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(GMT+08:00) 2005-03-22 16:19:00    
हंग द्वेन पहाड़ के बीच बसा मनुष्यों का स्वर्ग

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देनबा दक्षिण-पश्चिमी चीन के सी छ्वान प्रांत की राजधानी छडं तु से लगभग तीन सौ अड़सठ किलोमीटर दूर स्थित है और जा रो तिब्बती जाति का सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है। लोग देनबा को हंग द्वेन पहाड़ के बीच बसा मनुष्यों का स्वर्ग कहते हैं। देनबा की सुन्दर भूमि पर ऊंचे बर्फीले पहाड़, तेज बहती नदियां, घने जंगल और चौड़े घास मैदान हैं।

देन बा पुराने चीन में विभिन्न जातियों के बीच आदान-प्रदान का प्रमुख गलियारा रहा। लम्बी ऐतिहासिक प्रक्रिया में यहां रंग-बिरंगे सांस्कृतिक दृश्य स्थापित हुए। देनबा के मोस्खा घास मैदान के पास पत्थरों पर अंकित चित्रों में विश्व की सब से लम्बी कविता कसर कही गई है। देन बा में पर्यटक स्वादिष्ट छिंग ख शराब और घी की चाय पी सकते हैं और खुबसूरत लड़कियों को निहार सकते हैं।

 

देनबा का पवित्र मोर्दो पहाड़ चीन के तिबब्त के चार मशहूर पहाड़ों में से एक है। यह पहाड़ 65 चोटियों से घिरा है। पहाड़ के बारे में अनेक सुन्दर कहानियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि मोर्दो पहाड़ का यह नाम एक वीर के नाम पर पड़ा। श्री थांग श्याओ पींग ने कहा, छिंग राजवंश में, दक्षिण एशियाई देशों ने चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में प्रवेश किया। तिब्बती जाति की पराजय हुई तो उसके लोगों ने गेन जी तिब्बती क्षेत्र जाकर सहायता मांगी। जा रो तिब्बतियों की एक टुकड़ी ने इस के बाद जुमुलामा पहाड़ में लड़ाई लड़ी। उसके एक तिब्बती जनरल , का नाम मोर्दो था। उसने जनता का नेतृत्व कर विदेशी आक्रमणकारियों को तिब्बत से भगाया। मोर्दो को तिब्बती लोग वीर मानते हैं। इस वीर की स्मृति में इस पहाड़ को मोर्दो पहाड़ का नाम दिया गया। कहा जाता है कि अब भी लोग इस पहाड़ पर लड़ाई में इस्तेमान की गई लम्बी तलवार की छवि देख सकते हैं।

देनबा सुंदरियों का स्थल भी माना जाता है। अनेक वर्ष पहले एक अमरपक्षी उड़ कर मोर्दो पहाड़ आया और खूबसूरत लड़कियों में परिवर्तित हो गया। देन बा की लड़कियां जन्म से ही सुन्दर होती हैं। हालांकि पठार पर रहने की वजह से उन की त्वचा बहुत सफेद नहीं होती, पर उन का मुख मनोहर व कद छरहरा होता है। दिलचस्प बात यह है कि देन बा के सरकारी कर्मचारियों का अधिकांश महिलाएं ही हैं। हमें देन बा में बहुत युवतियां नहीं मिलीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि अधिकतर युवतियां बाहर जाकर काम करती हैं। आज के देन बा में विवाहित महिलाएं ही ज्यादा हैं।

देनबा में कई जटिल स्थानीय बोलियां भी हैं। देन बा के शानदार जातीय उत्सव, क्वो च्वांग नृत्य, तिब्बती नाटक, तिब्बती वेशभूषा सभी ने दुनिया पर जा रो तिब्बती सांस्कृतिक केंद्र की महानता व रहस्य को प्रतिबिंबित किया है।

इधर के वर्षों में देन बा में विभिन्न परम्परागत सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया । देन बा पर्यटन ब्यूरो के कर्मचारी थांग श्याओ पींग ने बताया, हर वर्ष 30 अगस्त को जा रो तिब्बती सांस्कृतिक उत्सव मनाया जाता है। इस मौके पर लोग क्वो च्वांग नृत्य नाचते हैं, फैशल शो का आयोजन करते हैं और जा रो की श्रेष्ठ युवती व युवक की चयन प्रोतियोगिता भी होती है।

अब देनबा जा रो के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव के साथ जा रो सांस्कृतिक अनुसंधान संगोष्ठी और मोर्दो मेले का आयोजन भी करता है। पर्यटन देन बा का प्रमुख उद्योग बन गया है। श्री थांग श्याओ पींग ने बताया, देन बा की 60 प्रतिशत आमदनी पर्यटन से आती है। देन बा की यात्रा करने आने वाले लोगों में देशी पर्यटकों के अलावा अनेक विदेशी पर्यटक भी होते हैं।

हाल में देन बा के पर्यटन व्यवसाय की बुनियादी सेवा क्षमता का तेज विकास हुआ है। मोबाइल फोन का जाल देनबा के प्रमुख रमणीक दृश्यों तक फैल गया है। पर्यटक अपनी मर्जी से देन बा काउंटी के होटलों में ठहर सकते हैं और स्थानीय तिब्बती लोगों के घरों में भी।

अनोखा देनबा अपने द्वार खोलकर विश्व के विभिन्न स्थलों के पर्यटकों का स्वागत कर रहा है।