शायद आप ने सुना होगा कि चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रफ़ैक्चर के च्यांगची काऊंटी में कृषि सुधार किए जाने से वहां के स्थानीय लोगों का जिवन स्तर दिन ब दिन बढ़ता रहा । च्यांगची काऊंटी की सरकार किसानों का जीवन स्तर उन्नत करने के लिए सिलसिलेवार कदम उठाया , जिन में च्यांगची काऊंटी के किसानों को लहसुन की खेती को व्यपाक विकास से भारत व नेपाल में निर्यात की सहायता देना सब से उल्लेखनीय है ।
हान होंग का गीत
च्यांग ची काऊंटी कृषि सुधार को आगे बढ़ाने का साथ साथ स्थानीय किसानों की आवास स्थिति को सुधारने का काम भी बहुत महत्वपूर्ण माना, और सक्रिय रूप से सभ्य खुशहाल गांवों के निर्माण पर बल दिया ।
न्यान्छु नदी के किनारे पर नुखांग गांव बसा था , वर्ष 2000 में नदी में भयंकर बाढ़ आने के कारण पूरा गांव जलंमग्न हो गया और पूरी तरह बर्बाद हुआ था । शिकाजे प्रिफेक्चर की सरकार के समर्थन में च्य़ांगची जिला सरकार ने शांगहाई शहर से आए सहायता कार्य दल की मदद पाकर बाढ़ से ग्रस्त गांव वासियों को स्थानांतरित किया । नव निर्मित नुखांग गांव नदी के निचले भाग में गुजरती शिकाजे --च्यांगची सड़क के निकट आबाद है , जो जिला शहर से 23 किलोमीटर दूर और अच्छी भौगोलित स्थिति में है, गांववासियों का जीवन भी असाधारण सुधर गया ।
नए नुखांग गांव में तिब्बती शैली के दो मंजिला मकान कतारों में खड़े नजर आए है । एकीकृत योजना के अन्तगर्त हरेक मकान की अपनी अपनी विशेष शैली है , मकान पत्थरों से बनी प्रमिख सड़क के दोनों ओर पंक्तिबद्ध बनाए गए हैं , सड़क के दोनों तटों पर नहरें भी खोदी गईं , उस से पानी आसानी से बाहर बह जा सकता है , तटों पर नव लगाए गए पेड़ हवा में झूम रहे दिखाई पड़ते है ।
नुखांग गांव का मुखिया 28 वर्ष का एक युवा व्यक्ति है । उस ने हमें बताया कि नये नुखांग गांव के सभी मकान सरकार और किसानों की संयुक्त पूंजी से बनाये गए हैं , सरकार ने गरीब किसान परिवारों को ज्यादा सहायता भी दी थी , इसी कारण नए गांव की सूरत बहुत अच्छी और सुव्यवस्थि हो गई है । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के वित्तीय स्कूल से स्नातक गांव मुखिया तोचीछिरन की आशा है कि वह अपने प्राप्त ज्ञान से गांव के विकास के लिए योगदान करेगा , उस की योजना है कि नुखांग गांव के सभी लोग जल्द ही खुशहाली वाला जीवन बिताएंगे । उस ने कहा कि गांव के 75 परिवारों के कुल 504 लोग हैं ,जिन में श्रम शक्ति 241 लोग । लेकिन कम श्रम शक्ति होने पर भी नुखांग गांव च्यांगची के सब से बड़े अनाज उत्पादन गांवों में से एक है । श्री तोचीछिरन ने हमें बतायाः
"हमारे गांव के किसानों में वैज्ञानिक तकनीक तरीके से कृषि का विकास करने की चेतना है और कृषि विज्ञान का प्रयाग करने की तीव्र इच्छा है । वर्ष 2003 में गांव का कुल अनाज व खाद्यतेल उत्पादन सात लाख किलोग्राम पहुंचा , प्रति व्यक्ति के हिस्से में तीन हजार तीन सौ चार य्वान की आय हुई ।"
श्री तोचीछिरन ने कहा कि नुखांग गांव के नाम स्तंभ पर तिब्बती , हान तथा अंग्रेजी तीन भाषाओं में नाम अंकित है , जो विदेशी पर्यटक वहां से गुजरते हैं , वे बहुधा गांव का दौरा करने आते हैं । इसे ध्यान में रख कर गांव ने कृषि के विकास के अलावा अपनी विशेषता वाली पर्यटन सेवा भी आरंभ करने की योजना बनाय़ी है । वह कहते हैः
"आगे हमारा गांव ग्रामीण जीवन संबंधी विशेष पर्यटन सेवा शुरू करेगा , विदेशी पर्यटकों को तिब्बती भोजन खिलाया जाएगा , फोटोग्राफी करवायी जाएगी , उन्हें तिब्बती परिवारों के साथ रहने का प्रबंध किया जाएगा , ताकि गांववासियों को पर्यटन सेवा से कुछ आमदनी प्राप्त हो जाए ।"
|