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(GMT+08:00) 2005-03-03 09:03:33    
चीन का सबसे बड़ा पेशावर सोफटवेयर कम्पनी के अविष्कारकर्ता --तुंगरूआन समूह के महा निदेशक ल्यू ची रन

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चीन के सोफ्टवेयर विकास के इतिहास में प्रोफेसर ल्यू ची रन का नाम जानना काफी जरूरी है। प्रोफेसर ल्यू ने तुंगरूआन नाम का चीन की सबसे बड़ी पेशावर सोफ्टवेयर उत्पादन कम्पनी स्थापित ही नहीं की है, साथ ही वह सोफेटवेयर उद्योग में चीन के सबसे पहले अन्तरराष्ट्रीय सहयोग व सबसे पहले शेयर बाजार में नाम दर्ज कराने वाली सोफ्ट वेयर कम्पनी भी मानी जाती है।

50 वर्षीय ल्यू ची रन एक हटटे कटटे , फुरतीले व जीवन शक्ति से भरपूर उद्योगपति हैं। उनकी स्नेहपूर्ण मेल मिलन भावना व उनकी प्रोफेसर उपाधि जैसे गुणों को देखते हुए अधिकतर लोग उन्हे मेनेजर के नाम से नहीं बल्कि गुरूजी के नाम से पुकारते हैं। वह फिलहाल डाक्टर डिग्री के अध्ययनकर्ताओं के टयूटर भी हैं।

श्री ल्यू ची रन ने विश्वविद्यालय में कम्पयूटर साइन्स मेजर लिया था। अपने 32 वर्ष की आयु में वह कम्पयूटर साइन्स के पहले डाकटर डिग्री प्राप्त व्यक्ति रहे थे। पूरे लगन से अविष्कार के मार्ग में आगे बढ़ने की भावना से प्रस्थान होकर उन्होने अपने अनुसंधान विभाग के दो अनुसंधानकर्ताओं के साथ 30 हजार य्वेन का निवेश कर तुंग रूआन नाम की सोफ्ट वेयर कम्पनी की स्थापना की। कुछ बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के लिए सोफ्टवेयरों का डिजाइन निर्मित करने से मिले अनुभवों ने उन्होने सोफ्टवेयर क्षेत्र में केवल चन्द सालों में ही अपना कई बौद्धिक संपदा अधिकार पाने की अभिलाषा को पूरा कर लिया । उन्होने हमें बताया मुझे अपनी तकनीक व अपना बौद्धिक संपदा अधिकार पाने की बड़ी तमन्ना रही थी। यदि आगे कुछ सालों में अपनी तकनीक व अपना बौद्धिक संपदा न पा सका तो मुझे इस से लिए अवश्य बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, इस के अलावा मुझे हमेशा के लिए दूसरों के कब्जों में रहना पड़ेगा।

दूसरे के लिए मजदूरी करना श्री ल्यू के विचार में धूमिल भविष्य होना बराबर है, उन्होने अपने कई सालों के तकनीकों व पूंजी पर निर्भर होकर खुद अपना सोफ्टवेयर ब्रांड निर्माण करना शुरू कर दिया। शुरू से ही श्री ल्यू ने पूरी शक्ति से बीमा, विद्युत और दूर संचार जैसे उस समय कमजोर उद्योगों में पेशावर सोफ्टवेयर का विकास करना शुरू कर दिया। श्री ल्यू ने हमें बताया कि माइक्रोसोफ्ट जैसे अन्तरराष्ट्रीय मशहूर कम्पनियों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलने की भावना ने ही उन्हे यह निर्णय लेने पर प्रोत्साहन किया था, इस के साथ ही उस समय अनेक सोफ्टवेयर कम्पनिया भी इन क्षेत्रों में आने से थोड़ी बहुत घबराती थी , मैने देखा कि चीन में इन पेशावर सोफटवेयरों का भविष्य बहुत उज्जवल है।

श्री ल्यू के निर्णय ने तुंग रूआन सोफ्टवेयर कम्पनी के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान किया। पिछली शताब्दी के अन्त में चीन का दूर संचार उद्योग बड़ी तेजी से विकसित होने लगा, चीन की सबसे बड़ी दूर संचार संचालन कम्पनी लिएनथुंग कम्पनी ने जल्द ही अपना दूर संचार जाल का विस्तार कर देश विदेश से सोफ्टवेयर व्यवसाय प्रदान करने वाले उद्योगों की खोज करना शुरू कर दिया। अन्य अन्तरराष्ट्रीय मशहूर सोफ्टवेयर कम्पनियों की स्पर्धा में , श्री ल्यू का तुंग रूआन सोफ्टवेयर कम्पनी ने अपनी प्रतिभाशाली का बेहतरीन प्रदर्शन किया।

चीनी लिएनथुंग कम्पनी के बेलन्स शीट व सूचना व्यवस्था विभाग के महा निदेशक आए पो , लिएनथुंग कम्पनी के पूर्व बिडिंग कार्य के प्रमुख प्रभारी ने हमारे संवाददाता को बताया कि हमारी कम्पनी ने इस लिए सर्वप्रथम तुंग रूआन कम्पनी को चुना था क्योंकि एक तरफ वह अन्य सोफटवेयर कम्पनियों के सोफ्टवेयर तकनीक की बराबरी में कुछ कम नहीं थी, दूसरी तरफ तुंग रूआन कम्पनी की एक विशेष श्रेष्ठता यह है कि वह चीन की राष्ट्रीय स्थिति से वाकिफ है। उन्होने कहा तुंग रूआन कम्पनी ने हमें अपनी ओर इसलिए खींचा कि वह चीन की राष्ट्रीय स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ है, वह चीन के उद्योगों के साथ विदेशों की तुलना में और अच्छा मेल मिलाप कर विकास कर सकती है, दूसरी ओर उनकी तकनीक भी बढ़िया है, विशेषकर सोफ्टवेयर प्रबंध तकनीक।

तुंग रूआन और लिएनतुंग कम्पनी तब से अबतक एक साथ मिलकर काम कर रही है, वर्तमान लिएनथुंग कम्पनी का एक तिहाई सोफटवेयर व्यवसाय तुंगरूआन कम्पनी प्रदान करती हैं। पिछले दसेक सालों के विकास के दौर में तुंग रूआन कम्पनी के पास फिलहाल 5000 से अधिक कार्यकर्ता हैं और कम्पनी का सोफटवेयर वार्षिक मूल्य 2 अरब य्वेन है। वर्तमान चीन की बीमा कम्पनियों का सोफटवेयर का आधा भाग तुंग रूआन कम्पनी ही प्रदान करती है। इस के अलावा, चीन के मशहूर ब्रांड हाएअर, छुआनलान आदि कई बड़ी कम्पनियां भी श्री ल्यू की तुंगरूआन कम्पनी के सोफटवेयर उत्पादों का प्रयोग कर रही है। इस के अतिरिक्त तुगंरूआन कम्पनी की स्वंय बौंद्धिक संपदा अधिकार प्राप्त सोफटवेयर भी सफलपूर्वक जापान आदि देशों के बाजारों में प्रवेश कर चुकी हैं।

सोफ्टवेयर बाजारों का विस्तार करने के साथ साथ तुंगरूआन कम्पनी ने 9 साल पहले अपना ध्यान सोफटवेयर से घनिष्ठ ताल मेल करने वाली व चीन के कमजोर डिजीटल चिकित्सीय उत्पादों में डालना शुरू कर दिया था और अपना बौद्धिक संपदा अधिकार प्राप्त सी टी स्केन मशीन के विकास के लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रमुख शक्ति डाली। वर्तमान तुंगरूआन समूह के उप महा निदेशक चंग छुएन लू कम्पनी के सी टी स्केन मशीन के अनुसंधान विकास का पूरा कार्य संभालते हैं। उन्होने कहा सी टी एक उच्च तकनीकी उत्पाद है, वह वास्तव में सोफटवेयर व चिकित्सा इंजीनीयरिंग तकनीक से मिश्रत तकनीक है। इस प्रकार की उच्च तकनीक वाले उत्पाद पर इस से पहले चीन के बाजार में अमरीका, जापान और जर्मनी कम्पनियों का कब्जा रहा था।

श्री चंग ने जानकारी देते हुए कहा कि तुंगरूआन कम्पनी के चीन की अपनी सी टी मशीन का निर्माण करने से पहले , चीन को हर साल अमरीका, जर्मनी और जापान से कई करोड़ अमरीकी डालर से यह मशीन खरीदनी पड़ती थी। अपनी हासिल प्रगाढ़ अनुसंधान क्षमता व उच्च तकनीकी साज सामान होने के कारण, कुछ सालों के अथक प्रयासों से तुंगरूआन कम्पनी ने सफलतापूर्वक चीन की स्वंय बौद्धिक संपदा अधिकार प्राप्त सी टी मशीन का निर्मण कर लिया । सी टी मशीन के अलावा, तुंगरूआन कम्पनी ने अन्य 30 किस्मों के चिकित्सीय से जुड़े साज सामानों का भी सफल निर्माण कर यूरोप, अमरीका व दक्षिण एशिया आदि देशों व क्षेत्रों में इस का निर्यात करना शुरू कर दिया , विश्व में कई हजार अस्पताले वर्तमान तुंगरूआन कम्पनी के नियमित ग्राहक बन गए हैं।

वर्तमान श्री ल्यू ची रन के नेतृत्व में तुंग रूआन कम्पनी चीन का सबसे बड़ा पेशावर सोफटवेयर उद्योग ही नहीं है बल्कि चीन का सबसे बड़ा सोफटवेयर निर्यात का अडडा भी बन गया है, विश्व के सोफटवेयर व्यवसायों में तुंगरूआन का अपना स्थान मजबूत हो गया है। अपने इस शानदार कीर्तीमान व उल्लेखनीय उपलब्द्धियों की चर्चा करते हुए श्री ल्यू का मानना है कि तुंगरूआन कम्पनी की सफलता उसके स्वंय के बौद्धिक संपदा अधिकार की केन्द्रीय तकनीक से अलग नहीं किया जा सकता है। उन्होने कहा वास्तव में इस के पीछे कथित केन्द्रीय स्पर्धा क्षमता है, यानी कि हमारी अपनी बौद्धिक संपदा व ज्ञान। यह ज्ञान आप मुश्किल से किताबों व दूसरों के शोध निबंधो में ढूंढ सकते हैं। आप केवल अपने निरंतर खोज , समय प्रयोग व पूंजी निवेश के माध्यम से ही पूरा कर सकते हैं, तभी जाकर आप सचमुच दूसरे से पंगा लेने की स्पर्धा शक्ति हासिल के काबिल हो सकते हैं।

श्री ल्यू ने यह भी बताया कि उनकी कम्पनी फिलहाल आइ टी वेबसाइट शिक्षा की ओर कदम बढ़ा रही है, कम्पनी ने अपना तुंगरूआन वेबसाइट कालेज भी खोला है। इस का मकसद चीन का सबसे बड़ा वेबसाइट कालेज की स्थापना कर चीन के सोफ्टवेयर उद्योग के लिए अधिकाधिक सुयोग्य व्यक्तियों का प्रशिक्षण करना है।