• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2005-02-25 15:52:17    
मनोहर तिब्बती पठार

cri

हाल ही में पेइचिंग में आयोजित एक समारोह में युवा फिल्म निर्देशक श्री रूछुआन को चीन के सर्वश्रेष्ठ युवा फिल्म निर्देशक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चौतीस वर्षीय श्री रूछुआन हान जाति के हैं पर उन्हें विश्व की छत पर स्थित तिब्बत से बहुत लगाव है।

दोस्तो, नौ फरवरी हमारे तिब्बती बंधुओं का वसंत दिवस है। रोचक बात यह है कि इस वर्ष इसी दिन हान जाति का वसंत दिवस भी पड़ रहा है। अनेक वर्षों में कभी-कभी ही ऐसा होता है जब तिब्बती और हान दोनों जातियों का वसंत दिवस एक दिन हो। इन दिनों, तिब्बती और हान दोनों जातियों के लोग एक साथ मिल कर वसंत दिवस की खुशियां मना रहे हैं। चीन भर में हर तरफ वसंत दिवस की खुशियां ही खुशियां हैं। यहां बता दें कि हाल ही में पेइचिंग में आयोजित एक समारोह में युवा फिल्म निर्देशक श्री रूछुआन को चीन के सर्वश्रेष्ठ युवा फिल्म निर्देशक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हम उन्हें इसकी हार्दिक बधाई देते हैं। इस वर्ष श्री रूछुआन की उम्र चौतीस साल है पर उन्हें फिल्म बनाते हुए अनेक वर्ष हो चुके हैं और उन की अनेक फिल्में लोकप्रिय भी हुई हैं। उन्हों ने कुछ समय पहले तिब्बत पर एक फीचर फिल्म बनाई और इसके लिए उन्हें चीन के सर्वश्रेष्ठ युवा फिल्म निर्देशक का पुरस्कार प्राप्त हुआ। चौतीस वर्षीय श्री रूछुआन हान जाति के हैं पर उन्हें विश्व की छत पर स्थित तिब्बत से बहुत लगाव है। यहां बता दें कि उन की फीचर फिल्म का नाम है खखशीली। मित्रो ,इस फील्म का नाम खखशीली है. वाक्ई खखशीली एक क्षेत्र का नाम है जो विश्व की छत पर स्थित तिब्बत के पश्चिम में है । वह तिब्बती कुरंगों का जन्मस्थान माना जाता है ।जैसा कि आप जानते हैं, तिब्बती कुरंग दुर्लभ जीव है। उस की ऊन बहुत बढ़िया होती है। वास्तव में तिब्बती कुरंग की ऊन से बनाये सुन्दर शाल बहुत महंगे होते हैं । कुछ लोगों ने तिब्बती कुरंग की ऊन के लिए उन्हें मारने की कोशिश की ।दुर्लभ जीव तिब्बती कुरंग की रक्षा के लिए बहुत से लोगों ने साहस के साथ दुष्ट शिकारियों का मुकाबला किया। खखशीली नामक फिल्म ऐसी ही कहानी पर आधारित है। इस फिल्म की शूटिगं तिब्बत में की गयी ।फिल्म में इस सुन्दर कहानी का वर्णन किया गया है। यह वाकई देखने लायक है । यहां बता देंकि हमारे बहुत से तिब्बतीकलाकारों ने इस फिल्म में भाग लिया उन के सुन्दर अभिनय भी बहुत प्रशंसनीय हैं ।बहुत से दर्शकों का कहना है कि इस सुन्दर फिल्म से उन्हों ने विश्व की छत पर स्थित तिब्बत के बारे में नई जानकारियां ही नहीं प्राप्त कीं तिब्बत की सुन्दरता का आनंद भी उठाया। यहां बता दें कि कुछ समय पहले इस फीचर फिल्म को जापान में आयोजित एक अंतराष्ट्रीय समारोह में पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।यहां बता दें कि हम आप के लिए इस फिचर फिल्म के आधार पर एक कार्यक्रम तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं । इस तरह आप हमारे कार्यक्रम में इस फिचर फिल्म की कहानी ही नहीं उसके गीत का आनंद भी उठायेंगे।फिचर फिल्म में तिब्बती लोक गीत पर आधारित मधुर व मनमोहक गीत बड़ा लोकप्रिय है और वाकई सुनने लायक है । आप का हमारे कार्यक्रम ( आज का तिब्बत ) में हार्दिक स्वागत है।

मित्रो , आज हम एक कहानी और गीत ले कर हाजिर हैं । भारत के गणतंत्र दिवस की खुशी मनाने के लिए चीन स्थित भारतीय राजदूत नलिन सूरी ने पेइचिंग में एक शानदार समारोह आयोजित किया। हमारी संवाददाता सुश्री ल्यू हवी ने भी इस समारोह में भाग लिया। वहां उन की मुलाकात 89 वर्षीय सुश्री क्वोछिनलान से हुई । सुश्री क्वोछीनलान का नाम हमारे श्रोता दोस्तों के लिए जाना-पहचाना है। वे स्वर्गीय डाक्टर कोटनीस की पत्नी थीं। स्वर्गीय डाक्टर कोटनीस चीनियों के पुराने दोस्त थे। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान, डाक्टर कोटनीस ने चीन आ कर चीनियों को जापानी आक्रमण का विरोध करने में मदद दी । चीन में उन की शादी सुश्री क्वोछिनलान से हुई।सुश्री क्वोछिनलान भी स्वतंत्रता सैनानी थीं।  हालांकि बीमार पड़ने के कारण डाक्टर कोटनीस का देहांत हो गया पर आज तक वे हमारे मन में जीवित हैं। हमें उन की बहुत याद आती है ।भारत के गणतंत्र दिवस की खुशी मनाने के लिए आयोजित समारोह में सुश्री क्वोछिनलान ने विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी चीन के तान्ये शहर से पेइचिग आ कर भाग लिया। हमारी संवाददाता के साथ बातचीत में सुश्री क्वोछिनलान ने बताया कि उन्हों ने भारत की यात्रा की और वहां उनकी मुलाकात स्वर्गीय डाक्टर कोटनीस के बहुत से रिश्तेदारों से हुई। इस से उनकी खुशी का ठिकाना न रहा ।  सुश्री क्वोछिनलान ने चीन-भारत मैत्री के जिंदा रहने की बात कही। हमारी संवाददाता सुश्रील्यू हवी ने सुश्री क्वोछिनलान को जब बताया कि हान जाति और तिब्बती जाति का वसंत दिवस इस वर्ष एक ही दिन पड़ रहा है । इस वर्ष एक ही दिन दोनों जातियों के लोग एक साथ मिल कर वसंत दिवस की खुशियां मनायेंगे। तो यह सुन कर सुश्री क्वोछिनलान ने बड़ी खुशी के साथ कहा कि यह तो बहुत अच्छा है कि एक ही दिन हान और तिब्बती दोनों जातियों के लोग एक साथ मिल कर वसंत दिवस की खुशियां मना रहे हैं । बातचीत में सुश्री क्वोछिनलान ने बताया कि उन्हें तिब्बती गीत बहुत पसंद हैं । हमारी संवाददाता से श्री क्वोछिनलान ने तिब्बती गायिका छेतानचोमा के गाये गीत प्रस्तुत करने का अमुरोध किया। सुश्री क्वोछिनलान का कहना है कि हान जाति की होने के बावजूद उन्हें तिब्बती गायिका छेतानचोमा के गाये तिब्बती लोकगीत बहुत पसंद हैं।सुश्री क्वोछिनलान के अनुसार वे तिब्बती गीतों की प्रेमिका हैं । श्रोता दोस्तो आइए अब हम एक साथ मिल कर तिब्बती गायिका छेतानचोमा के गाये गीत का आनंद उठायें। गीत का नाम है सुन्दर ल्हासा नदी। मित्रो ,सुश्री क्वोछिनलान को हिन्दी भी आती है । वे हमारे कार्यक्रम  के जरिये आप को नमस्ते कहना चाहती हैं ।   भारत के गणतंत्र दिवस की खुशी मनाने के लिए आयोजित शानदार समारोह में भारतीय पोशाक में सुश्री क्वोछिनलान बहुत स्वस्थ और सुन्दर लगीं। सुश्री क्वोछिनलान का कहना है कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे फिर भारत की यात्रा करेंगी। वे चाहती हैं कि जीवन भर चीन और भारत की मैत्री को बढ़ाने की कोशिश जारी रखें। सुश्री क्वोछिनलान का कहना है, हमें स्वर्गीय डाक्टर कोटनीस की गहरी याद है । स्वर्गीय डाक्टर कोटनीस की भावना हमें हमेशा प्रेरित करती रही है। डाक्टर कोटनीस अमर रहेंगे।