताम करना बन्द नहीं करते जब तक की वो पूरी तरह से थक नहीं जाते।अगले दिन वे जब उठते है तो उनका ध्यान उनके बेटे की ओर जाता है जिसे वे हर रोज स्कूल छोड़ने जाते है।जब भी उन्हें खाली वक्त मिलता है वे या तो अपना वरेंडा साफ करते है या दोस्तों से मिलने जैते हैं।

यैन,उन कलाकारों में से एक है जो सोंग च्वांग गाँव में बसने का निर्णय लिये हैं। सोंग च्वांग गाँव, राजधानी पेईचिंग के पूर्वी भाग में स्थित है । हालांकि यह गाँव राजधानी से 30 मिनट की दूरी में स्थित है, इसकी प्राकृतिक सौन्दर्यता लाजवाब है। पहाड़ों, नदियों औऱ घास से भरे पठारी क्षेत्र, से अलंकृत यह जगह का नजारा बहुत ही सुन्दर है।

सन् 1994, जब इस गाँव में पहली बार एक कलाकार आकर यहाँ बस गए,से यह गाँव कई प्रतिभाशाली कलाकारों को आकर्षित किया है।यह सभी कलाकार अपने कला से मन्त्रमुग्ध है और अपने जीवन की लक्ष्य को हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं। कई के पास तो नियमित रुप से मासिक आय भी नहीं है।शुरू से ही यहाँ के कलाकार ज्यादातर नए और असामान्य विचारों के है औऱ फिल्हाल यहाँ की कलाकारों की समुदाय चीन की बड़ी समुदायों में से एक है।शिल्पकार और चित्रकार भी इस गाँव को अपना घर मानते हैं। यान यु 1994 में एक घर खरीदी और और आज भी वे वही पर रहते है ।वे अपने जीवन से काफी खुश और संतुष्ठ है। उनका कहना है की यहाँ पर वे अपने बिरादरी के लोगों के साथ अपने कला से संबंधित

विषयों पर विचारविमर्श और विचारों का आदानप्रदान कर सकते हैं।उनका यह मानना है कि अपने कला के साथ संघर्ष के इस लम्बे सफर में सभी को एक नये सिरे से आरम्भ करना होता है।यहाँ पर कोई छोटा नहीं है और कोई भी बड़ा नहीं है।कलाकार का काम ही उसके व्यक्ततित्व को दर्शाता है।यहाँ पर किसी भी किस्म के ऊँच नीच के भेदभाव नहीं है।

इस जगह की प्राकृतिक सौन्दर्यता के अलावा यहाँ की रहनसहन का खर्च भी काफी सस्ता है जिसके कारण कई चित्रकार इस गाँव में बसना पसन्द करते हैं। सोंग च्वांग में एक सौ युआन प्रति माह के दर में एक काफी बड़ा घर मिलता है।इस वजह से कई नये चित्रकार यहाँ बस जाते हैं और अपना सपनों को साकार करने के लिए दिनरात मेहनत करते हैं। इन में से कुछ लोग चीन में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाने जाते हैं।कुछ तो अक्सर विख्यात अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनों के मेहमान के रूप में हिस्सा ले चुके हैं।लेकिन इस गाँव के अधिक चित्रकार अभी भी सरल जीवन बिताते हैं और यह बात ध्यान देने लायक है कि विनम्रित होने के बजाय उनका अज्ञात जीवन उन्हें एक खास किस्म का आनंद प्रदान करता है। वे खाली विद्यालयों और विरान स्थानों को सुन्दर घरों में बदलकर एक सुन्दर औऱ शांत वातावरण में अपने लक्ष्य़ की ओर बढ़ने में विश्वास रखते हैं।

चित्रकारों का यह मानना है कि शांत वातावरण और प्रकृति के गोद में रहने से वे अपनेआप को प्रकृति से नजदीक ही नहीं बल्कि उन्हें अपने काम करने में खास किस्म कि आजादी और अपने उद्येश्यों को हासिल करने के लिए एक अनुकूल वातावरण मिलता है।