यालुचांगबु नदी की प्रमुख शाखा न्यानछु नदी के ऊपरी भाग की घाटी में बसी च्यांगची काऊंटी अपने अच्छे आर्थिक सुधार के फलस्वरूप तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आर्दश जिले के नाम से सुप्रसिद्ध है ।
च्यांगची की भूमि उर्वर होती है , जिस में लहसुन की खेती खूब होती है , यहां के लहसुन अपने विशेष तेज स्वाद से बहुत मशहूर है और वर्ष 2003 में च्यांगची ने लहसुन का उत्पादन केन्द्र खोला ।
च्यांगची कांऊटी के प्रचार विभाग के प्रभारी चुंग क्वांग लिन ने मुझे बताया कि किसानों को लहसुन का उत्पादन बढाने के लिए च्यांगची सरकार ने किसानों के हितों की रक्षा की नीति लागू की, जिस के तहत सरकार पैसा खर्च करती है और किसान लहसुन का उत्पादन करते हैं , यदि लहसुन बेचने की समस्या पैदा हुई , तो सरकार किसानों को क्षतिआपूर्ति करती है । उन्होंने कहा
"गत वर्ष यानी वर्ष 2003 में हमारे यहां लहसुन उगाने की नीति लागू की जाने के समय च्यांगची जिला सरकार ने पहले किसानों को पैसे देते हैं, और किसान इन पैसों से लहसुन उगाते हैं । अगर लहसुन बेचने की समस्या पैदा हुई , तो सरकार किसानों को क्षति आपूर्ति करती है । इस से किसानों की चिंता दूर हो गयी ।"
च्यांगची कांऊटी की सरकार के इस कदम से स्थानीय किसानों को भारी प्रेरणा मिली । और वर्ष 2003 में च्यांगची में लहसुन की खेती का क्षेत्रफल 20 हैक्टर से बढ़कर वर्ष 2004 के करीब 70 हैकटर तक जा पहुंची, और कुछ किसानों ने स्वयं लहसुन का उत्पादन भी शुरू किया । श्री चुंक्वांगलिन के अनुसार आने वाले सालों में लहसुन की खेती तीन सौ हैक्टर तक बढ़ायी जाएगी , लहसुन का प्रोसेसिंग उद्योग भी कायम किया जाएगा और च्यांगची के लहसुन को विश्व में निर्यात किया जाएगा।
लहसुन की खेती का विस्तार करने के अलावा, च्यांगची काऊंटी ने किसानों को मटर और सरसों आदि सब्जयों के उगाने की प्रेरणा भी देती है । केंद्र सरकार और च्यांगची सरकार विभिन्न पक्षों में च्यांगची के किसानों का जीवन स्तर उन्नत करने के लिए सिलसिलवार कदम उठाए ।
वर्ष1994 में चीन की केन्द्र सरकार के तीसरे तिब्बती कार्य सम्मेलन के बाद सरकार ने च्यांगची में पूंजी लगा कर लामां जल संरक्षण परियोजना का निर्माण किया , जिस से घाटी क्षेत्र में सिंचाई और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था कायम हुई । वर्ष 1999 में भीतरी इलाके के शांगहाई शहर की सहायता से तिब्बत का एकमात्र जिला स्तरीय मौसम रेडार केन्द्र च्यांगची में खोला गया , इस से मौसम पर आश्रित होने की स्थिति समाप्त हो गई और च्यांगची तिब्ब्त के ऐसे जिलों में से एक बन गया , जहां अनाज और खाद्य तेल का उत्पादन पांच करोड़ किलोग्राम से अधिक पहुंचा है । अब च्यांगची का कुल अनाज व खाद्य तेल उत्पादन तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का दसवां भाग और शिकाजे का चौथा भाग बन गया है ।
65 वर्षीय छी मेई च्यांगची कांऊटी की एक साधारण किसान है । उसे भी च्यांगची सरकार के विभिन्न कदमों से लाभ मिला । जब हम ने छी मेई के दो मंजिला मकान में प्रवेश किया , तो देखा कि उस का 6 वर्षीय पोता घर के ड्राइंग रूम में टेलिविज़न सेट के सामने बैठे हुए ध्यान से कार्टुंन प्रोग्राम का मज़ा ले रहा है । यह तिब्बती भाषा का एक कार्टुंन प्रोग्राम है, राजकुमारी हिरे नामक इस कार्टुंन प्रोग्राम कई साल पहले चीन के भीतरी इलाके में बहुत लोकप्रिय रहा था । छी मेई अपने आज के जीवन के प्रति बहुत संतुष्ट है, और उन के साथ बातचीत से उन की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और च्यांगची जिला सरकार के प्रति आभार की भावना अभिव्यक्त हुई । उन्होंने कहा
"हमारा आज का जीवन बहुत अच्छा है । मेरा विचार है कि आज का सुखमय जीवन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने हमें प्रदान किया है ।"
छी मेई की बात सुनते ही उस के चहरे पर खिली सुखद मुस्कुराहट देखते हुए मुझे भी बड़ी प्रसन्नता हुई । हामारी उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा तिब्बती किसान अच्छे से अच्छा जीवन बिता सकेंगे ।
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