रेललाइन चीन में यातायात व परिवहन का मुख्य साधन है। इसे राष्ट्रीय अर्थतंत्र की मुख्य नाड़ी कहा जाता है। हाल के कुछ वर्षों में चीन सरकार रेलपरिवहन की क्षमता और चीनी अर्थतंत्र व सामाजिक विकास के अंतरविरोध को दूर करने के लिए रेललाइनों के निर्माण में तेज़ी लायी। चीनी रेलमंत्रालय के अधिकारी ने रेललाइनों के निर्माण के लिए आवश्यक पूंजी जुटाने के बारे में संवाददाताओं से कहा कि रेल मंत्रालय रेललाइनों के निर्माण में तेज़ी लाने के लिए पूंजी जुटाने के ज्यादा उपाय खोज रहा है।
चीन में विश्व का रेल से यात्रियों व मालों की ढुलाई का अपेक्षाकृत बड़ा जाल उपलब्ध है। अब तक 5 बार रेलगाड़ियों की गति तेज़ किये जाने के बाद रेललाइनों की परिवहन क्षमता स्पष्ट रूप से बढ़ी है। बावजूद इस के चीन में रेल परिवहन चीनी अर्थतंत्र व सामाजिक विकास की आवश्यकता पूरी करने में अक्षम है। चीनी रेल मंत्रालय के विकास व योजना विभाग के अधिकारी श्री कुन ने कहा कि चीन में रेल अहम राजकीय बुनियादी संस्थापन और जन समुदाय के लिए मुख्य यातायात साधन है , लेकिन देश की रेल परिवहन क्षमता लंबे अरसे से चिंताजनक और अपर्याप्त रही है , जो देश के आर्थिक व सामाजिक विकास की आवश्यकता को पूरा नहीं कर सकता है । विशेष कर पिछले दो वर्षों में चीनी अर्थतंत्र के सतत तेज विकास के कारण कोयले व तेल के परिवहन की स्थिति में तनाव आया। रेलगाड़ियां सिर्फ़ इसकी 35 प्रतिशत मांग पूरी कर सकती हैं। चीन में रेल परिवहन की यह स्थिति उस के प्रमुख परिवहन व यातायात साधन के स्थान से मेल नहीं खाती है , इसलिए रेललाइनों के निर्माण में तेज़ी लाना अपरिहार्य है।
गत 2004 की जनवरी में चीनी राज्य परिषद ने रेललाइनों के जाल की मध्य व दीर्घकालिक परियोजना पारित की।इस परियोजना के अनुसार आगामी 2020 तक चीन में रेललाइनों की लंबाई 1 लाख किलोमीटर हो जायेगी। पर इस परियोजना के निर्माण के लिए आवश्यक अनुमानित पूंजी 20 खरब य्वान और वार्षिक अवश्यक पूंजी 1 खरब य्वान होगी। रेललाइन के निर्माण के लिए पहले लागू विशेष कोष और बैंकों का कर्ज़ इस भारी पूंजी की आवश्यकता पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
इसलिए चीन रेल निर्माण के लिए पूंजी जुटाने के तौर तरीकों का विस्तान करने पर सोच विचार कर रहा है । अब चीनी रेलमंत्रालय पूंजी के लिए विशेष कोषों के विकास तथा अन्य प्रकार के धन जुटाने के उपायों का इस्तेमाल करने के अलावा सामाजिक शक्तियों व विदेशी पूंजी निवेशकों को भी आकृष्ट करने की कोशिश कर रहा है और स्थानीय सरकारों व कारोबारों को शेयरधारकों के रूप में रेललाइनों के निर्माण में भाग लेने को प्रोत्साहित कर रहा है ,ताकि रेललाइनों के निर्माण की भारी पूंजी प्राप्त की जा सके। श्री लोंग सी के अनुसार अब चीनी रेल विभागों ने रेल निर्माण के लिए पूंजी जुटाने के नए तरीकों पर अमल करना शुरू किया है ।
खबर है कि चीनी रेल मंत्रालय रेललाइनों के निर्माण के लिए और ज्यादा बांड जारी करने पर विचार कर रहा है। रेललाइनों के निर्माण के लिए राजकीय बांड जैसी केंद्रीय वित्तीय बजट की पूंजी आकृष्ट की जाएगी।इस के साथ कारोबारों के निवेश , किराये पर पूंजी लेने तथा रेल निर्माण मुद्दों में भागीदारी से पूंजी पाने जैसे तरीकों से कारोबारों की पूंजी प्राप्त करने तथा और ज्यादा गैर सरकारी पूंजी आकृष्ट करने का कोशिश की जाएगी। इन नए तरीकों पर अमल के लिए मौजूदा नीतिगत ढांचे में भारी सुधान करने की जरूरत है ।
इस से पूर्व चीन विदेशी व्यापारियों द्वारा रेललाइनों के शाखा मार्गों के निर्माण व उन के संचालन का अनुमोदन कर चुका है।यों उन मार्गो पर देशी शेयरों का नियंत्रण बनाए रखा रहा है।
|