चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल द्वारा गाए गए गीत बहुत मधूर हैं । इस लेख में आप पा सकेंगे इस समूहा गान दल की जानकारी । पहले सुनिए यह गीत, नाम है"ऊसुली नदी का नाव"।
यह उत्तर पूर्व चीन में प्रचलित ह ज जाति का एक लोकप्रिय गीत है । ऊसुली नदी उत्तर पूर्वी चीन के हे लोंग च्यांग नदी की एक शाखा ही नही, चीन और रूस के बीच सीमांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण नदी भी मानी जाती है । ऊसूली नदी में प्रचूर मात्रा में मछलियां मिलती हैं और वहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है। हज जाति के गीत ऊसूली नदी का नाव की धुन बहुत सुरीली है जिस में स्थानीय ह ज जाति के लोगों की मेहनती और जीवन के सुनहरे भविष्य का गुणगान तथा अपनी जन्मभूमि के प्रति गहरा प्यार अभिव्यक्त हुआ है । सुनिए यह गीत ।
गीत के बोल इस प्रकार हैः
आनाहनिला, आनाहनिला,
ऊसुली नदी लम्बी चौड़ी बहती है ,
नदी की जल राशि नीली लहराती है ।
हज जाति के मछुआ मछली पकड़ने जा रहे हैं ,
लौटते नाव मछलियों से भरे हुए हैं ।
सफेद मेघ से घिरी पहाड़ी सुर्य की किरणों में चमकती है ,
घनी जंगलों में फुल खूबसूरत खिलते हैं ।
आनाहनिला, आनाहनिला ,
शानदार फसलें हर साल होती हैं ,
हज जाति की जिन्दगी खुशहाली से हरिभरी है ।
आनाहनिला, ओ, आनाहनिला ।
यह है, चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल द्वारा गाया गया उत्तर पूर्वी चीन की ह ज जाती का लोकगीत "ऊसुली नदी का नाव" ।
चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल की स्थापना वर्ष 1956 में हुई । यह चीन में एक मात्र जातीय लोकगीत पेश करने वाला पेशेवर समूह गान दल है, जो मुख्य तौर पर चीन के विभिन्न जातियों के लोकगीत प्रस्तुत करता है, और गाढ़ा जातीय शैली में लोकगीतों को प्रस्तुत करने वाला यह समूह गान दल चीनी संगीत मंच में बहुत मशहूर है । इस समूह गान दल की आवाज़ बहुत साफ और मधुर है, जिस का बड़ा कलात्मक आकर्षण होता है । इस समूह गान दल ने छठे विश्व युवा मिलन समारोह की संगीत प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया था । आगे सुनिए, दल की आवाज में शान तुंग प्रांत में प्रचलित एक लोकगीत, नाम है"यी मङ शान पहाड़ का गीत"।
यह पूर्वी चीन के शान तुंग प्रांत में प्रचलित एक लोकगीत है । यी मङ शान पर्वत क्षेत्र नए चीन की स्थापना से पहले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का नेतृत्व वाला एक क्रांतिकारी आधार क्षेत्र था । इस गीत में यी मङ शान पर्वत क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन किया गया और वहां के स्थानीय लोगों के नए सुखमय जीवन का गुणगान किया गया है ।
गीत कहता है
सभी लोग कहते हैं
यी मङ शान पर्वत खूबसूरत है,
यी मङ शान पर्वत
सचमुच प्राकृतिक सौंदर्यों से परिपूर्ण है ।
हरे भरे पहाड़ों से बह गुजरता है
नदी का स्वच्छ स्वच्छ पानी,
हवा में बहती है
धान की मनमोहक खुशबू
यह है, चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल द्वारा गाया गया लोकगीत "यी मङ शान पहाड़ का गीत"।
चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल के सदस्य अकसर चीन के विभिन्न जातीय क्षेत्रों में जाकर स्थानीय लोकगीत व ऑपेरा सीखते हैं । इस लिए उन्होंने स्थानीय संगीत की पर्याप्त जानकारी व गायन शैली पर अच्छा अधिकार किया है, जिस से अपनी मंडली की एक विशेष शैली संपन्न हुई है । इस दल द्वारा गाए गए अधिकांश गीतों ने व्यापक दर्शकों का मन जीता है । आगे आप सुनिए चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल द्वारा प्रस्तुत चीन के छिंग हाई प्रांत में प्रचलित एक लोकगीत , नाम है "सछ्वान की ओर जाते हुए "। वर्ष 1949 में नए चीन की स्थापना से पहले छिंग हाई प्रांत का कुली वर्ग विश्व की छत मानी जाने वाले छिंग हाई-तिब्बत पठार से मध्य चीन जाने के रास्ते में सछ्वान प्रांत से हो कर चलता था । ये कुली लोग वर्षों से पठारी रास्ते पर कड़ा परिश्रण करने आते जाते थे, उन का जीवन बहुत दुभर था और कभी कभार उन्हें मौत का सामना करना पड़ता था । इस गीत में इन कुलियों के कठोर जीवन और अपने परिजनों की गहरी याद अभिव्यक्त हुई है । सुनिए यह गीत
गीत---"सछवान की ओर जाते हुए "
यह है, चीनी केंद्रीय जातीय संगीत मंडली के समूह गान दल द्वारा गाया गया छिंग हाई प्रांत का लोकगीत"सछवान की ओर जाते हुए "।
|